जेट स्प्रे मालिश की विधि
--- पानी की धार के दबाव के द्वारा शरीर के अंगों को ठीक करने के लिए पानी का दबाव
डाला जाता है. जेट स्प्रे मालिश तीन तरह की होती है और इसके फायदे भी अलग – अलग
हैं
ठंडी जेट स्प्रे मालिश से
होने वाले लाभ ---
18 से २३ डिग्री सेल्सियस
तापमान वाले पानी का इस्तेमाल करें. इससे चमड़ी के अति संवेदन शीलता ठीक होती है. इस
विधि से पाचन तंत्र मांसपेशी तन्त्र ठीक प्रकार से कम करता है. यह विधि रक्त संचार
और अनिमियां में लाभदायक है.
नेव्त्रल जेट स्प्रे मालिश
--- यह मालिश मोटापा, आर्थराइटिस को ठीक करती है. शरीर के दर्द को ठीक करके रक्तसंचार
को सुचारू तरीके से चलाती है.इसमें पानी का तापमान ३२ से ३६ डिग्री सेल्सियस तक
रखा जाता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
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Jet Spray Massage in Hindi |
गर्म जेट स्प्रे मालिश ---
इस मालिश के द्वारा अनियमित दर्द, पीलिया थकान और सर्दी में आराम मिलता है. यह
विधि रक्त संचार को सुचारू तरीके से चलाती है. इसमें पानी का तापमान ४० से ४२
डिग्री सेल्सियस तक रखा जाता है.
अल्टरनेट जेट स्प्रे मालिश
--- इस विधि में सबसे पहले रोगी के शरीर पर गर्म पानी का स्प्रे किया जाता है.
उसके बाद ठंडे पानी का स्प्रे किया जाता
है. इस विधि द्वारा शाटिका दर्द, गठिया का उपचार किया जाता है. महिलाओं को होने
वाली कई बिमारिओं में यह उपचार लाभदायक है.
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जेट स्प्रे मालिश |
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