कंप्यूटर पोर्ट ( Computer
Ports )
कंप्यूटर पोर्ट का इस्तेमाल
किसी भी यन्त्र को कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है. कंप्यूटर पोर्ट 2
प्रकार से इस्तेमाल में लाये जाते है पहला - इंटरनल पोर्ट, जिनमे कंप्यूटर के अंदर के यंत्रो को अंदर के
पोर्ट में जोड़ा जाता है जैसेकि हार्ड डिस्क, ड्राइव इत्यादि. दूसरा एक्सटर्नल
पोर्ट, इनमे बाहरी यंत्रो को कंप्यूटर के साथ जोड़ा जाता है, जैसेकि मॉडेम,
प्रिंटर, स्कैनर USB इत्यादि.
साथ ही कंप्यूटर पोर्ट के 2
प्रकार होते है.
- फिजिकल ( Physical ) पोर्ट : इन पोर्ट में आप किसी भी यन्त्र को केबल / तार के साथ
जोड़ते हो. अगर फिजिकल पोर्ट की लिस्ट की बात करे तो इनमे सीरियल पोर्ट के रूप में ( DB9 सॉकेट ), USB पोर्ट के रूप में ( USB 2.0 3.0 सॉकेट या कनेक्टर ), पैरेलल ( Parallel ) पोर्ट के रूप में ( DB 25 सॉकेट / कनेक्टर ), और इन्टरनेट पोर्ट के रूप में ( RJ 45 सॉकेट या कनेक्टर ) का इस्तेमाल किया जाता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
कंप्यूटर पोर्ट के प्रकार |
- वर्चुअल ( Virtual ) पोर्ट : ये डाटा गेट होते है जो सॉफ्टवेर एप्लीकेशन को हार्डवेयर
के रिसोर्सेज ( Resources ) का इस्तेमाल करने की अनुमति देते है. इन कंप्यूटर पोर्ट को
IANA ( Internet Assigned Numbers
Authority ) भी कहा जाता है साथ ही
इनका इस्तेमाल TCP ( Transmission
Control Protocol ), UDP ( User Datagram Protocol ), DCCP ( Datagram Congestion
Control Protocol ) और SCTP (
Stream Control Transmission Protocol ) के द्वारा किया जाता है.
कंप्यूटर में नेटवर्किंग
पोर्ट का IP एड्रेस जरुर होता है और उनके संचार के लिए प्रोटोकॉल का
इस्तेमाल किया जाता है. हर एड्रेस और प्रोटोकॉल 16 बिट नंबर के द्वारा पहचाना जाता
है, इन नंबर को कंप्यूटर पोर्ट नंबर भी कहा जाता है.
ज्यादातर कंप्यूटर डेस्कटॉप
या नोटबुक कंप्यूटर में सिर्फ USB, VGA,
IEEE 1394, DVI, TRS और इन्टरनेट जैसे फिजिकल
पोर्ट का ही इस्तेमाल किया जाता है. जबकि इंडस्ट्री और प्रोफेशनल कंप्यूटर में
सीरियल, पैरेलल, PS / 2 पर SCSI का अधिक इस्तेमाल किया जाता है. हर पोर्ट का अपना एक अलग
कार्य होता है और जिसके आधार पर ये कंप्यूटर के कार्य को करने में अपना योगदान
देते है.
कंप्यूटर से सम्बंधित सभी
पोर्ट के बारे में जानने के लिए आप निम्नलिखित जानकारी को पढ़ सकते हो – CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Computer Ports ke Parkar Bataiye |
फिजिकल ( Physical ) पोर्ट :
- USB ( Universal Serial Bus ) पोर्ट : इन पोर्ट का किसी भी यंत्र को पॉवर सप्लाई के लिए किया जाता है जैसेकि डिजिटल
कैमरा इत्यादि. कंप्यूटर में 4 तरह के USB पोर्ट होते है :
USB 1.0 और 1.1 इनकी काम करने की गति हर सेकंड में 1.5 MB से 2.0 MB तक होती है.
USB 2.0 इनकी काम करने की गति हर सेकंड में 480 MB होती है.
USB 3.0 इनकी काम करने की गति हर सेकंड में 5 GB तक होती है.
- इन्टरनेट पोर्ट : इनको लोकल क्षेत्र के नेटवर्क ( LAN ) को पकड़ने के लिए
बनाया गया था. कंप्यूटर में इन्टरनेट पोर्ट के लिए RJ 45 कनेक्टर दिए होते है और
इनकी गति हर सेकंड में 10 MB /S, 100
MB /S, 1 GB / S, 40 GB /S और 100
GB / S.
- VGA पोर्ट : इन्हें विडियो ग्राफ़िक ऐरे
( Video Graphic Array ) भी कहा जाता है, इनमे 15 पिन दी होती है जो 3 लाइन में
होती है. इनका इस्तेमाल आपके कंप्यूटर मदरबोर्ड मे विडियो एडाप्टर को कनेक्ट करने
के लिए किया जाता है.
इसमें आप तीन तरह के
एडाप्टर को जोड़ सकते हो :
HDMI (
High Definition Multimedia Interface )
SCART (
Syndicate Constructers Apparel Radio Television )
DVI (
Digital Visual Interface )
- IEEE 1394 पोर्ट : इस तकनीक को एप्पल कंपनी ने बनाया था और इसका नाम उन्होंने Fire Wire रखा था. ये एप्पल कंप्यूटर में USB का कार्य करते है.
- TRS पोर्ट : इनका इस्तेमाल एनालॉग
सिग्नल को पकड़ने और भेजने के लिए किया जाता है जैसेकि ऑडियो.
- DVI पोर्ट : इनका इस्तेमाल कंप्यूटर में उन विडियो डाटा को प्रसारित
करने के लिए किया जाता है जिन्हें दबाया नही जाता.
- PS / 2 पोर्ट : इनकी मदद से आप अपने कंप्यूटर के साथ माउस और कीबोर्ड को जोड़ सकते हो.
- Serial पोर्ट : इनका इस्तेमाल DB 9 सॉकेट / कनेक्टर के साथ किया जाता है और इसे एक समय में 1
बिट के जानकारियों के प्रसारण के आधार पर कंप्यूटर और उससे जुड़े बाकी के यंत्रो
में इस्तेमाल किया जाता है. इनकी पहचान RS – 232 पोर्ट के रूप में की जाती
है.
वर्चुअल ( Virtual ) पोर्ट :
- FTP पोर्ट : इन्हें File Transfer Protocol भी कहा जाता है. ये नेटवर्क से सम्बंधित डाटा को प्रसारित
करने के लिए इस्तेमाल किये जाते है. जिसके लिए ये 20 और 21 TCP पोर्ट का इस्तेमाल
करते है.
- PPTP पोर्ट : इन्हें Point to Point Tunneling Protocol भी कहा जाता है. ये वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का अमल करने
के लिए TCP / UCP पोर्ट 1723 का इस्तेमाल करते है.
- SFTP पोर्ट : इन्हें Secret / Secure File Transfer Protocol कहा जाता है. ये डाटा के बहाव को संचालित करने के काम आते
है. जिसके लिए ये 22 TCP पोर्ट का इस्तेमाल करते है.
- NTP पोर्ट : इन्हें Network Time Protocol कहा जाता है. इनका इस्तेमाल क्लॉक को synchronize करने के लिए किया जाता है और इसके लिए ये 123 UDP पोर्ट का इस्तेमाल करते
है.
- HTTP पोर्ट : ये Hyper Text Transfer Protocol के नाम से भी जाने जाते है. इनका सबसे महत्वपूर्ण कार्य यही
होता है कि ये World Wide Web पर इन्टरनेट के जरिये संचार में सहायक हो. इसके लिए ये 80 TCP पोर्ट का इस्तेमाल करते है.
- SMTP पोर्ट : इन्हें Simple Mail Transfer Protocol कहा जाता है. इनका प्रयोग ईमेल के रुट का संचालन करना है.
जिसके लिए ये 25 TCP पोर्ट का इस्तेमाल करते है.
- SQL पोर्ट : ये Structured Query Language के नाम से भी जाने जाते है. इनका इस्तेमाल डाटाबेस में
डाटा को व्यवस्थित करने के लिए किया जाता है. अपने कार्य को करने के लिए ये TCP / UDP पोर्ट 118, 156 का इस्तेमाल करते है.
Types of Computer Ports |
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