लग्न से जो आठवां मंगल होता
है वह हमें बताता है कि पति या पत्नी की सबसे छोटी सन्तान हैं. अगर जातक की छोटी सन्तान नहीं है तो जातक के छोटे भाई या बहन हैं उनकी उम्र में कम से
कम ढाई साल का अंतर होता है. लग्न से जो आठवां मंगल होता है वह अधिकतर केवल वासना
की पूर्ति के लिए ही स्त्री संबंध बनाये रखना चाहता है और उसका वयवहार अपने बड़े
भाई या छोटे भाई बहनों के प्रति सही नहीं होता है. वह केवल पैसे और परिवार की
सम्पति से प्यार करता है. वह अपनी वासना की पूर्ति के लिए घर को बर्बाद कर देने
में भी कोई कमी नहीं छोड़ता है. अष्टम मंगल वाला पति या पत्नी अपने घर और ससुराल का
जो समाज में एक विशेष स्थान होता है एक पोजीशन होती है वह उसको बर्बाद कर देता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
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अष्टम मंगल का प्रभाव |
तामसिक वस्तुओं के सेवन से उसका खून गाडा हो जाता है और ब्लड प्रेसर लो रहने लगता
है. ब्लड प्रेसर लो होने से उसके विचार नकारात्मक हो जाते हैं और पति या पत्नी
शादी के बाद कडवी भाषा का इस्तेमाल करने लगते हैं अर्थात उनकी भाषा में जो मिठास
होती है वह खत्म हो जाती है और जातक अस्पताल के चक्कर में पड़ जाता है. जयादातर
मामलों में वह दवाइयों अथवा पुलिस या और किसी इसी तरह के चक्कर में जीवन भर लगा
रहता है. इस मंगल वाला जातक पैसे के लिए अपहरण या चालाकी या कोई भी अन्य अपराध कर
देता है.
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Astam Sthaan se Mangal ka Prabhaav |
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