मुहांसे जुखाम बहुमुत्रता
गर्भपात स्तनों का ढीलापन की अनार से चिकित्सा
मुहाँसे --- अनार का छिलका,
हल्दी व लोध को कूट पीसकर लेप बना लें. चेहरे को भाप लगायें और भाप लगाने के बाद
चेहरे पर यह लेप लगा लें. इससे कील, मुहाँसे और झाइयाँ खत्म हो जाती हैं.
जुकाम --- अनार के पत्ते और
गुड कूट पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें. एक – एक गोली दिन में तीन बार चूसें.
इससे जुकाम में आराम मिलता है.
बहुमुत्रता --- अनार के
छिलकों को आग में भूनकर पीस लें और चूर्ण बना लें. 50 ग्राम चूर्ण में 20 ग्राम
अजवायन पीसकर मिला लें. आधा चम्मच चूर्ण दिन में दो बार खाएं. इससे बहुमुत्रता में
आराम मिलता है.
2. अनार की कली, कत्था, और
मिसरी एक बराबर मात्रा में लेकर मिला लें. एक –एक चम्मच दिन में दो बार खाने से
लाभ मिलेगा.
3. अनार के छिलके का चूर्ण
बना लें और सुबह-शाम ताजा पानी के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है.
गर्भपात --- योनी में अनार
की छाल की धूनी दें. इससे गर्भपात हो जाता है.
CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
![]() |
स्तनों का ढीलापन की अनार से चिकित्सा |
स्तनों का ढीलापन --- अनार
के छिलकों का लेप बना लें. रात को सोते समय स्तनों पर यह लेप लगाकर सोयें और सुबह
उठकर धो लें. कुछ सप्ताह तक ऐसा ही करें. स्तनों का ढीलापन दूर हो जाएगा.
कांच निकलना --- अनार के
छिलके पीसकर लेप बना लें. इस लेप को मलद्वार पर लगायें. कांच का निकलना बंद हो
जाएगा.
![]() |
Stnon ka dheelapan ki Anar se chikitsa |
Muhanse Jukhaam Bahumutrta Garbhpaat stnon ka dheelapan ki Anar se chikitsa, मुहांसे जुखाम बहुमुत्रता गर्भपात स्तनों का ढीलापन की अनार से चिकित्सा, Muhanse, Jukhaam, Bahumutrta, Garbhpaat stnon ke dheelapan ka Anar se ilaaj, मुहांसे, जुखाम, बहुमुत्रता, गर्भपात व् स्तनों का ढीलापन का अनार से इलाज.
YOU MAY ALSO LIKE
- सभी ग्रहों के लिए रत्न विज्ञानं
- छोटे उपाय लेकिन बड़े काम के
- ॐ के जाप की शक्ति
- मंगल दोष या मंगली का उपाय
- लग्न का मंगल कैसे हो
- गुणकारी व् स्वादिस्ट फल अनार
- औषधि के रूप में अनार के उपयोग
- मुख की दुर्गन्ध दुबलापन योनी रोग- मंगल दोष या मंगली का उपाय
- लग्न का मंगल कैसे हो
- गुणकारी व् स्वादिस्ट फल अनार
- औषधि के रूप में अनार के उपयोग
- दाद पेट के कीड़े खुनी दस्त बवासीर का अनार से इलाज
- गर्भपात स्तनों का ढीलापन की अनार से चिकित्सा
- कब खरीदें नए कपडे और क्यों
- स्वस्तिक क्या है महत्तव
No comments:
Post a Comment