Birth Ston Ke Roop Mein Sftik Aur Iske Dharmik Pryog | बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक और इसके धार्मिक प्रयोग | Birth Stone Crystal Religious Uses


बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक तथा इसके धार्मिक प्रयोग

बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक
स्फटिक को तुला तथा वृषभ राशी का बर्थ स्टोन माना जाता हैं तथा यह इन दोनों राशियों के लिए बहुत ही शुभ होता हैं. इसलिए इन दोनों राशियों के स्त्री या पुरुष को स्फटिक की माला, रत्न जरुर धारण करना चाहिए.

स्फटिक को अन्य राशी के पुरुष और स्त्री भी पहन सकते हैं. इसे पहनने से इन्हें भी वृषभ तथा तुला राशी के व्यक्तियों के समान फल की प्राप्ति होती हैं.

स्फटिक की विशेषताएँ –
1.       स्फटिक का प्रयोग करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती हैं.

2.       स्फटिक का प्रयोग रत्न या माला के रूप में व्यक्ति करते हैं. तथा इसे धारण करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता हैं.


3.       इसका प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए भी किया जाता हैं.

4.       स्फटिक का प्रयोग समस्याओं से मुक्त होने के लिए भी किया जाता हैं.

5.       स्फटिक ठंडी प्रवृत्ति का होता हैं. इसकी भस्म का प्रयोग औषधि के रूप में ज्वर, पित्त - विकार, निर्बलता को दूर करने के लिए तथा रक्त विकार जैसी बिमारियों से मुक्त होने के लिए भी किया जाता हैं.

6.       स्फटिक और क्रिस्टलों की तुलना में एक शुद्ध क्रिस्टल हैं. यह औरों की तुलना में अधिक साफ, पवित्र तथा ताकतवर क्रिस्टल हैं.

7.       स्फटिक सफेद बिल्लौर क्रिस्टल से तथा रॉक क्रिस्टल से काफी मिलता – जुलता हैं.  

8.       स्फटिक भूत - प्रेत आदि बाधा को दूर करने के लिए भी धारण किया जाता हैं.

9.       स्फटिक की माला इन्द्रधनुष की किरणों की भांति खिल उठती हैं. स्फटिक को पहनने से शरीर में इलैक्ट्रोकैमिकल संतुलन बनता हैं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST...

Birth Ston Ke Roop Mein Sftik Uur Iske Dharmik  Pryog

Birth Ston Ke Roop Mein Sftik Aur Iske Dharmik  Pryog 




10.   इसे धारण करने से व्यक्ति तनाव – दबाव, परेशानियों से छुटकारा मिल जाता हैं.

11.   स्फटिक की माला का प्रयोग आर्थिक तंगी से मुक्त होने के लिए भी किया जाता हैं. आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए इसकी माला से प्रतिदिन लक्ष्मी जी के मन्त्र का जाप करना चाहिए.

12.   स्फटिक को धारण करने से व्यक्ति की सोचने और समझने की क्षमता में भी वृद्धि होती हैं. 

13.   घर में सुख शांति बनी रहें तथा व्यक्ति का मन स्थिर रहें इधर – उधर न भटके इस लिए भी स्फटिक की माला का प्रयोग किया जाता हैं.

14.   स्फटिक में कंप्यूटर से निकलने वाली बुरे रेडिएशन ( हानिकारक विकिरण ) को अपने अंदर समावेश करने की शक्ति होती हैं.

स्फटिक के धार्मिक प्रयोग - :
1.       स्फटिक को घर में या पूजा स्थल में रखने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती हैं. यदि आप भी लक्ष्मी की प्राप्ति करना चाहते हैं तो इसे अपने घर के पूजा स्थल पर रख दें और निम्नलिखित मंत्र का रोजाना जाप करें.

मन्त्र –

" ॐ श्री लक्ष्म्यै "

2.       स्फटिक का श्रीयंत्र बहुत ही पवित्र होता हैं तथा इस श्री यंत्र में ब्रह्मा, विष्णु तथा महेश जी का अर्थात तीनों देवताओं का स्वरूप माना जाता हैं.

3.       स्फटिक से बने हुए श्रीयंत्र पर जब सूर्य की किरणें पडती हैं तो यह इन किरणों को इन्द्रधनुष की किरणों के रूप में  परिवर्तित कर देता हैं.

4.       स्फटिक के श्रीयंत्र का प्रयोग करने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती हैं तथा उसका जीवन सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण हो जाता हैं. स्फटिक के श्री यंत्र को घर में या पूजा स्थल पर रखने से घर से नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती हैं तथा घर में एक सकारात्मक वातावरण बन जाता हैं.

5.       स्फटिक का श्री यंत्र घर में स्थापित करने से व्यक्ति के जीवन में धन की वर्षा होने लगती हैं तथा व्यक्ति को इसक साथ नाम, पैसा, दौलत आदि की प्राप्ति होती हैं.

6.       स्फटिक की सबसे बड़ी विशेषता यह हैं की इसे धारण करने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ और फिट रहता हैं. स्फटिक में दिव्य शक्तियाँ उपस्थित रहती हैं. ऐसा माना जाता हैं की स्फटिक धारण करने के बाद व्यक्ति की इच्छाएं ईश्वर के पास तुरंत पहुंच जाती हैं तथा उनकी इच्छाओं की पूर्ति भी ईश्वर जल्द कर देता हैं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक और इसके धार्मिक प्रयोग
बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक और इसके धार्मिक प्रयोग


7.       अगर आपकी सन्तान का मन पढाई में न लग रहा हो तो आप स्फटिक के पिरामिड का इस्तेमाल उनका ध्यान केन्द्रित करने के लिए कर सकते हैं. बच्चों का पढाई में ध्यान लगाने के लिए स्फटिक के पिरामिड को उनके पढने – लिखने की मेज पर रख दें.

8.       व्यक्ति स्फटिक से बने शंख का प्रयोग करने से मोक्ष की प्राप्ति होती हैं. ऐसा माना जाता हैं कि स्फटिक से बने शंख से भगवान को जल चढ़ाने से व्यक्ति को जन्म तथा मृत्यु के फेर से छुटकारा मिल जाता हैं.

9.       स्फटिक का प्रयोग पूजा – पाठ करने के लिए किया जाता हैं. स्फटिक से बने हुए शिवलिंग की पूजा करने से धन, सुख – समृद्धि में बढ़ोतरी होती हैं.

10.   प्रतिदिन शिवलिंग की अराधना करने से व्यक्ति के अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा समावेश होती हैं तथा व्यक्ति को गम्भीर रोगों से मुक्ति मिलती हैं.

बर्थ स्टोन के रूप में स्फटिक तथा इसके धार्मिक प्रयोगों से सम्बन्धित अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
 Birth Stone Crystal Religious Uses
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