हीट सिंक ( Heat Sink )
आप किसी भी विधुत
से चलने वाले यंत्र का इस्तेमाल करे, उसमे से कुछ गर्मी ( heat ) जरुर निकलेगी. इसी की वजह से वो यंत्र भी
गर्म हो जाता है और उसके काम करने की क्षमता पर असर पड़ता है. हीट सिंक उसी गर्मी
को आपके कंप्यूटर से बाहर निकले के लिए इस्तेमाल किया जाता है. हीट सिंक आपके
कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है, जो विधुत पर काम करता
है साथ ही ये आपके कंप्यूटर के पंखे ( fan ) से जुडा होता है. इसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य यही होता है कि ये कंप्यूटर से
गर्मी को बाहर निकलने में मदद करता है. ताकि कंप्यूटर ठंडा रहे और उसके कार्य करने
की क्षमता पर कोई असर न पड सके. ये कंप्यूटर के कार्य की क्षमता को बढ़ाने के साथ
साथ कंप्यूटर की विश्वसनीयता को भी बनाये रखता है. इसके साथ लगा पंखा इसके कार्य
को पूर्ण करने में इसकी बहुत मदद करता है. हीट सिंक के बारे में बहुत कम लोगो ने
सुना होता है. किन्तु आज के आधुनिक कंप्यूटर बिना हीट सिंक के अपनी सामान्य गति से
काम ही नही कर पाते.
Heat Sink ke Karya |
हीट सिंक कार्य
कैसे करता है?
कंप्यूटर की हर
जानकारी को प्रोसेस करने का कार्य कंप्यूटर प्रोसेसर करता है. उसकी प्रोसेसर के
कार्य करते वक्त बहुत सारी गर्मी निकलती है जिसको ठंडा करने के लिए प्रोसेसर के
ऊपर एक पंखा और उसके साथ एक हीट सिंक लगाया जाता है. एक हीट सिंक आपके कंप्यूटर
प्रोसेसर के द्वारा निकली गर्मी को एक ठन्डे तरल में बदल देता है जिसको पंखे के
द्वारा एक मोशन में बाहर निकाल दिया जाता है और इस तरह से आपका कंप्यूटर प्रोसेसर
ठंडा रहता है. अगर आपका कंप्यूटर प्रोसेसर ठंडा न रहे या आपके कंप्यूटर में हीट
सिंक न हो तो प्रोसेसर की गर्मी आपके कंप्यूटर को तबाह कर सकती है. हीट सिंक का
इस्तेमाल एक हाई पॉवर सेमीकंडक्टर जैसेकि ट्रांजिस्टर के रूप में किया जाता है.
इसे कंप्यूटर प्रोसेसर के साथ साथ CPU के ग्राफ़िक प्रोसेसर को ठंडा रखने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.
हीट सिंक के
प्रकार :
हीट सिंक को उनके
कार्य करने के तरीके के आधार पर अलग अलग भागो में बांटा गया है. जो निम्नलिखित है.
1.
Active Heat Sink : ये एक तरह से पंखे ( Fan ) की तरह काम करते है और प्रोसेसर को ठंडा रखने के लिए सारी पॉवर और गर्मी को
खुद ही उपयोग कर लेते है. अगर आप एक्टिव हीट सिंक को खरीदने के बारे में सोच रहे
हो तो आप उस पंखे को खरीदे जिसके साथ बॉल – बेअरिंग ( Ball – Bearing ) मोटर लगी हो, क्योकि ये मोटर sleeve बेअरिंग मोटर
से ज्यादा समय तक कार्य करती है. इन्हें HSF (
Heat Sink and Fan ) भी कहा जाता है.
इन हीट सिंक का प्रदर्शन काबिलेतारीफ होता है. साथ ही इनकी कीमत भी बहुत कम होती
है.
How Heat Sink Works |
2.
Passive Heat Sink : इनमे कोई मशीन की सहायता से चलने वाला यंत्र नही होता और ये
एल्युमीनियम फिन रेडियेटर के बने होते है. ये एक निर्धारित प्रकिर्या के आधार पर
काम करती है. ये 100 प्रतिशत भरोसेमंद होते है. इनके काम करने के लिए जरूरी है कि
इनके फिन के बीच से हवा आसानी से लगातार गुजरती रहे.
3.
Aluminum Heat Sink : क्योकि हर धातु की विधुत को सोखने और अपने अंदर से विधुत को
जाने देने के लिए अलग अलग प्रॉपर्टी होती है. इसी तरह इन धातुओ की गर्म हवा को
प्रवाहित करने की भी अलग अलग प्रॉपर्टी होती है. एल्युमीनियम 235 W/mk पर काम करता है. साथ ही ये सस्ता और हल्का
होता है. इन्हें extrusion हीट सिंक भी कहा
जाता है.
हीट सिंक के कार्य |
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sir mujhe software engineering ki notes chahiye
ReplyDeletegreat
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