अपूर्व योवन दाता गंधक रसायन
योवन का विषय बड़ा ही रोचक
है इसके बारे में जानने के लिए सभी उत्सुक रहते है. सभी चाहते है की इस बारे में
उन्हें नई नई जानकारियां पता चले. और अगर हम बात करे सदाबहार योवन की तो सभी यही
समझते है कि इसका फायदा हमें ही सबसे पहले मिले. भारत में ऐसे योगो को जानने वालो
की कमी नहीं है लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी आयुर्वेद की स्थिति बहुत ही बुरी
होती जा रही है. लोग सब कुछ सीख कर भी इसका उपयोग ना करके इसे भूलते जा रहे है.
सरकारी संस्थानों से ज्ञान
लेकर MBBS डॉक्टर्स भी इसके ज्ञान का लाभ सही ढंग से नहीं
उठा रहे है. हलाकि वे एलोपेथिक चिकित्सा करते है पर इसके बारे में ना तो किसी से
राय लेते है और ना ही किसी को इसके बारे में बताते है. ऐसा करके वे स्वयं आयुर्वेद
के ज्ञान को भूल रहे है. उर्वरा होने के कारण भारतीय धरती में ज्ञान की कमी बिलकुल
नहीं है. लोग भी इस ज्ञान को सिखने के इच्छुक होते है. सिखने वालो की भी कोई कमी
नहीं है. लेकिन प्राचीन समय की अपेक्षा और आयुर्वेद की उपयोगिता को देखते हुए यह
संख्या कुछ कम जरुर है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Sada Jawaan or Yauvan Kaise Bane Rhen |
अब हम आपको वो बातें
बताएँगे जो आपकी बहुत ही काम आएँगी और आपको लाभ पहुंचाएंगी. यह आपकी पूरी चिकित्सा
करके आपके शरीर को निरोगी बना देता है. आयुर्वेद के कारण जब आपका स्वास्थ्य बिना
रोग वाला होगा तो आपको चिकित्सा की जरुरत ही नहीं पड़ेगी. आयुर्वेद में ही वो ज्ञान
है जिसको अपनाकर हम अपना स्वस्थ जीवन बिना बाधाओं के जी सकते है.
अब हम आपको बताने जा रहे है
वो विधि जिसे अपनाकर आप अपनी जवानी लम्बे समय तक बरकरार रख सकते है यह योग
चिकित्सा ज्ञान का आयुर्वेदिक रत्न रस है और इसे तरंगणी कहते है. इसके आयुर्वेदिक
त्वरित चिकित्सा के सूत्र का ग्रन्थ भी मानते है और इसके आगे एलोपैथ के नुस्खे भी
ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाते है.
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How To Become Young Forever |
अब हम आपको सामग्री के बारे
में बताते है जो इस योग का इस्तेमाल करने में काम में लाई जाती है
आंवलासार गंधक का 50 ग्राम
मात्र में चूर्ण ले और इसके साथ सुखा आंवला भी इतनी ही मात्र में ले. इसके बाद
ताजा आंवले ले आये और उनका रस निकल कर इकठ्ठा कर ले. इसके बाद सेमल की मसुली ले और
उसका भी रस निकाल ले. अब जो सुखा चूर्ण 50 ग्राम हम लेकर आये थे दोनों चूर्णों को
इन दोनों के रस के साथ अलग अलग मिला ले और 7 – 7 बार सुखा ले. ऐसा करने से सदाबहार
योवन दाता योग तैयार हो जाता है जिससे आपको अपना योवन दुबारा पाने में मदद मिज्लती
है. इसका सेवन आपको तीन महीने में एक बार करना होगा और केवल एक ग्राम मात्रा का
सेवन मिश्री के साथ करना होगा. अगर कोई वृद्ध व्यक्ति भी इसका सेवन कर लेता है तो
वह भी योवन जैसा आनंद महसूस करेगा. तो आप इसे सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करे और योवन का भरपूर मजा ले.
सदा जवान और यौवन कैसे बनें रहे |
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baccheydani kamjor ho to kya karna cahiye aisey nushkey bataye jo ghar mei asani se available ho please
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