तनाव
जब भी व्यक्ति
खुद को संकट में घिरा हुआ पाता है तो उसके मन मस्तिष्क में अनेक प्रश्न घुमने लगते
है जिनका हल न मिलने के कारण वो तनाव और परेशान महसूस करने लगता है. इसलिए तनाव को
व्यक्ति के मन में उठी एक सामान्य प्रतिक्रिया कहा जाता है. ये प्रतिक्रिया आपको
संकटों और परेशानियों से लड़ने से रोकती है, साथ ही आपके स्वास्थ्य, मुड़, संबंधो और
आपके जीवन पर गलत प्रभाव डालती है. चिकित्सा विज्ञान के अनुसार अगर आप तनाव को समय
पर नियंत्रित नही करते तो तनाव जीवन में खतरनाक बिमारियों को पैदा कर सकता है
जैसेकि डिप्रेशन.
तनाव का कारण :
आजकल हर व्यक्ति
अपने जीवन में किसी न किसी बात को लेकर तनाव में रहता है, किसी को अपने व्यापार
की चिंता है, तो किसी विद्यार्थी को अपने करियर की, किसी को अपने प्रियजन
के मरने से तनाव हो जाता है, तो कोई अपनी प्रेमिका को लेकर तनाव में
रहता है, कोई नौकरी न मिलने की वजह से दुखी होकर तनाव महसूस करता है, तो
कुछ लोग तो ऐसे भी है जो दुसरो की ख़ुशी से जलकर अपने आपको तनाव में रखते
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Tanav Kaise Dur Karen |
हर व्यक्ति के
जीवन में अपने कुछ लक्ष्य होते है और वो उन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अथक
प्रयास करता है. किन्तु जीवन में कुछ ऐसी परिस्थिति आ जाती है जिनकी वजह लक्ष्य
प्राप्ति में दिक्कते आने लगती है और ये परिस्थिति तनावपूर्ण होती है. ऐसा होना
स्वाभाविक है, किन्तु इसको अपने ऊपर हावी न होने दें बल्कि धैर्य रखकर अपनी समस्या
का समाधान ढूंढने की कोशिश करें.
लक्षण :
तनाव का सबसे
पहला लक्षण व्यक्ति का चिडचिडा हो जाना है. जब भी कोई तनावग्रस्त व्यक्ति से बात
करता है तो वो ऐसे जवाब देता है जैसेकि वो आपको आपसे परेशान है. इसके अलावा ऐसे
व्यक्तियों को छोटी छोटी बातो पर गुस्सा आने लगता है, घबराहट होने लगती है, इनके
दिल की धड़कन तेज हो जाती है, ये उदास रहने लगते है और ये अँधेरे में अकेले बैठने
लगते है.
ऐसे ही लक्षणों
के आधार पर तनाव के लक्षणों को 4 भागो में बांटा जा सकता है –
-
भावनात्मक लक्षण
: भावना से जुड़े लक्षणों
के अनुसार व्यक्ति बैचन महसूस करता है और विश्राम नही कर पाता. साथ ही वो खुद को
हारा हुआ, पराजित और अकला महसूस करने लगता है. उसका मन बदल जाता है.
-
शारीरिक लक्षण : तनाव के कारण व्यक्ति को दस्त, कब्जी और चक्कर
आने लगते है. इससे अपच, जुकाम, छाती में पीड़ा और हृदयगति बढ़ जाती है, साथ ही
व्यक्ति की यौन में भी रूचि कम हो जाती है.
-
स्वभाविक लक्षण :
व्यक्ति को अपने खाने का
ध्यान नही रहता, जिसके कारण वो असमय, कम या ज्यादा खाना खा लेता है. न ही इन्हें
सोने की सुध रहती है. ऐसे लोग अपनी जिम्मेदारियों से भागने लगते है और अपने आप को
विश्राम देने के लिए ये शराब, धुम्रपान और नशीले पदार्थों के आदि हो जाते है.
तनाव कैसे दूर करें |
-
मानसिक लक्षण : इनकी स्मरणशक्ति कम हो जाती है और ये अपनी
एकाग्रता खो देते है. इन्हें सही और गलत का फर्क नही दिखता. साथ ही इनकी सोच
नकारात्मक हो जाती है. ये हर बात की चिंता करने लगते है.
कई लोगो में देखा
गया है कि अधिक तनाव की वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, सिर में
तेज दर्द और नींद ना आने की बीमारी लग जाती है. अगर व्यक्ति अधिक तनाव में ज्यादा
दिन तक रहता है तो इन्हें शारीरिक और मानसिक रोग हो जाते है. कुछ लोग डिप्रेशन में
चले जाते है तो कोई पागल हो जाता है, कुछ लोगो को अपना होश ही नही रहता, वहीँ कुछ
लोग इतना अधिक तनाव ले लेते है कि वे आत्महत्या तक कर लेते है.
तनाव से मुक्त होने संबंधी अन्य सहायता और उपायों को जानने के लिए आप तुरंत
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How to Overcome Stress Tension |
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