1. अगर
किसी व्यक्ति को भूख कम लगती हैं तो वह भूख को बढ़ाने के लिए इमली के पत्तों की
चटनी का प्रयोग कर सकता हैं. इमली की चटनी का सेवन करने से व्यक्ति की भूख तो बढती
ही हैं साथ ही साथ खाना भी पच जाता हैं.
2. बिच्छू के काटने के बाद
बिच्छू जहर के प्रभाव को कम करने के लिए भी इमली के बीजों का उपयोग किया जा सकता
हैं. बिच्छू के जहर के प्रभाव को खत्म करने के लिए इमली के बीजों को खूब घिसें.
बीज को इतना घिसें की बीज के ऊपर की महरून रंग की परत हट जाये. बीज को घिसने से
बीज गरम हो जायेगा. जब बीज के ऊपर की परत हट जाये तो बीज को शरीर के उस भाग पर
चिपका दें जहां पर बिच्छू ने डंक मारा हैं. बीज को बिच्छू के जहर वाले स्थान पर
चिपकाने से बिच्छू के डंक का सारा जहर बीज के अंदर समावेश हो जायेगा तथा बीज स्वत:
ही गिर जायेगा. इमली बीज का प्रयोग करने से आपके शरीर पर बिच्छू के जहर का प्रभाव
खत्म हो जायेगा.
3. पेट के दर्द को ठीक करने के
लिए भी आप इमली के पेड़ की छाल का प्रयोग कर सकते हैं. पेट के दर्द से राहत पाने के
लिए इमली के पेड़ की छल को लें और उसे जला लें. छाल को जलाने के बाद छाल के चुर्ण
में थोडा शहद मिला लें. अब इस चुर्ण का सेवन करें. आपके पेट का दर्द ठीक हो
जायेगा. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
इमली से घरेलू इलाज |
4. अगर किस व्यक्ति को जुलाब
की समस्या हैं तो वह भी इमली का प्रयोग कर सकता हैं. इसके लिए 50 ग्राम इमली का
गूदा लें. 50 ग्राम खारक अर्थार्त छुआरा लें. अब एक गिलास दूध लें और उसे किसी
बर्तन में डालकर गरम होने के लिए रख दें. फिर इसमें इमली का गूदा और छुआरा डाल दें
और दुध को अच्छी तरह से उबाल लें. दूध को उबालने के बाद उसे उतारकर छान लें. अब इस
दूध का सेवन करें. इस दूध को पीने से हल्के जुलाब में राहत मिलती हैं.
5. आमातिसार की बीमारी को ठीक
करने के लिए आप इमली के चुर्ण का प्रयोग कर सकते हैं. आमातिसार की बीमारी को ठीक
करने के लिए इमली के छिलके रहित बीजों को लें. और इन्हें पीस लें. 20 ग्राम पिसा
हुआ जीरा लें. 20 ग्राम पीसी हुई मिश्री लें. अब इन सब को एक साथ मिलाकर छान लें.
अब एक गिलास लस्सी लें. और उसके साथ 2 चम्मच चुर्ण का सेवन प्रत्येक 4 घंटे बाद
करें. आमातिसार से राहत मिलेगी.
6. इमली बहुत ही उपयोगी पदार्थ
हैं. इसका सेवन करने से वात भी नष्ट हो जाता हैं. वात को नष्ट करने के लिए 50
ग्राम इमली का गूदा लें और उसे पानी में 2 या 3 घंटें तक भिगो दें. अब इमली के
गुदे को पानी में मसलकर छान लें. पानी को छान के बाद इसमें 100 ग्राम मिश्री
डालें. थोड़ी लौंग डालें. थोड़ी दालचीनी और इलायची के दानों को मिलाकर घोल लें. अब
इस मिश्रण का सेवन करें. आपको लाभ होगा. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Home Remedy by Tamarind |
7. पुराने नासूर की सूजन को कम
करने के लिए भी इमली की पत्तियों के क्वाथ का इस्तेमाल किया जा सकता हैं. नासूर को
ठीक करने के लिए नासूर को इमली की पत्तियों के क्वाथ से धो लें. इमली की पत्तियों
के क्वाथ से नासूर को धोने से नासूर की सूजन कम हो जाएगी.
8. कुछ व्यक्तियों के कान में
अक्सर दर्द होता हैं. जिससे उनको किसी की बात ठीक ढंग से सुनाई नहीं देती. इमली के
पत्तों के रस का प्रयोग करने से कान का दर्द ठीक हो जाता हैं. इसके लिए इमली की पत्तियों का रस लें और उसमे तिल के तेल
की कुछ बूंदों को डाल लें. अब इस रस को कुछ देर के लिए पका लें. रस को पकाने के
बाद रस की दो – दो बूंद को दोनों कानों में डालें. कान का दर्द ठीक हो जायेगा तथा
सुनने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी.
9. दाद – खुजली को खत्म करने
के लिए भी इमली के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता हैं. दाद और खुजली को खत्म
करने के लिए रोजाना इमली की पत्तियों को पीस कर दाद पर लगायें. दाद से तथा खुजली
से राहत मिलोगी.
10.
खांसी को ठीक करने के लिए इमली के पत्तों का उपयोग करना
बहुत ही लाभदायक होता हैं. इसके लिए इमली के पत्तों के क्वाथ में काला नमक मिलाकर
पिए. इमली के पत्तों के क्वाथ में काला नमक मिलाकर पीने से पुरानी से पुरानी खांसी
ठीक हो जाती हैं.
11.
इमली की पत्तियों के रस का का प्रयोग करके पेट के सभी रोगों
से छुटकारा पाया जा सकत हैं. इमली का रस कृमी नाशक होता हैं. रोजाना इमली के
पत्तों का रस पीने से पेट के सभी विकारों से तथा कृमी से छुटकारा मिल जाता हैं.
Imli se Ghrelu Ilaaj |
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