केसर के
स्वास्थ्य लाभ ( Health Benefits of Saffron )
केसर को ना जाने
कितने ही रोगों की मुक्ति के लिए एक औषधि के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिससे ये
मनुष्य जीवन में एक विशेष स्थान रखता है. केसर से मनुष्य अपनी छोटी से लेकर बड़ी,
मानसिक से लेकर शारीरिक हर तरह की बिमारी से निजात पा सकता है. इसीलिए इसे
आयुर्वेद की सबसे अहम बूटी भी माना जाता है. केसर के कुछ ऐसे ही औषधीय और
आयुर्वेदिक गुण और उनके प्रयोग नीचे लिखे है. इन्हें जानियें, इस्तेमाल करें और
इनसे लाभ पायें. CLICK HERE TO KNOW संजीवनी बूटी केसर ...
Kesar ke Ghrelu Aayurvedic Aushdhiya Upyog |
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शरीर को
मजबूती (
For Body Building ) : सर्दी के मौसम में अकसर बच्चो को ठण्ड लग जाती है
जो उनकी छाती में जाकर मलगम बना देती है और खांसी जुखाम का कारण बनती है. इस
स्थिति में आप बच्चों को रात को सोने से पहले 1 ग्लास दूध में चुटकी भर केसर और 1
चम्मच शहद डालकर पिलायें तो उन्हें जल्द ही आराम मिलता है और उन्हें वे चैन की
नींद सो पाते है. ये उपाय बच्चे या बड़ा कोई भी अपना सकता है.
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दस्त /
अतिसार (
Diarrhea ) : पतले दस्त या अतिसार होने पर आप केसर की 2 पत्तियों को कुछ बूंद बानी
के साथ घोटें. इसके साथ ही आप आम की गुठली, जायफल, बच और सौंठ को भी समान मात्रा में
लेकर उसका लेप तैयार कर लें. अब आप इस लेप में घोटे हुए केसर को मिला लें और इसे
इसे सुबह शाम पानी के साथ लें. CLICK HERE TO KNOW आयुर्वेद में अंजीर का महत्व ...
केसर के घरेलू आयुर्वेदिक औषधीय उपयोग |
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माहवारी
(
Menstruation ) : अनेक स्त्रियों में ये देखा गया है कि उनका
मासिक चक्र समय पर नही आता, माहवारी के समय अधिक पीड़ा होती है या उनके गर्भाशय में
सुजन आ जाती है. इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए भी केसर को बहुत लाभदायक
माना जाता है. तो इन स्त्रियों को प्रतिदिन कुछ मात्रा में केसर का सेवन अवश्य
करना चाहियें.
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नकसीर ( Hemorrhage ) : बच्चो में गर्मियों में समय में नकसीर की बहुत शिकायत आती है. इस
स्थित में उनकी नाक से बेहद खून निकलने लगता है. इस स्थिति में आप थोडा चन्दन और
केसर मिलाकर उसका एक लेप तैयार करें और उसे बच्चे की नाक, माथे और छाती पर लगायें.
इससे बच्चे को ठंडक मिलती है और उसकी नाक से खून बहना भी बंद हो जाता है.
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स्मरण
शक्ति (
Memory and Concentration Power ) : केसर
में पाया जाने वाला तत्व क्रोसिन यादाश्त को तेज करने में सहायक होता है. इससे
एकाग्रता भी बढती है और बुखार में भी आराम मिलता है. इस उपाय को खास तौर से
विद्यार्थियों को अपनाना चाहियें. ताकि वो अपनी पढाई में अच्छी तरह से मन लगा सके
और जो वो पढ़े उन्हें वो याद रह सके.
Aayurvedic Medicine Home Uses of Saffron |
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शीतलता
(
Calmness ) : जिस तरह केसर की सुगंघ मन और मस्तिष्क को
सुगन्धित और मोहित कर शीतलता प्रदान करती है उसी प्रकार केसर बूटी का लेप शारीरिक
रूप से शीतलता प्रदान करता है. इस शीतलता को अनुभव करने के लिए आप केसर को चन्दन
के साथ मिलाकर घिसें और उसका एक लेप तैयार कर लें. इस लेप को आप अपने माथे, सिर,
मस्तिष्क और नेत्र पर लगायें. इससे ना सिर्फ आपको शीतलता मिलती है बल्कि आपके मन
को शांति और शरीर को उर्जा भी प्राप्त होती है. अगर आपके सिर में दर्द है तो आपको
इससे भी आराम मिलेगा.
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जलने पर
( On
Burning ) : अगर किसी व्यक्ति की त्वचा किसी कारणवश झुलस गयी
है या उसे चोट के कारण घाव है तो उसे उस स्थान पर केसर का लेप लगाकर इस्तेमाल करना
चाहियें. इससे उनकी जली हुई त्वचा की जगह नयी त्वचा का निर्माण होता है और घाव भी
भरने लगते है. इस तरह उन्हें केसर का फायदा होता है.
संजीवनी बूटी की तरह कारगर है ये केसर |
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पाचन
तंत्र (
Digestive System ) : केसर को दूध या किसी व्यंजन में मिलाकर सेवन
करने से पाचन तंत्र, यकृत, किडनी, आंते और नसों सभी को मजबूती मिलती है. इससे आपका
शरीर भोजन से उनके सभी पौषक तत्व आसानी से ले पाता है और आपके शरीर को स्वस्थ रखता
है. पाचन तंत्र के स्वस्थ रहने से आपको किसी तरह का वायु दोष जैसे कब्ज, एसिडीटी,
अफारा और गैस इत्यादि भी नही होते.
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आँखों
की रक्षा ( Protects Eyes ) : शौध के
दौरान ये बात सामने आई है कि केसर का नियमित रूप से सेवन करने वाले व्यक्ति की
आँखे हमेशा ठीक रहती है और उन्हें आँखों से जुड़ा कोई रोग नही होता. साथ ही अगर
किसी व्यक्ति को मोतियाबिंद का रोग है तो उसे भी केसर का नियमित रूप से सेवन करने
से लाभ प्राप्त होता है.
Rognaashak Kesar |
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रक्त
शुद्धिकरण ( Purify Blood ) : केसर में ऐसे अनेक गुण होते है जो खून को साफ़
करता है और हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है. ये रक्तचाप को नियंत्रित कर हृदय
रोगों से भी बचाता है और ब्लैडर की समस्या को दूर कर राहत पहुंचाने में मदद करता
है.
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जोड़ों
में दर्द ( Joint Pain ) : जैसे जैसे उम्र बढ़ने लगती है ये रोग काफी
सामान्य हो जाता है, आजकल तो युवा पीढ़ी जो सारा दिन कुर्सी पर बैठे रहते है उनमे
भी इस समस्या को देखा गया है. किन्तु केसर का इस्तेमाल करने से आपको जोड़ो में
दर्द, मांसपेसियों में राहत और थकान से निजात मिलती है. इसके लिए आप इसका पेस्ट
बनाकर जोड़ो पर इस्तेमाल कर सकते हो या चाहो तो आप इसका सेवन भी करके भी लाभ उठा
सकते हो.
Kesar ke Anmol Swasthya Laabh |
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अनिद्रा
(
Insomnia ) : ये रोग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, इसका मुख्य
कारण तनाव होता है. जो अनिद्रा के साथ साथ अन्य बीमारियों को भी बुलावा देता है.
इसमें व्यक्ति चाह कर भी सो नही पाता. ऐसे रोगियों को रात को सोने से पहले 1 ग्लास
दूध में केसर को मिलाकर पीना चाहियें. इस तरह इनके मन को राहत मिलती है और इन्हें
चैन की नींद आती है. ये उपाय अवसाद की समस्या को भी दूर करता है.
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कामशक्ति
बढायें (
Increase Libido ) : केसर में ऐसे अनेक तत्व पाए जाते है जो मनुष्य को
शारीरिक संबंध बनाने के लिए उत्तेजित करते है अर्थात केसर कामशक्ति को बढाने में
सहायक होता है. यही नही इससे मूत्राशय, तिल्ली रोग, प्रदाह जैसे रोगों से भी
मुक्ति मिलती है.
केसर के स्वास्थ्य लाभ |
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दांतों
की देखभाल ( Care Tooth ) : दाँतों का हिलाना, मसूड़ों में सुजन, पायरिया,
जख्म, बदबू या दाँतों से जुडी हर तरह की परेशानी का एक ही इलाज है और वो है केसर.
ये सिर्फ दाँतों और मसूड़ों को ही नही बल्कि जीभ को भी स्वस्थ रखता है. इसीलिए केसर
को मुंह का सम्पूर्ण डॉक्टर कहा जाता है. जो मुंह की हर बिमारी को दूर कर उसकी
देखभाल करता है.
केसर के
अन्य आयुर्वेदिक प्राकृतिक और औषधीय उपयोगों के बारे में अधिक जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Kesar ke Gun Fayde |
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- हनुमान जी के सफल टोटके
can kesar will be useful for curing diabetise
ReplyDeletecan keshar clear heart blockage completly
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