मुली के कुछ महत्वपूर्ण
प्राकृतिक गुण ( Some Important
Natural Qualities of Radish )
1.
प्राचीन परम्पराओं के
अनुसार ऐसा कहा गया है कि रात के समय मूली का सेवन अशुभ होता है. यदि कोई व्यक्ति शौच
जा रहा है तो उसे थोड़ा – सा अदरक का सेवन करने के बाद जंगल जाना चाहिए तथा किसी
सभा में बैठने से पहले अदरक का सेवन कर लेना चाहिए. कई बार मूली पचने में अधिक समय
लेती है और मूली को खाने के बाद इसकी डकार आती है. यदि आप भी कभी मूली खाएं तो
उसके तुरंत बाद थोड़ा – सा अदरक खा लें इसे खाने से मूली को पचने में ज्यादा समय
नहीं लगेगा और मूली की डकारें आनी भी बंद हो जाएगी. CLICK HERE TO KNOW मुली से सांस खांसी और गंभीर रोगों का अनोखा उपचार ...
Muli keKuch Mahtvpurn Prakratik Gun |
2.
मूली खाने के तुरंत बाद
खाना खाने से, भोजन जल्दी नहीं पचता इसलिए खाना खाने से कुछ देर पहले मूली नहीं
खानी चाहिए. यदि आप मूली खा रहे हैं तो उसे भोजन करने से लगभग आधा – एक घंटा पहले
खाएं या भोजन करने बाद खाएं तभी मूली का सेवन आपके शरीर के लिए लाभदायक होगा
किन्तु इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि मूली का सेवन करने के बाद दूध तथा दही का
सेवन बिल्कुल ना करें.
3.
यदि आप अपने शरीर में
हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाना चाहते हैं तो मूली के रस के साथ अनार के रस का
सेवन अवश्य करें. CLICK HERE TO KNOW खीरा एक ठंडा व फायदेमंद फल है ...
मुली के कुछ महत्वपूर्ण प्राकृतिक गुण |
4.
ज्यादातर व्यक्ति केवल मूली
का ही सेवन करते हैं तथा मूली के पत्तों का सेवन नहीं करते क्योंकि उन लोगों को
मालुम नहीं होता कि जितने पौषक तत्व मूली में पाए जाते हैं उतने ही पौषक तत्व मूली
के पत्तों में भी पाए जाते हैं. जितना स्वाद मूली की सब्जी में होता है उतना ही
स्वाद मूली के पत्तों से बनी भुजी – सब्जी तथा पराठों में भी होता है. मूली के
पत्तों में छोटी – छोटी फली भी लगती है जिसे कुछ लोग मोंगर अथवा मोंगरा भी कहते
हैं.
5.
शरीर में कुछ कार्बन डाई
ऑक्साइड जैसी जहरीली गैस पाई जाती है जो मूली का सेवन करने से बाहर निकल जाती है
और ऑक्सीजन गैस प्रदान करती है.
Some Important Natural Qualities of Radish Muli |
6.
मूली थकावट को दूर करने तथा
नींद लाने में मदद करता है.
7.
अपने दांतों का पीलापन दूर
करने के लिए एक मूली लें, उसका एक टुकड़ा काट लें, टुकड़े पर नींबू का रस लगा लें,
अब इसे अपने दांतों पर रगड़ें या मूली को काटकर छोटे – छोटे टुकड़े कर लें, इन
टुकड़ों पर नींबू लगा लें, फिर इसे चबाएं और कुछ देर के बाद मुंह से निकाल दें, ऐसा
कुछ दिनों तक लगातार करने से आपके दांत बिल्कुल साफ हो जाएँगे.
8.
पेट की समस्या में मूली तथा
उसके पत्ते का सेवन किया जाता है. पेट की समस्या में मूली बहुत ही लाभदायक है.
मुली का खाने में प्रयोग |
9.
यदि आपको किसी प्रकार का
खून का रोग है तो मूली का सेवन करें इससे आपके खून के रोग ठीक हो जाएँगे.
10.
रूखी त्वचा को कोमल और
मुलायम बनाने के लिए मूली के कुछ पत्ते लें, इन्हें पीस लें, अब इस लेप को अपने
चेहरे, हाथ तथा पैरों पर लगाएं. मूली में विटामिन ‘C’, जिंक, ‘B’ कॉम्प्लेक्स विटामिन तथा फोस्फोरस की मात्रा
पाई जाती है इसलिए त्वचा पर मूली के पत्ते का लेप लगाने से त्वचा का रूखापन दूर
होता है और त्वचा अत्यंत कोमल और मुलायम हो जाती है.
मुली के अन्य प्राकृतिक
गुणों और रोगों में मुली के प्रयोग के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे
कमेंट करके अधिक जानकारी हासिल कर सकते हो.
Muli ka Khane mein Prayog |
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- हनुमान जी के सफल टोटके
Mujhe chhati me dard rahta hai kya kare
ReplyDeleteDilip ji Dard ke bahut karan ho sakte hai. Ap phle check up karwaaye or pata lagaaye ki kya karan hai apki chhati mein dard ka ... Tab koi ilaaj aap kar sakte hai ...
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