गन्ने और गुड से
बीमारयों को भगायें ( Keep Diseases by using Sugarcane and Jaggery )
गन्ना एक मीठे रस से भरपूर फसल है जिससे गुड़
बनाया जाता है. गुड व गन्ने के अपने फायदे हैं और यहीं कारण है कि इसका इस्तेमाल
कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है. गन्ने का रस शीतल व गुणकारी होता है व
इसका सेवन करने भर से आप खुद को कई बीमारियों के खिलाफ सशक्त कर सकते हैं. गुड़ व
गन्ने के आपके लिए निम्न फायदे हैं. CLICK HERE TO KNOW गुड बनाने की विधि ...
Rogmukt Hone mein Ganne or Gud ka Mahtv |
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गलगंड
के रोग में लाभकारी (Useful Against Goiter Disease) :
गन्ने
का रस निकालते वक्त उसमे कुछ हरड का चूर्ण मिलाकर नित्य प्रतिदिन पीयें. गलगंड के
रोग से राहत मिलेगी.
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दांतों
के लिए सबसे अच्छा मंजन (The Best Tooth Paste For Your Teeth) :
गन्ना दांतों
के लिए सबसे अच्छा मंजन है. अगर आप हर रोज सुबह एक गन्ना चूसें तो आपके दांत साफ,
मजबूत व चमकदार रहेंगे. साथ ही साथ आपके दांतों में कीड़े लगने का डर भी नहीं
रहेगा.
·
श्वास
में लाभ (Helpful
For Breathing) :
कुछ
मात्रा में गुड को सरसों के तेल से मिलाकर सेवन करने से आपको श्वास समस्या में भी
लाभ होगा, साथ ही अगर टाइफाइड जैसे रोग में आप गन्ने के रस का सेवन करते हैं तो
जल्द राहत मिलती है.
·
शीत और
वात रोगों में लाभ :
जीरा
मिला हुआ गुड़ अपनी दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल करने से आपको शीत व वात रोगों में
भी लाभ मिलता है. CLICK HERE TO KNOW गुड के देशी आयुर्वेदिक स्वास्थ्यवर्धक फायदे ...
रोगमुक्त होने में गन्ने और गुड का महत्व |
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गुड़ की चाश्नी
में आंवलों का मुरब्बा बनाकर खाएं :
गुड़ की चाश्नी
में आंवले का मुरब्बा बनाकर खाने से आप सर्दियों में भी दूसरों के मुकाबले अधिक
चुस्त व तंदुरुस्त रहेंगे.
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डिहाइड्रेशन
के खिलाफ रामबाण इलाज (Helpful Against Dehydration) :
गर्मियों
में नित्य प्रतिदिन गन्ने के रस का सेवन करने से आपको डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं
का शिकार नहीं होना पड़ता. साथ ही गन्ने का रस शीतल एवं मीठा होता है जिस वजह से
इसे पीकर आपके कंठ को भी राहत मिलती है.
·
कनखजूरा
अथवा बिच्छु के काटे का इलाज (Helpful Against Bite Of Nocturnal Insects) :
कनखजूरा
व बिच्छु मिटटी में रहने वाले ऐसे जीव है जिनके अनगिनत पैर होते हैं. यदि आपको
गलती से इनमे से कोई भी जीव काट ले तो आपको अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है.
यदि आपको भी ऐसे किसी भी जीव ने काट लिया है तो गुड को गाय के गोबर के उपलों के
बीच जलायें और उस राख को अपने जख्म पर लगायें. लाभ अवश्य होगा.
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बवासीर
के रोग में लाभकारी (Helpful Against Piles) :
यदि
आपको बवासीर का रोग है तो आप आसानी से इसमें उत्पन्न होने वाले मस्सों से छुटकारा
पा सकते हैं. इसके लिए गुड़ को गाय के गोबर से बने उपलों के बीच जलाकर उसकी राख में
कुछ हल्दी व गन्ने का रस मिलाकर अपने मस्सों पर लगायें. आपको शीघ्र आराम मिलेगा.
Importance of Sugarcane and Jaggery in Treatment |
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पैर में
से खून निकलने पर (Helpful
Against Feet Bleed) :
आमतौर
पर पैर में कोई काँटा चुभ जाने पर या पाँव में कोई कील / पेंच इत्यादि लग जाने पर
असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आप मध्यम आंच पर गुड़ को सेंककर व
हल्दी के साथ मिलाकर अपने तलवों पर मलहम की तरह लगायें. जल्द ही आपके पैरों से खून
निकलना बंद हो जायेगा.
·
आपकी
प्रतिरोधक क्षमता बढाए (Increases Your Immunity) :
तुलसी
की पत्तियों के रस के साथ मुलैठी का रस व दालचीनी के साथ गन्ने का रस, अदरक,
नींबू, इलायची, लौंग इत्यादि मिलाकर सेवन करने से आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढती है.
गन्ने और गुड के
अन्य लाभ और उपचार में इनके महत्व के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे
कमेंट कर जानकारी हासिल कर सकते हो.
गन्ने और गुड़ से होने वाले उपचार |
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