चमकदार स्वास्थ्य के लिए वास्तु नुस्खें (Vastu Tips for Health)
वास्तु में केवल घर के सुख समृद्धि हेतु ही उपाय नहीं बताये
जाते बल्कि इसमें आपकी सेहत से जुड़े हुए भी कुछ उपाय दिए गये हैं. जिन
पर ध्यान देकर अप अपने जीवन को सुखी और स्वस्थ बना सकते हैं. अच्छा स्वास्थ्य
हर व्यक्ति के जीवन का आधार होता हैं. क्योंकि यदि
व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं रहेगा तो उसके पास बेशक कितने ही सुख – साधन क्यों
न हो. उनका आनंद वह नहीं उठा पाएगा. क्योंकि जब व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहता
हैं तभी उसका मन प्रसन्न रहता हैं और वह अपने आस – पास होने वाली
गतिविधियों में शामिल हो पाता हैं या अपने आस – पास उपस्थित साधनों का प्रयोग कर
पाता हैं. आज के समय में यदि कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं
तो हम उस व्यक्ति के बीमार होने के मनोवैज्ञानिक, बॉयोलोजिकल और सामाजिक कारणों
को जाने की कोशिश करते हैं. लेकिन हम वास्तु के अनुसार होने वाली बिमारियों
की तरफ ध्यान नहीं देते. अक्सर हम अनजाने में ही कुछ वास्तु नियमों को
नजरंदाज कर देते हैं. जिसकी वजह से ही हमारी तबियत ख़राब हो जाती हैं. तो चलिए
जानते हैं कि ऐसे कौन से कारण हैं, जिनकी वजह से व्यक्ति बीमार हो सकता हैं और उन
कारणों का ध्यान रखकर एक सुखी और स्वस्थ जीवन जीने के योग्य बन सकता हैं.
स्वास्थ्य के लिए वास्तु टिप्स (Vastu Tips for Health)
1.सोने की सही दिशा (Sleeping Direction) - अच्छा स्वास्थ्य
काफी कुछ हमारे सोने की अवस्था पर भी निर्भर करता हैं. जैसे यदि आप अपना सिर
दक्षिण दिशा की ओर करके सोते हैं तो आपका स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहेगा. इसके अलावा
यदि आपको पित्त की शिकायत हैं तो आप अपने दाहिने हाथ की ओर करवट लेकर सो
सकते हैं तथा यदि आपको कफ की शिकायत हैं. तो वास्तुशास्त्र के अनुरूप आपको
बाई और करवट लेकर सोना चाहिए. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT वास्तुशास्त्र की दिशाओं का ज्ञान ...
Shanti Samriddhi or Svasthy ke Liye Vastu Tips |
2.सीढियाँ (Stairs)
- यदि आप घर बना रहे हैं तो अपने घर की
सीढियों को घर के कोने में बनवाएं. क्योंकि जो व्यक्ति अपने घर में सीढियाँ
बिल्कुल घर के बीच में बनवाते हैं. उनकी तबियत अधिकतर ख़राब रहती हैं.
3.फर्नीचर (Furniture)
– अक्सर लोग अपने घरों में फर्नीचर ड्राइंग रूम
के बीच में रखते हैं लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के बीच में फर्नीचर नहीं
रखने चाहिए. घर के बीच का स्थान ब्रहमस्थल होता हैं. इस स्थान में किसी
तरह के पत्थर का या कंकरीट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए तथा प्रयास करना
चाहिए कि यह स्थाम अधिकतर खाली ही रहे. क्योंकि इससे घर के सदस्यों की तबियत
अधिकतर समय ख़राब रहती हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT धन की वर्षा के लिए वास्तु टिप्स ...
शांति समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए वास्तु टिप्स |
4.बीम (Beem) – घर बनवाते समय बीम को भी घर के बीचों बीच न बनवाएं.
क्योंकि इससे दिमाग से सम्बन्धित परेशानियाँ उत्पन्न हो सकती हैं.
5. अग्नि (Fire)
– वास्तुशास्त्र के अंतर्गत घर में बिमारियों
के पैदा होने का सबसे बड़ा कारण हैं घर में अग्नि का गलत दिशा में का
प्रयोग होना. यदि आप दक्षिण मुखी घर में रहते हैं तो कभी – भी अपने घर
की दक्षिण दिशा में आग न जलाएं.
6.रौशनी देने वाली वस्तुएं (the Lighting Objects) – वास्तु शास्त्र
के अनुसार जिन वस्तुओं से घर में रौशनी होती हैं जैसे दीपक मोमबती या अन्य
चीजें. उन्हें हमेशा घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में रखे और यदि आपके घर में कोई
व्यक्ति बीमार हैं तो उसके कमरे में लगातार एक हफ्ते तक मोमबती जलाकर रखें.
इससे उस व्यक्ति के स्वास्थ्य में जल्द ही सुधार होगा.
7.दक्षिण मुखी घर (South Faced Home) – यदि आप के घर
का में गेट दक्षिण दिशा की ओर हैं तो जितना सम्भव हो उसे बंद रखें,
जिससे की आपके घर से आपको बाहर की सडक न दिखाई दें. ऐसा करने से आपके घर के
व्यक्तियों का स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहेगा.
8. रसोई घर का स्थान (Kitchen) – हमारे स्वास्थ्य
से किचन का स्थान भी जुडा हुआ होता हैं. इसलिए यदि आप सुखी और स्वस्थ रहना चाहते
हैं तो घर बनवाते समय रसोई का स्थान दक्षिण – पश्चिम दिशा की ओर रखें. इससे
घर के व्यक्ति मानसिक अवसाद की चपेट में नहीं आते.
Vastu Aur Ghar ke liye Jaruri Upay |
9. मुख्य द्वार और रसोई (Mein Gate and Kitchen) – यदि आपके घर के मुख्य
द्वार के ठीक सामने रसोई घर हैं. जिससे की आपके घर के सामने से आने जाने
वाले प्रत्येक व्यक्ति को आपका घर दिखाई देता हैं. तो वास्तु के अनुरूप
इससे घर की मुख्य महिला के द्वारा बनाये गये भोजन में स्वाद नहीं आता तथा उसकी
तबियत अधिकतर समय खराब रहती हैं.
इसके यदि आपके घर
की रसोई बड़ी हैं तो आप अपना भोजन रसोईघर में ही बैठ कर करें. इससे यदि आपके
घर के किसी सदस्य की कुंडली में राहु के दुष्ट प्रभाव हैं तो उस व्यक्ति की
कुंडली में से ये प्रभाव नष्ट हो जायेंगे.
10.हनुमान जी का
चित्र (Hanuman’s Picture) – यदि आप चाहते
हैं कि आपके घर के सभी लोगों का का स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहे तो इसके लिए अपने घर
की दक्षिण दिशा में एक हनुमान जी का पोस्टर जरूर लगायें.
Vastu Aur Svasthay |
11. पलंग (Bed) – वास्तुशास्त्र में यह
मान्यता हैं कि हमेशा पलंग की लम्बाई सोने वाले व्यक्तियों की लम्बाई से अधिक
होनी चाहिए. इसके साथ ही पलंग पर छोटा या बड़ा कैसा भी दर्पण नहीं लगा होना चाहिए.
क्योंकि यदि दर्पण लगा होगा और सोने से पहले आप उसमें अपना प्रतिबिम्ब
देखते हैं तो इससे आपकी सेहत को नुकसान पहुँचता हैं और आपकी आयु भी कम होती
हैं.
12. दर्पण (Mirror) – कभी – भी दर्पण
को अपने कमरे के ऐसे स्थान पर न लगायें जहाँ से आपको अपना प्रतिबिम्ब लेटी हुई
अवस्था में दिखाई दें. इसके सतह ही बेड को कभी भी दीवार के कोने से सटाकर
बिल्कुल न रखें. क्योंकि इसका असर भी आपकी सेहत पर पड़ता हैं.
Bed Room Rasoi ke liye Vastu |
13. दवाई (Medicine) – हमेशा यह ध्यान
रखें कि पलंग के साथ में रखी हुई मेज पर दवाइयाँ रखी हुई न हो. इसके साथ ही
अपने शयनकक्ष में फ्रिज न रखें. इससे भी आपके स्वास्थ्य को हानि पहुँचती
हैं.
स्वास्थ्य से सम्बन्धित अन्य वास्तु उपायों को
जानने के लिए आप नीचे तुरंत कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं.
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घर में लगाए जाने वाले पौधे और बेडरूम में कौन-कौन से पौधे लगाएं इसके बारे में जानकारी चाहिए
ReplyDeleteसुमित जी,
Deleteघर, बेडरूम या घर के किस कोने में कौन सा पौधा लगाना चाहियें और कौन सा नहीं, इस बारे में आपको सारी जानकारी नीचे दिए लिंक में मिल जायेगी.
http://www.jagrantoday.com/2016/03/kaun-sa-paudha-lagayen-or-kaun-sa-nahi.html
इसके बाद भी अगर आपको कोई संदेह रह जाये या आप कुछ और जानना चाहे तो आप दुबारा कमेंट अवश्य करें.
संपर्क के लिए धन्यवाद
जागरण टुडे टीम