बरनौली का सिद्धांत
बरनौली का सिद्धांत जिसे
अक्सर बरनौली की इक्युएसन के नाम से भी जाना जाता है, ये वो सिद्धांत है जो बताता है कि
एक द्रव अपनी आदर्श स्थिति, दबाव और घनत्व में एक दुसरे के
प्रति इन्वेर्सेली रिलेटेड होता है. अगर दुसरे और आसान शब्दों में कहा जाए तो जब
एक द्रव पदार्थ धीमी गति से चलता है तो वो तेजी से चलते द्रव पदार्थ से कहीं अधिक
दबाव डालता है. यहाँ द्रव शब्द सभी तरल पदार्थों और गैसों पर लागू होता है. आज हम
आपको एक प्रयोग के माध्यम से समझाने की कोशिश करेंगे कि आखिर बरनौली सिद्धांत है
क्या और ये किस तरह अपना काम करता है. तो चलिए शुरू करते है. CLICK HERE TO KNOW नीम्बू से बनाये आग भुझाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस ...
प्रयोग द्वारा समझें कि क्या है बरनौली का सिद्धांत |
आवश्यक सामग्री :
- 1 कांच की कीप ( Funnel )
- 1 छोटी टेबल टेनिस की पिंग पोंग गेंद
बरनौली सिद्धांत प्रयोग :
नंबर 1 :
सबसे पहले आप पिंग पोंग
बॉल को कांच की कीप के अंदर डाल लें और कीप के नीचे वाले हिस्से को अपने मुहँ के
पास ले आयें. कीप को सीधा रखें और कीप में जोर से फूंक मारते रहें. ऐसा करने से
गेंद कीप से बाहर जाकर नहीं गिरेगी बल्कि वो गेंद कीप में ही गोल गोल घुमती रहेगी, जिसे देखकर बाकी सब चौक जायेंगे.
Prayog Davara Samjhen ki Kya Hai Bernoulli ka Siddhant |
नंबर 2 :
अबकी बार आपको कीप को
मुहँ के हॉरिजॉन्टल रखना है, आप फिर से गेंद को कीप में डालें और फिर से तेज फूंक मारें. लेकिन ये क्या
इस बार भी गेंद कीप से बाहर नहीं गयी बल्कि कीप में ही गोल गोल घुमती रहेगी और एक
बार फिर सब चौक जायेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है.
नंबर 3 :
इस बार आप इसे थोडा और
मुश्किल बना दें और कीप का फेस नीचे की तरफ कर दें फिर से बॉल को कीप के अंदर
डालें और उसके दूसरी तरफ से कीप में फूंक मारें, लेकिन इस बार भी गेंद कीप से बाहर नहीं गिरेगी बल्कि
कीप में ही गोल गोल घुमती रहेगी और एक बार फिर सब चौक जायेंगे.
Bernoulli ka Pramey |
लेकिन ऐसा क्यों हुआ?
दरअसल इसका जवाब है
बरनौली सिद्धांत, क्योकि
इस सिद्धांत के अनुसार कीप की नली से जो हवा छोड़ी जा रही थी वो सीधे बाहार ना
निकलने की जगह गेंद के चारों तरफ से होकर निकलेगी और बॉल पर चारों तरह से दबाव
डालेगी. साथ ही गेंद के ऊपर सबसे अधिक दबाव होगा जो उसे बाहर नहीं गिरने देगा और
यही है बरनौली का सिद्धांत.
अगर आसान शब्दों में कहें
तो जब कीप में फूंक मारी जाती है तो हवा की गति तेज होती है लेकिन जब वो कीप से
बाहर आती है तो उसकी गति कम जो जाती है और यही वजह है कि कीप की नली में दबाव अधिक
नहीं होता जबकि कीप के चौड़े वाले हिस्से में दबाव ज्यादा होगा. ऐसे में गेंद पर
अधिक दबाव से कम दबाव की तरफ बल ज्यादा लगेगी और वो कीप से बाहर निकलने की जगह कीप
में ही घुसने की कोशिश करेगी, ऐसा ना होने पर ना तो वो बाहर गिरेगी और ना ही कीप की नली में घुस पाएगी.
अगर कुछ कर पाएगी तो सिर्फ कीप में गोल गोल घुमती रहेगी.
तो दोस्तों उम्मीद है कि
अब आपको बरनौली सिद्धांत अच्छी तरह से समझ आ गया होगा, अगर नहीं तो आप खुद एक बार इस
प्रयोग को करके देखें आपको आपके सभी सवालों का जवाब खुद ब खुद मिल जाएगा.
Bernoulli Pramey ke Anuprayog |
बरनौली सिद्धांत या बरनौली
प्रमेय के बारे में अधिक जानकारी या किसी तरह के सवाल के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट
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Bernoulli ka Siddhant Kya Hai, Bernoulli Equation, Kaise Kaam Karta Hai
Bernoulli ka Siddhant
Favvare par jal ki duri tay karne ki sthiti kis niyam se related h
ReplyDeleteBarnoli permey ka diagram
ReplyDeleteShow your video sir
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