नपुंसकता –1 नपुंसकता में आम के रस में शहद मिलाकर प्रतिदिन सुबह
15-20 दिन तक सेवन करने से यह शिकायत दूर होती है.
2- यदि किसी
व्यक्ति को नपुंसकता की शिकायत हो तो 2-3 माह तक शाम को पके आमों का रस चीनी ,पानी
व दूध मिलाकर पीने मरदाना ताक़त बढती है.
दमा -1 आम की गुठली का
चूर्ण 5 ग्राम पानी में मिलकर पीने से दमा में आराम मिलता है.
2- शहद मिलकर आम की
गुठली का चूर्ण चाटना पर दमा में आराम मिलता है.
पाचन शक्ति बढ़ाना - पाचन शक्ति में
समस्या होने पर 50 ग्राम आम के रस में 2 ग्राम पिसी सोंठ मिलाकर सेवन करने से पाचन
शक्ति बढती है.
मुत्रावरोध- आम की जड़ का क्षिलका व शीशम के पत्ते, एक कप पानी में उबालकर, ठण्डा होनर पर
मिश्री मिलाकर पीने से पेशाब खुल कर आने लगता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
देशी दवाई में आम का इलाज |
दस्त –1 दस्त होने
पर आम की भीतरी छाल पीस – छान कर पानी, चीनी के साथ पीने से दस्त में आराम मिलता
है.
2- कच्चे आम और जामुन
के पत्तों का रस गुनगुना करके 2-3 चम्मच पीने से दस्तों में आराम मिलता है.
उल्टी- कुछ आम और पुदीने के
पत्ते लीजिये, दोनों की मात्र सामान होनी चाहिए अब इन्हें पीस लीजिये और इसका काढ़ा
बना लीजिये, इसे शहद के साथ मिला कर रोगी को पिलाने पर रोगी की उल्टियाँ बंद हो
जाती हैं.
क्षय लगना- एक कप आम का रस लीजिये इसमें 50 ग्राम शहद मिला लीजिये इसे सुबह शाम पीने से
क्षय की शिकायत दूर होती है.
लू लगना- कच्चे आमों का पाना बना लीजिये या कच्चे आमों को आग में भून कर, उनका गूदा
निकाल लीजिये उसमे पानी चीनी और बर्फ डाल कर पीजिये इससे लू की शिकायत दूर होगी.
दाद- थोडा सा अमचूर
लीजिये और इसमें थोडा सा सेंध नमक मिलकर पीस लीजिये इसका लेप बना लें इससे दाद पर
लगायें इससे दाद से आराम मिलता है .
मकड़ी का विष-1 थोड़े से सूखे आम लीजिये इससे पानी में घिस लीजिये इसका एक लेप बना लें इससे
लगाने से विष प्रभावहीन हो जाता है.
2- यदि आपको
किसी जहरीले कीड़े ने काटा है तो उसके लिए आम की गुठली लीजिये इससे पानी में घिस
लीजिये इसे काटे हुए स्थान पर लगाने से जहरीले कीट के काटे की दाहसंकता कम हो जाती
है.
गले का दर्द – कुछ आम के पत्ते लीजिये इसे जला लीजिये ओस्का धुआं पीने से गले के दर्द
से आराम मिलता है.
पेट के कीड़े – आम की गुठली लीजिये इसे पीस लीजिये इसे खाने से पेट के कीड़ों से निजात मिलती
है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Deshi Dawai mein Aam Ka ilaaj |
बवासीर –1 कुछ कच्चे
आम लीजिये इसका रस निकाल लीजिये यह रस नियमित पीने से बवासीर में लाभ होता है.
2- कुछ आम की
पत्तियों को पीस लीजिये इसमें थोड़ी सी चीनी मिला कर इसका घोल बना लीजिये इसको
नियमित रूप से पीने से एक महीने में बवासीर से रहत मिलती है.
ह्रदय रोग – थोडा सा आम रस लीजिये. थोड़ी सी अदरक पीस कर उसका रस निकाल लीजिये इसे आम रस
में मिला कर पीने से ह्रदय रोग से मुक्ति मिलती है.
फुंसियाँ – थोडा सा अमचूर लीजिये इसमें पानी मिलकर पीस लीजिये इसका एक लेप तैयार कर
लीजिये इसे फुंसियों पर लगाने पर फुंसियों से निजात मिलती है.
बिवाइयां –1 आम के कुछ छिलके लीजिये इसे बिवाइयों पर रगड़ने से ये ठीक हो जाती हैं.
2- थोडा सा अमचूर
लीजिये इसका लेप बना लीजिये इस लेप को बिवाइयों पर लगाने पर बिवाइयां
ठीक हो जाती हैं .
3- थोड़े से कच्चे आम
लीजिये इसे पीस कर इसकी चटनी क लेप बना लीजिये इस लेप को लगाने से बिवाइयां ठीक हो
जाती हैं.
कब्ज़ –1 थोड़े से हरे आम की
चटनी बना लीजिये अब इसमें गुड़, पुदीना, जीरा, नमक, काली मिर्च डाल दीजिये
इसे अच्छी तरह से मिला लीजिये इसे खाने से कब्ज दूर होती है.
2- आम की भुनी गिरी
लीजिये अब इसमें नमक मिला लीजिये इसको प्रतिदिन खाने से कब्ज से आराम मिलता है.
पथरी – कुछ आम के पत्ते
लीजिये इससे चाय में सुखा लीजिये पत्ते सूखने के बाद इन्हें पीस कर इसका चूर्ण बना
लें. इस चूर्ण को आधा चम्मच दिन में तीन बार गर्म पानी के साथ सेवन करने से पथरी
से राहत मिलती है.
रक्तप्रदर, रक्तातिसार- 25 ग्राम आम की भुनी गिरी लीजिये इसे थोड़े से नींबू के रस
में घोल लीजिये, उसमें 3 ग्राम काला नमक व 10 ग्राम अजवाइन को मिलकर पीस लें. इसे
प्रतिदिन 2 ग्राम गर्म पानी के साथ सुबह - शाम भोजन के बाद लेने से रक्त प्रदर,
संग्रहणी, रक्तातिसार व आमातिसार रोग से लाभ होता है.
तिल्ली – पके आम का 100 ग्राम रस लीजिये इसमें 15 ग्राम शहद मिला लीजिये इसे लगभग तीन
सप्ताह तक लगातार पीने से तिल्ली के सूजन से आराम मिलता है.
मधुमेह – आम व जामुन का रस लीजिये रस सामान मात्रा में होना चाहिए इसे मिलाकर कुछ समय
तक पियें इससे मधुमेह में आराम मिलता है.
संग्रहणी – थोडा सा ठण्डा दूध लीजिये इसमें पके आम का गूदा मिला लीजिये इसका जूस बना कर
पीने से 20 – 25 दिनों से रोगी ठीक हो जाता है.
खांसी – कुछ पके आम लीजिये
आम को भूभल में भून लीजिये अब इससे ठण्डा होने दें ठण्डा होने के पश्चात इसे चूसने
से खांसी ठीक हो जाती है.
हांथ–पैरों में जलन – आम के कुछ बौर लीजिये इसे जलन होने वाले स्थान पर रगड़ने से
हाथ पैरों में होने वाली जलन दूर हो जाती है.
मस्तिष्क की कमजोरी – 100ग्राम का रस लीजिये, 1 चम्मच अदरक का रस रस ,इसे 25
ग्राम दूध व पानी में मिला लीजिये इसे प्रतिदिन पीने से दिमागी कमजोरी , आँखों के
आगे अँधेरा छाना व पुराना सिर दर्द और कई रोग ठीक होते हैं.
रक्ताविकार – इस रोग में सबसे पहले 100 ग्राम आम का रस लें, एक चम्मच अदरक का रस और देशी
शक्कर मिला लें 2-3 महिने तक इसे लगातार सुबह-शाम लेने से खून की खराबी दूर होती
है और खून साफ हो जाता है.
श्वेत प्रदर – थोडा सा आम का बौर सुखा कर पीस लें. उसमे देसी खांड मिलकर उसका चूर्ण बना लें.
प्रतिदिन 7 ग्राम मात्रा सुबह –शाम दूध या पानी के साथ लें इससे आपको अत्यंत लाभ
होगा.
Mango in Sex Diseases |
Deshi Dawai mein Aam Ka ilaaj, देशी दवाई में आम का इलाज, Mango in Sex Diseases, Napusankta mein aam ka upchar, Masik dharm ki aniyamitta mein aam ka prayog, Yaun rog mein aam, यौन रोग में आम, Mango uses in Ayurvedic Medicine.
YOU MAY ALSO LIKE
- प्रोजेक्टर के कार्य
- प्रोजेक्टर के प्रकार और फायदे
- कंप्यूटर पेन इनपुट के कार्य
- प्लॉटर इंस्टालेशन और इसके कार्य
- प्लॉटर के प्रकार
- मोबाइल नंबर से किस्मत जगाना
- बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान
- बॉलीवुड फिल्म जज्बा- प्लॉटर इंस्टालेशन और इसके कार्य
- प्लॉटर के प्रकार
- मोबाइल नंबर से किस्मत जगाना
- बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान
- आम फल क्या है समझाइये
- आम के आयुर्वेदिक उपयोग
- देशी दवाई में आम का इलाज
No comments:
Post a Comment