प्लॉटर के प्रकार
:
प्लॉटर के कार्य
करने के तरीके के आधार पर इन्हें 2 भागो में विभाजित किया गया है.
1.
ड्रम प्लॉटर ( Drum Plotter ) : इन्हें रोलर ( Roller ) प्लॉटर भी कहा जाता है. इन्हें एक ड्रम की सहायता से
बनाया जाता है, साथ ही पेपर को इस ड्रम / रोलर के ऊपर लगाया जाता
है. जब प्लॉटर कार्य करता है तो ये ड्रम आगे पीछे होता रहते है और एक इमेज को बनता
है. इनमे पेन स्थिर रहता है और पेपर हिल कर इमेज बनता है. इनमे एक रोबोटिक ड्राइंग
भुजा (
Robotic Drawing Arms ) भी होती है जो
रंग के पेन को पकडे रहती है. इनकी मदद से एक सम्पूर्ण इमेज का निर्माण किया जा
सकता है. इनका इस्तेमाल लगातार हो रहे कार्य को करने के लिए भी किया जाता है जैसेकि
हार्टबीट को नापने के लिए. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Types of Plotter |
2.
फ्लैटबेड प्लॉटर ( Flatbed Plotter ) : इन्हें टेबल प्लॉटर भी कहा जाता है. इनको एक निर्धारित आकर
के पेपर पर छपाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो चकौर आकर के होते है. इनमे दो
रोबोटिक ड्राइंग भुजाएं होती है. ये दोनों अलग अलग रंग के पेन को पकड़ के रखते है.
इसमें पेन एक रुके हुए पेज के ऊपर हिल कर इमेज को बनाते है. इनके पेज की लम्बाई 20
से 50 फीट तक होती है. ये कार, पानी के जहाज, एयरक्राफ्ट, बिल्डिंग और हाईवे आदि
के नक्शों और ब्लूप्रिंट बनाने के लिए इस्तेमाल किये जाते है. किन्तु इनकी कार्य
करने की गति ड्रम प्लॉटर से कहीं कम होती है.
इनके अलावा आज
मैकेनिकल प्लॉटर जैसे थर्मल, इलेक्ट्रोस्टेटिक और इंक जेट प्लॉटर का इस्तेमाल किया
जाता है जिनका कार्य करने का तरीका लगभग एक समान होता है किन्तु उनकी कार्य करने
की गति बहुत ही तेज होती है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Plotter ke Prkar |
प्लॉटर के लाभ :
- इनका इस्तेमाल आप बड़े बड़े पेज पर आकृति बनाने
के लिए भी आसानी से कर सकते हो, साथ ही इनकी छपाई की गुणवत्ता भी कम नही होती.
- इनका इस्तेमाल बड़े बड़े नक़्शे और ब्लूप्रिंट
बनाने के लिए किया जा सकता है जो इनकी सबसे बड़ी खास बातो में से एक है.
- ये न सिर्फ पेज बल्कि प्लाईवुड, एल्युमीनियम,
स्टील सीट, कार्डबोर्ड और प्लास्टिक पर भी
छपाई कर सकते है.
- इनका इस्तेमाल आप हजारो तरह के पैटर्न को बनाने
के लिए कर सकते हो.
प्लॉटर से हानि :
- प्लॉटर का आकर प्रिंटर की तुलना में बहुत ही
बड़ा होता है.
- साथ ही इनकी कीमत भी बहुत ही ज्यादा होती है.
- इनके कार्य को करने की गति भी बहुत कम होती है.
अगर आप साधारण फोटो बनाना चाहते हो तो आप प्लॉटर का इस्तेमाल
नही कर सकते क्योकि ये सिर्फ लाइन के आधार पर ही इमेज को बनता है.
प्लॉटर के प्रकार |
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