नाशपाती
नाशपाती लोगों के पसंदीदा
फलों में से एक है. इस फल को हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक माना गया है. यह फल
लोगों की अनेक आवश्यकताओं को पूरा करने वाला फल है. आयुर्वेदानुसार ऐसा माना जाता
है कि इस फल को खाने से हम अनेक रोगों से मुक्त हो जाते हैं. यह फल रस से भरा हुआ
होता है. नाशपाती एक ऐसा फल जिसे खाने के लिए ही नहीं बल्कि अनेक प्रकार की
औषधियां बनाने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है.
कच्चे नाशपाती का रंग हल्का हरा होता है तथा पके
हुए नाशपाती का रंग हल्का पीला होता है. नाशपाती का आकार सेब के आकर का ही होता है.
इसके छिलके पर हल्के काले – काले दाने पाए जाते हैं. आयुर्वेदानुसार इस फल को सेब
की जाति का ही माना गया है. परन्तु नाशपाती के गुणों में तथा सेब के गुणों में अंतर पाया जाता है. सेब के
छिलके की तुलना में नाशपाती के छिलके में अधिक मोटाई होती है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POSTS ...
Naashpaati ke Ayurvedic Fayde or Ilaaj |
यह फल अनेक भाषाओँ में
निम्न नामों से जाना जाता है –
1.
हिंदी में इसे
नाशपाती कहते हैं.
2.
मराठी में इसे
नाशपाती कहा जाता है.
3.
गुजराती में इसे
नाशपाती कहा जाता है.
4.
अंग्रेजी में
नाशपाती को pear tree बोला जाता है.
5.
बंगाली में हम इसे
नाशपाती के नाम से जानते हैं तथा
6.
लैटिन में नाशपाती
को पायरस कम्युनिस कहते हैं.
नाशपाती एक ऐसा फल है जिसे जानते
तो सभी लोग हैं परंतु इसके गुणों के बारे में बहुत कम लोगों को ही मालूम है. कहा
जाता है कि यह फल भी हमारे लिए उतना ही लाभदायक है जीतना बाकि फल हमारे लिए लाभदायक
होते हैं. आयुर्वेदानुसार इसका रस हल्का होता है व इसके ऊपर के छिलके को गुरु माना
गया है. इस फल को छिलके सहित ही खाया जाता है. यह फल हमारे निम्न दोषों को दूर
करता है –
1.
स्निग्ध
2.
अम्ल कपाय
3.
विपाक
4.
शीत वीर्य तथा
कच्चे नाशपाती का स्वाद
खट्टा - मीठा होता है और पके हुए नाशपाती का स्वाद बहुत ही मीठा, स्वादिष्ट और
रूचिकर होता है. कच्चे नाशपाती का रंग हरा होता है और पकने के बाद नाशपाती का रंग
हल्का पीला हो जाता है.
नाशपाती को निम्न शारीरिक रोगों में लाभदायक
माना गया है –
1.
ग्राही
2.
उष्ण
3.
फुफ्फुस
4.
हृदय के रोग
5.
मस्तिष्क की
निर्बलता
6.
उन्मादहर
7.
तृषा
8.
मूत्रालय के प्रदाह
एवं जलन
इस फल में अनेक पौष्टिक
तत्व पाए जाते हैं –
1.
इसमें प्रोटीन की
मात्रा 0.1 ग्राम होती है.
2.
इसमें
कार्बोहाईट्रेड 2.7 ग्राम होता है.
3.
नाशपाती में
कैल्शियम 2 मिग्रा पाया जाता है.
4.
इसमें लौह की मात्रा
0.1 मिग्रा होती है.
5.
इसमें पानी 84 भाग
होता है.
6.
इसमें विटामिन ‘ ए ‘
और विटामिन ‘ सी ‘ अधिक मात्रा में पाया जाता है तथा
7.
विटामिन ‘ बी ‘
साधारण मात्रा में पाया जाता है.
नाशपाती एक ऐसा फल है जो हमें
अनेक रोगों से बचाता है. यह एक ऐसा फल जिसे किसी भी उम्र के लोग खा सकते हैं. इस
फल को हमारे शरीर के लिए किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं माना गया है. यह हमारे
लिए पौष्टिक आहार भी है. जो रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक है. यह फल हमारी
शारीरिक शक्ति को तो बढाता ही है, साथ ही हमारे शरीर को शरीर को सुगठित भी बनाता
है. यह फल शीत प्रकृति के बूढ़े व्यक्तियों बहुत ही लाभदायक है. तथा यह फल कफ
प्रकृति वाले लोगों को अफारा और उदरशूल रोग से बचाता है.
आयुर्वेदानुसार ऐसा माना
जाता है कि इस फल में सेब की अपेक्षा गुण पाए जाते हैं तथा इसमें अधिक गैलिक एसिड
तथा टार्टारिक एसिड की मात्रा भी सेब की अपेक्षा अधिक पाई जाती है.
जिससे यह हमें निम्न
रोगों से बचाता है –
1.
प्रवाहिका
2.
अतिसार
3.
रक्तातिसार
4.
कब्ज
5.
बार – बार दस्त होना
6.
उल्टी
7.
पेट के रोग
यह फल हमें निम्न पेट के रोगों से भी बचाता है
जैसे –
1.
इस फल को खाने से
हमारी प्यास मिटती है.
2.
यह फल हमारी जिगर की
कार्य शक्ति को बढ़ता है.
3.
यह फल हमारी मूत्र
संबंधी शिकायतों को दूर करता है.
4.
इस फल को खाने से
हमारी भोजन के प्रति रुचि बढती है.
5.
यह फल हमारे लिए
रक्तवृद्धि करने में सहायक होता है.
6.
यह फल उन स्त्रियों
के लिए अत्यधिक गुणकारी व लाभदायक है जिन्हें श्वेत प्रदर रोग है. परंतु केवल पका
हुआ फल ही उनके लिए लाभदायक है क्योंकि कच्चा फल खाने से उनके गुर्दों को हानि भी
पहुँच सकती है.
आयुर्वेदानुसार इसका फल ही
नहीं बल्कि इसके बीज को भी हमारे लिए बहुत ही लाभदायक माना गया हैं. इसके बीज में
भी अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे अनेक रोगों का नाश करते हैं –
1.
धातुवर्धक
2.
फुफ्फुस
3.
शूल तथा उदरकृमि
Naashpaati ke Ayurvedic Fayde or Ilaaj |
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