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Bahumutra Rog ke Kaaran Lakshan or Upchar | बहुमूत्र रोग के कारण लक्षण और उपचार | Causes Symptoms and Treatment for Sugar Diabetes

एक खतरनाक बीमारी मधुमेह ( Dangerous Diseases Diabetes )
मधुमेह या चीनी की बीमारी या फिर Diabetes  की बीमारी एक खतरनाक रोग है. जब हमारे शरीर में इन्सुलिन का स्त्राव कम होने लगता है तो हमारे शरीर में मधुमेह की बीमारी हो जाती है. अग्नाशय वह अंग है जो इन्सुलिन का स्त्राव करता है. इन्सुलिन का स्त्राव कम होने के कारण रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ जाता है. ग्लूकोज़ एक प्रकार की शर्करा है. इन्सुलिन ग्लूकोज़ में मिलकर कोशिकाओं तक जाता है. मधुमेह के रोगियों को ह्र्दय, आँख, गुर्दों और मस्तिष्क के रोग होने का खतरा बढ़ जाता है.

लक्षण ( Symptoms )
मधुमेह होने के बाद रोगियों को इसके कुछ लक्षण महसूस होने लगते है जो इस प्रकार है. CLICK HERE TO KNOW मधुमेह एक भयंकर रोग ... 
Bahumutra Rog ke Kaaran Lakshan or Upchar
Bahumutra Rog ke Kaaran Lakshan or Upchar
·         बार बार पेशाब आना ( Frequent Urination ) : मधुमेह में रोगी को बार बार पेशाब आता रहता है. पेशाब में दुर्गन्ध आना जिस कारण से पेशाब में जलन होनी शुरू हो जाती है. इसके अलावा पेशाब पर चींटियों और मकोड़े आने लगते हैं. इसके अलावा कम दिखाई देना, शरीर पर लाल दाने पड़ जाना और खुजली होना भी मधुमेह होने का संकेत हो सकता है.

·         त्वचा में संक्रमण ( Skin Diseases and Allergy ) : त्वचा में संक्रमण होना, घावों का न भरना और हाथ पैरों का ठंडा रहना और फोड़े फुंसियों का बार बार निकलते रहना और उनका सही न होना.

·         बार बार भूख लगना ( Eating Again and Again ) : बार बार भूख लगना और खाना खाते रहने के बाद भी दुबले पतले रहना. बिना किसी कारण के वज़न का कम हो जाना.

·         मानसिक चिंता ( Mental Stress ) : शरीर में थकान महसूस करना और मानसिक चिंता का बने रहना.

·         प्यास लगना ( Thirst ) : मधुमेह के रोगियों का मुहँ खुश्क रहता है और उन्हें बार बार प्यास लगती रहती है.

·         रौशनी में कमी ( Weak Eyesight ) : आँखों की रौशनी में अचानक से कमी हो जाना.

·         स्त्रियों में मासिक स्त्राव ( Menstruation in Women ) : स्त्रियों में मासिक स्त्राव में गड़बड़ी होना और उसका सही प्रकार से न होना भी मधुमेह का कारण हो सकता है. CLICK HERE TO KNOW मधुमेह के लिए ज्योतिषी उपाय ... 
बहुमूत्र रोग के कारण लक्षण और उपचार
बहुमूत्र रोग के कारण लक्षण और उपचार
मधुमेह के कारण ( Causes of Diabetes )
हमारे भोजन में कार्बोहाइड्रेट एक प्रमुख पदार्थ है जो कि प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. यह कैलोरी और ऊर्जा से भरपूर होता है. शरीर को 70 से 75 प्रतिशत तक कैलोरी और ऊर्जा भोजन से ही हमें मिलती है. कार्बोहाइड्रेट पाचनतंत्र में पहुँचकर रक्त में मिल जाता है. जिससे रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है. शरीर की सभी कोशिकायें ग्लूकोज़ का प्रयोग करती हैं जिससे इनको ऊर्जा मिलती है.

मधुमेह में इन्सुलिन का स्त्राव कम होता है जिस कारण से कोशिकायें ग्लूकोज़ का उपयोग नहीं कर पाती हैं.

मधुमेह के प्रकार ( Type of Diabetes )
भारत में देखा जाये तो मधुमेह के रोगियों की संख्या लगातार बढती जा रही है. मधुमेह मुख्यतः दो प्रकार का होता है.
Causes Symptoms and Treatment for Sugar Diabetes
Causes Symptoms and Treatment for Sugar Diabetes
1.       इन्सुलिन आश्रित मधुमेह जिसको हम टाइप – I  प्रकार का मधुमेह भी कहते हैं.

2.       दूसरा  इन्सुलिन अनाश्रित मधुमेह जिसको टाइप – II  प्रकार के मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है.

टाइप – I  मधुमेह ( Type 1 Diabetes ) : इस प्रकार का मधुमेह अक्सर बचपन या युवावस्था में होता है. सामान्यतः इस तरह के रोगी पतले और कमजोर होते हैं. क्योंकि इस रोग में रोगी की कोशिकायें विकसित नहीं हो पाती हैं और इन्सुलिन की कमी बनी रहती है. इसलिए इस रोग में इन्सुलिन लेना आवश्यक है.

टाइप – II  मधुमेह ( Type 2 Diabetes ) : मधुमेह के रोगियों में लगभग 88 प्रतिशत रोगी टाइप – II  के होते हैं. इस रोग से ग्रसित लोग अक्सर मोटे होते हैं और उनका पेट भी बाहर की तरफ को निकला रहता है. इस रोग में लक्षण धीरे धीरे दिखाई देते हैं और लम्बे समय बाद सामने आते हैं. यह रोग अनुवांशिक लक्षणों के कारण से भी हो सकता है. इस रोग में पहले कोशिकायें धीरे धीरे ज्यादा इन्सुलिन उत्पन्न करती है, फिर अचानक ही बंद कर देती हैं जिस कारण रक्त शर्करा नियंत्रित करने के लिए रोगी को दवाई लेनी शुरू करनी पड़ती है.

मधुमेह में अनियमिततायें ( Irregularities in Diabetes )
§  रक्तचाप ( Blood Pressure ) : जब हमारा ह्रदय रक्त नलिकाओं में रक्त पम्प करता है तो उनमें दवाब पैदा होता है और वे फैलती हैं. मधुमेह से रक्तचाप घटता बढ़ता रहता है.

§  कोलेस्ट्रोल ( Cholesterol ) : शरीर में उच्च कोलेस्ट्रोल होने की वजह से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. कोलेस्ट्रोल की अधिकता होने पर रक्त संचरण रुक भी सकता है जिस कारण से छाती में दर्द शुरू हो जाता है.  

§  ह्रदय तथा धमनी रोग ( Heart and Artery Diseases ) : मधुमेह के साथ साथ ह्रदय तथा धमनी रोग भी हो जाते हैं. इसमें हार्ट अटैक होना का खतरा सदैव बना रहता है. ह्रदय-धमनी रोग मधुमेह के रोगियों में मौत का मुख्य कारण माना जाता है.

उपचार ( Remedies )
मधुमेह होने वाले रोगियों को मधुमेह की रोकथाम के लिए नियमित आहार, व्यायाम, स्वास्थ्य का ध्यान, साफ़ सफाई का ध्यान रखना तथा इन्सुलिन इंजेक्शन तथा मधुमेह की दवाई का ध्यान रखें.
एक खतरनाक बिमारी मधुमेह
एक खतरनाक बिमारी मधुमेह
·         मानसिक तनाव ( Mental Stress ) : मधुमेह के रोगियों को मानसिक तनाव और चिंता से मुक्त रहना चाहिए इधर उधर की बातों पर ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए.

·         शर्करा की जाँच ( Check Sugar ) : नियमित रूप से रक्त शर्करा की जाँच करते रहना चाहिए. जिससे मधुमेह की स्थितियों का पता चलता रहें.

·         भोजन ( Food ) : भोजन में रेशेयुक्त पदार्थो का प्रयोग करें जैसे तरकारी, चना, जौ, गोभी, हरी सब्जी और दही का सेवन करें.

·         व्यायाम ( Exercise ) : नियमित रूप से व्यायाम कीजिये. व्यायाम मधुमेह को संतुलित रखने में मदद करता है. शारीरिक कार्य और घूमने का कार्य करते रहिये. अपना वजन संतुलित कीजिये. 

·         जूस का प्रयोग ( Have some Juice ) : अपने आहार में जूस का प्रयोग करें और विटामिन सी का प्रयोग कीजिये ये आपको मधुमेह से लड़ने में सहायता करता है.

·         दवाइयों का सेवन ( Take Medicine ) : चिकित्सक से परामर्श करके दवाइयों का सेवन करें.

मधुमेह के अन्य कारण, लक्षण और घरेलू आयुर्वेदिक उपचारों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर जानकारी हासिल कर सकते हो. 
बहुमूत्र रोग
बहुमूत्र रोग
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