इस वेबसाइट पर किसी भी तरह के विज्ञापन देने के लिए जरूर CONTACT करें. EMAIL - info@jagrantoday.com

सच में:-

क्या सच में Made In India फ़ोन भारत में बनाते है | Kya Sach mein Made In India Phone Bharat mein Bante Hai

मेड इन इंडिया (  Made in India  ) अक्सर जब भी हम कोई प्रोडक्ट खरीदते है तो ये जरुर देखते है कि वो प्रोडक्ट किस कंट्री में बना है , आपने भ...

Chumbakiya Paani Kaise Banayen | चुम्बकीय पानी कैसे बनायें | Method of Making Magnetic Water


पानी को चुम्बकीय करें ( How to Make Water Magnetic )
चुम्बकीय चिकित्सा में जहाँ चुम्बकों का विशेष स्थान होता है वहीँ दवा के रूप में चुम्बकीय पानी का होना भी विशेष आवश्यक है. किन्तु चुम्बकीय पानी होता क्या है? इसका जवाब इस सवाल में ही है, चुम्बकीय पानी से अभिप्राय उस जल से है जिसे चुम्बकीय तरंगों और ऊर्जा से निर्मित किया गया हो. जिस तरह चुम्बक रक्तवाहिनियों और तंत्रिका तंत्र में अपनी तरगों को मिलाकर रोगमुक्त करती है ठीक उसी तरह इस पानी में मिश्रित तरंगे भी शरीर को स्वस्थ, शक्तिशाली और रोगों से लड़ने की शक्ति देती है. तो आओ जानते है कि चुम्बकीय पानी किस तरह तैयार किया जाता है. CLICK HERE TO KNOW चुम्बक चिकित्सा के प्रकार ...
Chumbakiya Paani Kaise Banayen
Chumbakiya Paani Kaise Banayen
विधि ( Process ) :
सबसे पहले तो आप एक कांच की बोतल में पानी भर लें और उसे अच्छी तरह से बंद कर दें. अब आप एक चुम्बक लें और उसे उत्तर दिशा की तरफ से पानी की बोतल के साथ लगायें ध्यान रहे कि चुम्बक का उत्तरी ध्रुव ही पानी की तरह हो. ठीक इसी तरह आप एक चुम्बक और लें और उसे दक्षिणी दिशा की तरफ से पानी के पास लायें. इस वाली चुम्बक का दक्षिणी ध्रुव पानी की तरफ हो. साथ ही आप इस बात को भी सुनिश्चित कर लें कि चुम्बक काफी शक्तिशाली होनी चाहियें और यदि इसकी क्षमता 2000 से 3000 हो तो बहुत अच्छा होगा. 

समय ( Time ) :
वैसे तो पानी 24 घंटों में चुम्बकीय होता है किन्तु इसका उपयोग आप 15 घंटों के बाद से आरम्भ कर सकते हो. किन्तु पुरे लाभ के लिए आप इसे 1 दिन तक ऐसे ही रखा रहने दें. 

साथ ही ना तो पानी को गर्म करे और ना ही फ्रिज में डालकर ठंडा करें. अगर व्यक्ति किसी ऐसे रोग से पीड़ित है जिसका संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है तो पानी को चुम्बकीय करने से पहले उसे उबाल लें फिर से चुम्बकांकित करें और उस जल को ऐसे रोगी को दें. CLICK HERE TO KNOW चुम्बकीय चिकित्सा से रोगों का इलाज ...
चुम्बकीय पानी कैसे बनायें
चुम्बकीय पानी कैसे बनायें
कौन लें सकता है जल ( Who can use Magnetic Water ) :
क्योकि ये जल पूर्ण रूप से औषधीय होता है और इसमें अनेक औषधीय गुण पायें जाते है तो कोई भी व्यक्ति चाहे वो बीमार हो या नहीं, इस जल का सेवन कर सकता है. अगर स्वस्थ व्यक्ति इस जल का सेवन करते है तो उनका पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, शरीर उर्जावान रहता है और मन आत्मविश्वास से भरा रहता है. 

चुम्बकीय पानी के लाभ ( Benefits of Magnetic Water ) :
-   कोलेस्ट्रोल ( Cholesterol ) : चुम्बकीय पानी की तरंगें नसों में कोलेस्ट्रोल को जमने नहीं देती जिस वजह से शरीर कोलेस्ट्रोल से बचा रहता है और हृदय की कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है. 

-   मूत्र रोग ( Urinal Diseases ) : इसके नियमति सेवन से मूत्र रोग, पित्त की समस्या इत्यादि में भी राहत मिलती है. ये पानी खुद में मूत्र में बदलकर मूत्र मार्ग को साफ़ करता है. 

-   मासिक धर्म ( Menstruation ) : माहवारी के समय में अनियमितता से परेशान स्त्रियाँ अगर चुम्बकीय पानी का सेवन करती है तो उन्हें निश्चित ही आराम मिलता है, साथ ही उनकी गर्भ से संबंधी सारी परेशानियाँ व तकलीफे भी दूर हो जाती है. 

-   सामान्य रोग ( Common Diseases ) : सामान्य रोग जैसेकि खांसी, जुखाम, बुखार, सिर दर्द इत्यादि जो कभी भी किसी को भी अपना शिकार बना लेते है, ये पानी शरीर को स्वस्थ रख इन रोगों को भी दूर रखता है. 
Method of Making Magnetic Water

Method of Making Magnetic Water
पानी का सेवन ( Use of Water ) :
·     पियें ( Drink ) : अगर आप पानी को पीकर प्रयोग में लाना चाहते है तो आप दिन में कम से कम 4 बार इस पानी को ½ - ½ ग्लास की मात्रा में लें. किन्तु बच्चों को इसकी आधी मात्रा में पिलायें. बुखार होने पर आप पानी की मात्रा को बढ़ा भी सकते है. 

·     धोयें ( Wash ) : पानी का धोने के रूप में इस्तेमाल 2 तरीकों से किया जाता है. पहला तो वे लोग जिनकी आँखें कमजोर है वे अपनी आँखों को धोकर इसका इस्तेमाल कर सकते है. वहीँ दुसरे वे लोग जिन्हें घाव हो गया है वे इसी पानी से अपने घावों को साफ़ करें. जलने पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. 

·     अन्य ( Other ) : कुछ ऐसे अंग विशेष होते है जिन्हें ना तो धोया ही जाता है और ना ही उनपर पानी को डाला जाता है, वहाँ पानी का इस्तेमाल पट्टे को गिला करके किया जाता है. इस तरह की चिकित्साओं के लिए दिन में 2 से 3 बार इस विधि को अपनाया जाता है, इससे शरीर कार्यशील होता है.

तो इस तरह आप भी पानी को चुम्बकीय कर सकते हो और इसका रोगों में इस्तेमाल कर सकते हो. चुम्बकीय पानी से सम्बंधित किसी भी अन्य सहायता के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो. 
जल को चुम्बकांकित करने की विधि
जल को चुम्बकांकित करने की विधि

Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.


इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

No comments:

Post a Comment

ALL TIME HOT