अनेक
रोगों के लिए एक प्रयोग ( One Measure for Many Disease )
बेशक
आज का संसार आधुनिक हो चूका है और हम विज्ञान के क्षेत्र में बहुत आगे आ चुके है
किन्तु इस तरक्की के साथ बहुत कुछ बदला है और उनमे सबसे पहले है हमारा खानपान और
जीवनशैली. इस बदले हुए खानपान और जीवनशैली के चलते कई नयी बीमारियों ने भी जन्म
लिया है, जिसके इलाज में लाखों रूपये का खर्चा होता है. किन्तु आज हम आपको एक ऐसे
उपाय के बारे में बताने जा रहे है जो ऐसे ही कई बीमारियों को अकेले ही दूर करने की
शक्ति रखता है. CLICK HERE TO KNOW आरोग्य स्वास्थ्य जीवन के लिए अनसुने टोने टोटके ...
Kai Baaton ke Liye Ek Khaas Prayog |
आरोग्य
जीवनदायी उपाय ( Tip to Make Yourself Free From Diseases ) :
· सामग्री ( Material Required ) :
तुलसी
के पत्ते – 30
मीठी
दही – 25 ग्राम
· औषधि बनाने की विधि ( Process of Making Medicine ) :
सबसे
पहले तो आप तुलसी के 30 साफ़ और ताजे पत्ते लें और उन्हें सील बट्टे की मदद से
अच्छी तरह पिस लें, ध्यान रहे सील बट्टा भी साफ़ होना चाहियें. अब इसमें 25 ग्राम दही मिलाकर
एक मिश्रण तैयार करें ( अगर दही ना हो तो आप उसके स्थान पर 2 चम्मच शहद भी प्रयोग
में ला सकते हो. ). इस मिश्रण को रोजाना प्रातःकाल खाली पेट खाना है. 3 माह तक इस
उपाय को अपनाने पर आपके शरीर की प्रतिरोधक शक्ति इतनी बढ़ जाती है कि कोई भी रोग
आपके शरीर को अपना शिकार नहीं बना पाता. CLICK HERE TO KNOW स्वस्थ्य रक्षक अश्वगंधा ...
कई बिमारियों के लिए एक ख़ास प्रयोग |
· बच्चों के लिए प्रयोग विधि ( Method Used for Children ) : अगर बच्चों को ये औषधि देना
चाहते है तो आप उन्हें बताई गयी औषधि की आधी मात्रा ही दें. साथ ही इस बात का
ध्यान रहे कि दवा खाली पेट शहद के साथ लेनी है नाकि दूध के साथ. इस औषधि को लेने
के 30 मिनट बाद ही बच्चे को कुछ खाने के लिए दें. ये उपाय दिन में सिर्फ एक ही बार
अपनाना है.
किन
रोगों से दिलाता है मुक्ति ( Cures These Disease ) :
अगर
कोई व्यक्ति नियमित रूप से रोजाना इस दवा का सेवन करता है तो उसे सर्दी, खांसी,
जुखाम, जन्मजात कुखाम, श्वास
रोग, सिर दर्द, नेत्रों में दर्द,
अनियंत्रित रक्तचाप, गुर्दे की कमजोरी,
गुर्दे में पथरी, विटामिन ए और सी की कमी,
स्मरण शक्ति में कमी, मन्दाग्नि, अम्लता, पेचिश, कब्ज, गैस, गठिया दर्द, वृद्धावस्था
की कमजोरी, कुष्ट रोग, चर्म रोग,
शरीर की झुर्रियाँ, पुरानी बिवाईया, बुखार, खसरा इत्यादि जैसे ना जाने कितने ही रोगों से
निजात मिलती है. अगर कैंसर या असहनीय दर्द है तो इस उपाय को दिन में 2 से 3
बार प्रयोग में लायें.
किसी
भी रोग के घरेलू देशी आयुर्वेदिक उपचार प्रयोगों के बारे में अधिक जानने के लिए आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
One Special Experiment for Many Diseases |
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