बैंक
अकाउंट (
Bank Account )
आज हर व्यक्ति के
पास बैंक अकाउंट होना बहुत अधिक जरूरी हो गया है और ये सही भी है इससे पैसे
सुरक्षित भी रहते है और इक्कठा भी होते रहते है, साथ ही बैंक में पैसे रहने पर मन
को संतुष्टि भी मिलती है और व्यक्ति फिजूल खर्ची से बचा रहता है. अब तो गरीब
व्यक्ति के पास भी अपना खुद का बैंक अकाउंट है और उनके इस सपने को पूरा किया
प्रधानमंत्री जन धन योजना नें. इसीलिए आज आप हर व्यक्ति के पर्स में एटीएम कार्ड
देख सकते हो. CLICK HERE TO KNOW MAB खर्च भुगतान क्या है ...
Chalu Khate or Bachat Khate mein Anatar ko Janen |
अधिकतर लोग जो
बैंकों में अकाउंट खुलवाते है उनको खाते के लिए मुख्यतः 2 आप्शन दिए जाते है कि या
तो बचत खाता (
Saving Account )
खुलवाएं या फिर चालु खाता ( Current Account ). लेकिन क्या आपको उनके बीच के अंतर का पता है? इनके बीच का अंतर तो
अकाउंट ओपनिंग फॉर्म में भी नहीं होता. लेकिन बता दें कि इन दोनों खातों की अपनी
अलग अलग खासियत है जिनको जानने के बाद आप आसानी से अपने लिए जरूरी अकाउंट का चुनाव
कर सकते हो. आज हम आपको इन दोनों अकाउंट के बीचे के अंतर और इनकी खासियत से ही
अवगत कराने वाले है लेकिन उससे पहले ये जान लेते है कि खाते होते कितने प्रकार के
है.
बैंक के
खातों के प्रकार ( Type of Bank Account ) :
·
Saving Account : ये खाता
सबसे अधिक प्रचलित है या यूँ कहें कि ये आम लोगों का खाता है. इसका मुख्यतः
उपयोग निजी लेनदेन के लिए और उनसे निपटने के लिए ही किया जाता है. CLICK HERE TO KNOW NEFT RTGS और IMPS में क्या अंतर है ...
चालू खाते और बचत खाते में अंतर को जानें |
- लाभ ( Advantages ) : इसकी सबसे ख़ास बात ये है कि बैंक इन खातों में जमा राशि पर खुद ब्याज
देता है. इन खातों पर बैंक जो ब्याज देता है वो करीब 6 फीसदी होता है किन्तु ये
बैंक के अनुसार अलग अलग भी हो सकता है तो बैंक से इस बारे में अवश्य जान लें. इसके
अलावा आप अपने खाते पर ATM, चेक बुक, डेबिट
कार्ड, इन्टरनेट और मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाओं को भी ले सकते हो. आपको जानकार
ख़ुशी होगी कि इनमे से अधिकतर सुविधाएं मुफ्त होती है. जिनकी मदद से आप ऑनलाइन
शोपिंग कर सकते है अपने फॉर्म खुद भर सकते हो, पैसे ट्रान्सफर कर सकते हो इत्यादि.
बचत खाते में न्यूनतम राशि को जमा करने की कोई शर्त भी नहीं होती. बचत अकाउंट कि
एक खासियत ये भी है कि इसमें पैसे कि जमा और निकासी दोनों ही आसान होती है.
- नुकसान ( Disadvantage ) : बचत खातों का नुकसान ये है कि आप दिन में सिर्फ 4 से 5 बार ही
ट्रांजैक्शन कर सकते हो. सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर बैंक जो ब्याज देता है
उसपर टैक्स भी लगाया जाता है.
Know the Difference Between Saving Account and Current Account |
·
Current Account : चालु
खाता बचत खाते से पूरी तरह अलग होता है और इसे मुख्यतः कारोबारियों, कंपनियों और
सार्वजनिक फर्मों वालों को दिया जाता है क्योकि उन्हें दिन में कई बार पैसों को
स्थानांतरित करना पड़ता है.
- लाभ ( Advantages ) : इसमें ना तो लेन की कोई सीमा होती है और ना ही देन की. आप जब चाहे
जितने चाहे जितनी बार चाहें पैसे जमा, निकलवा या स्थानांतरित कर सकते हो. इस तरह
व्यापारियों के बिजनेस में कोई रुकावट नहीं आती. व्यापारियों के कारोबार को ध्यान
में रखते हुए चालु खाते की सबसे बड़ी विशेषता है कि ये ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी
देते है. अर्थात आप अपनी मौजूदा जमा रकम से अधिक पैसे भी निकाल सकते है. किन्तु इस
तरह आपका अकाउंट माइनस में चला जाता है. चालु खाता जरूरी नहीं कि एक व्यक्ति ही
खोले बल्कि एक समूह, सोसाइटी या ट्रस्ट मिलकर भी खोल सकते है. कुछ अन्य सुविधाएं
जो चालु खाते में दी जाती है वो इस प्रकार है कि इसमें आपको NEFT RTGS से फण्ड ट्रान्सफर की सुविधा मिलती है, डोर
स्टेप बैंकिंग, डिमांड ड्राफ्ट या पे आर्डर जारी करने, चेक कलेक्शन या फिर भुगतान
और मुफ्त कैश डिपाजिट की सुविधा भी मिलती है.
सेविंग या करेंट कौन सा अकाउंट है बेहतर |
- नुकसान ( Disadvantages ) : चालू खाते में आपकी जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता. उल्टा ओवर
ड्राफ्ट में निकाली गयी अधिक राशी पर ये अधिक ब्याज वसूलते है.
·
आवर्ती
खाता ( Recurring
Account ) : आपने इस अकाउंट के बारे में कम ही सूना होगा,
इसका अपना ही एक नियम है कि इसमें आपको हर माह या एक निश्चित समय पर निर्धारित
राशि को जमा कराना ही पड़ता है. आपका सारा पैसा एक जगह जमा होता रहता है जिसपर आपको
काफी अच्छा ( 9
% – 10 % ) ब्याज मिलता है,
जोकि सेविंग अकाउंट से भी ज्यादा है. निर्धारित अवधि पूरी होने पर आपको आपका सारा
पैसा ब्याज सही एक ही बार वापस कर दिया जाता है.
अगर आप हर माह पैसे जमा नहीं करायेंगे तो आप पर पनाल्टी लगा दी जाती
है. इसका एक अन्य लाभ ये भी है कि आप अपनी जमा राशि पर बैंक से कभी भी लोन ले सकते
हो लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है जैसेकि आपको आपनी जमा राशि का 75 % ही लोन के
रूप में मिल सकता है और उसपर भी बैंक आपसे ब्याज लेगा. ब्याज 1.5 % - 2 % होगा. इस
अकाउंट को आप किस्तों वाला अकाउंट भी बोल सकते हो.
Bank ke Khaaton ke Prakar |
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सावधि
जमा खाता ( Fixed Deposit Account ) : अगर आपको बैंक से सबसे अधिक ब्याज चाहियें तो आपको फिक्स्ड डिपाजिट
अकाउंट खुलवाना चाहियें. इसमें आपको एक बार अपनी राशी को जमा कराना होता है जिसमें
आप अपने अकाउंट को बीच में निकलवा नहीं सकते. साथ ही इस अकाउंट की अवधि 5 साल, 7
साल या फिर 10 साल होती है और इस अवधि में या तो आपका पैसा 75 % अधिक दिया जाएगा
या दुगना ( *2 ) करके दिया जाएगा या फिर इसे भी अधिक.
इसके दो
अन्य लाभ ये है कि आप अपनी जमा राशि पर लोन ले सकते हो किन्तु उसका आपको बैंक को
ब्याज भी देना पड़ेगा. दुसरा लाभ ये है कि आप जमा राशी पर क्रेडिट कार्ड ले सकते
है. कुछ बैंकों में एक अन्य सुविधा ये दी जाती है कि आप चाहें तो अपनी जमा राशि पर
दिए जाने वाले ब्याज को हर माह भी ले सके है, अगर नहीं तो वो आपको अवधि के अंत में
तो मिल ही जाएगा.
तो ये
थे बैंक के 4 खाते, उनकी विशेषता, लाभ और हानियाँ. इसी तरह बैंक के किसी भी खाते के बारे में अधिक
जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Chalu or Bachat Khaton ki Visheshta or Nukshaan |
सेविंग
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Nukshaan, Fixed Deposit Account, Recurring Account
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dear sir mera curent acount he me use use bhi karta hu par meri companyy bahut lose me chal rahi he tax bhi nahi bhar pa raha hu muje kya karna chahiye
ReplyDeleteKya current account mai paas book nhi milti hai kyaa👌
ReplyDeleteKya current account mai paas book nhi milti hai kyaa👌
ReplyDeleteSir can you explain deference between credit card and debit card
ReplyDeletePlz sir