पार्सले ( Parsley )
पार्सले एक ऐसी हर्ब है जिस प्रयोग प्राचीन समय से ही स्वास्थ्य और पाकशाला दोनों जगह किया जाता है. यूनानी लोग तो पार्सले को इतना पवित्र मानते है कि वे पार्सले को प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कार के रूप में देते थे, यही नही वे मृतक की कब्र में उसकी देह को भी इसी से सजाते है. यह स्वाद में खट्टा होता है लेकिन इसमें अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं. आजकल पार्सले का प्रयोग मुख्यतः रेसिपी को सजाने के लिए किया जाता है. लेकिन इसके अलावा इसमें और भी बहुत से कई गुण पाए जाते हैं. तो आइए इसके गुणों के बारे में जानते हैं. CLICK HERE TO KNOW मेथी में मौजूद तत्व ...
Hridya or Cancer Rog mein Parsley ka Prayog |
·
फेफड़ों में ट्यूमर ( Lung Cancer ) : पार्सले में एंटी -
कैंसर के गुण पाये जाते है साथ ही इसमे सक्रिय वाष्पशील तेल भी पाया जाता हैं.
पार्सले के प्रयोग से फेफड़ों में ट्यूमर नहीं बनता है और यदि पहले से बन रहा हो तो
इसका विकास रूक जाता है.
·
प्रोस्टेट ग्लैंड कैंसर ( Protest Cancer ) : जो लोग धुम्रपान
करते हैं उनको फेफड़ों और बड़ी आंत में कैंसर होने का खतरा बना रहता है और इसके साथ
साथ प्रोस्टेट ग्लैंड के कैंसर होने का भी खतरा बना रहता है. पार्सले का प्रयोग
करने से सिगरेट से निकलने वाले बैंजोपायरीन जो कि बड़ी आंत और प्रोस्टेट ग्लैंड में
कैंसर बनाता है इससे शरीर को सुरक्षित रखता है. CLICK HERE TO KNOW कपूर के फायदे लाभ ...
हृदय और कैंसर रोग में पार्सले का प्रयोग |
·
जोड़ों के दर्द में आराम ( Relief in Joint
Pain ) : जिन व्यक्तियों के
जोड़ों में दर्द तथा सूजन रहती है उनके लिए पार्सले बहुत ही लाभदायक होता है. इसके
अलावा निरंतर पार्सले खाने से जोड़ों में दर्द और सूजन जैसे रोग होने की संभावना भी
नहीं रहती है. पार्सले में एंटी - इंफ्लेमेटरी गुण भी होते है जो रयूमेटॉयड
अर्थिटिस और ऑस्टियोपोरोसिस के रोगियों के लिए लाभकारी होता है.
·
हड्डियाँ मजबूत करने में ( Makes Bones
Strong ) : पार्सले में
विटामिन k भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा पार्सले ऊतक में कैल्शियम को
जमने से रोकता है. इसके अलावा यह शरीर को अन्य रोगों से भी बचाता है. यह एक
एंटी-ऑक्सीडेंट का स्त्रोत है. पार्सले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता
है. इसके अलावा इसमें बीटा केरोटिन और फ्लैवनॉइड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता
है. यह शरीर को रोगों से लड़ने के लिए सुरक्षा प्रदान करता है और शरीर की रोग
प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इसके अलावा इसको खाने से ह्रदय की बीमारियाँ होने
का खतरा भी कम होता है.
Use of Parsley for Heart and Cancer Disease |
·
दिल को स्वस्थ रखने में ( For Healthy
Heart ) : पार्सले में फॉलिक
एसिड ( Folic Acid ) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर को खून को साफ रखने में मदद
करता है और इसके साथ साथ ये दिल को स्वस्थ रखने में भी सहायता करता है. पार्सले का
प्रयोग दिल के रोगियों तथा मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छी औषधी है इसलिए दिल और
मधुमेह के रोगियों को पार्सले का प्रतिदिन प्रयोग करना चाहिए. पार्सले में पाया
जाने वाला फॉलिक एसिड गर्भाशय ग्रीवा और बड़ी आंत में होने वाले कैंसर से बचाने में
सहायक होता है.
स्वास्थ्य के लिए खाये पार्सले |
·
संक्रमण से बचाने में सहायक ( Helpful to
Save from Allergy ) : शरीर में उपस्थित श्वेत रक्त कणिकाओं को कार्य करने के लिए विटामिन-ए
की आवश्यकता होती है. पार्सले में विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
पार्सले पाचनतंत्र और उत्सर्जन तंत्र से होने वाली समस्याओं से दूर रखता है.
पार्सले तंत्रिका तंत्र को मजबूत रखने में मदद करता है. जिन व्यक्तिओं की रोग
प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनको ज्यादा मात्रा में पार्सले का सेवन करना चाहिए
क्योंकि यह शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है और शरीर को रोगों से
मुक्त रखता है.
पार्सले के अन्य स्वास्थ्यवर्धक और औषधीय गुणों के बारे में जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर जानकारी हासिल कर सकते हो.
Sankraman or Haddiyon ki Majbooti mein Parsley |
Hridya or Cancer Rog mein Parsley ka Prayog, हृदय और कैंसर रोग में पार्सले का प्रयोग, Use of Parsley for Heart and Cancer Disease, स्वास्थ्य के लिए खाये पार्सले, Swasthya ke Liye Khayen Parsley, अजमोद, Parsley, Ajmod ke Swasthyavardhak Gun, Sankraman or Haddiyon ki Majbooti mein Parsley.
YOU MAY ALSO LIKE
- असंभव कार्य की पूर्ति हेतु गणेश मोहिनी साधना
No comments:
Post a Comment