इस वेबसाइट पर किसी भी तरह के विज्ञापन देने के लिए जरूर CONTACT करें. EMAIL - info@jagrantoday.com

Note: इस वेबसाइट ब्लॉग पर जो भी कंटेंट है वो मात्र सुचना और शिक्षा के लिए दी गयी है. किसी भी कंटेंट को प्रयोग अगर किया जाता है तो उसके लिए खुद प्रयोग करने वाला ही हर तरह से जिम्मेदार होगा. हमने यहाँ अपने विचार प्रकट किये है. इसीलिए इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं - धन्यवाद

कुछ ख़ास आपके लिए :-

Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana - बेस्ट फुल बॉडी मसाज मालिश पार्लर इन रोहतक हरयाणा

  Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana सबसे पहला प्रश्न तो यही है की हमे बॉडी मसाज या शरीर पर मालिश ( Full Body Massa...

Pravahika ka Ghrelu Ilaaj | प्रवाहिका का घरेलू इलाज | Home Remedies for Dysentery

प्रवाहिका का घरेलू इलाज ( Home Remedies for Dysentery ) :
दस्त और पेचिश एक तरह से सामान्य रोग है जो ऋतू के परिवर्तन के समय पर अनेक व्यक्तियों को अपना शिकार बनता है तो इस तरह के सामान्य रोग का इलाज आप अपने घर पर बैठे कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर भी कर सकते हो. इनमे से कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित है. CLICK HERE TO KNOW पेचिश रोग कारण और प्रकार ... 
Pravahika ka Ghrelu Ilaaj
Pravahika ka Ghrelu Ilaaj
·         मेथी ( Fenugreek ) : मेथी खाने में बहुत कडवी होती है किन्तु पकने के बाद या खाने में जाने के बाद ये उसका स्वाद और महक दोनों को सुगन्धित कर देती है. साथ ही इसमें ऐसे अनेक औषधीय तत्व पायें जाते है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है. अगर मेथी के कुछ दानो का प्रतिदिन साग में इस्तेमाल करके सेवन किया जाते तो पिचिश की बिमारी से तुरंत मुक्ति पायी जा सकती है.

इसके अलावा आप मेथी का पाउडर बनाकर उसको दही के साथ लें तो उससे भी आपको बहुत लाभ मिलेगा. ये आंव की बिमारी में भी लाभदायक होती है और अगर इसे आंव की बिमारी में लिया जाता है तो इससे अधिक पेशाब आना भी बंद हो जाता है. CLICK HERE TO KNOW पेचिश रोग के लक्षण ... 
 प्रवाहिका का घरेलू इलाज
 प्रवाहिका का घरेलू इलाज
·         सौंफ और मिश्री ( Fennel and Sugar ) : आप 300 ग्राम सौंफ ले और उसके 2 हिस्से कर लें उसमे से एक को आप अच्छी तरह से भुन ले और दुसरे हिस्से के साथ मिलाकर अच्छी तरह से पीस लें. इसके बाद आप इसमें 300 ग्राम पीसी हुई मिश्री मिला लें और इसके मिश्रण का एक चूर्ण बना लें. प्रतिदिन इस चूर्ण को आप 6 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ 4 बार सेवन करें. इसे पेचिश का रामबाण इलाज माना जाता है.

·         धनिया ( Coriander ) : एक कप पानी ले और उसमे 2 चम्मच धनिया पाउडर मिलाकर उसे उबाल लें. इस तरह आपका एक काढ़ा तैयार हो जाता है. इस काढ़े को आप थोडा ठंडा होने दें और इसे पी जाएँ. इस उपाय को आप दिन में 3 बार अपनायें, शीघ्र ही आपको प्रवाहिका से मुक्ति मिल जायेगी.

हरे धनिये और शक्कर को मिलाकर चबाने से भी पेचिश के रोग में आराम मिलता है.

·         हरड ( Myrrh ) : आप कुछ मात्रा में हरड लें और उसकी हरड की आधी मात्रा में पीपल मिलाकर उसका पाउडर तैयार करें. इस पाउडर को आप खाना खाने के बाद 2 से 3 ग्राम तक की मात्रा में पानी के साथ लें और इसका फायदा देखें.

·         खिचड़ी ( Porridge ) : पेचिश के रोगियों के लिए सबसे अच्छा आहार माना जाता है खिचड़ी. इसे बनाने के लिए आप मुंग की दाल और चावलों का इस्तेमाल करें और इसे दही के साथ ग्रहण करें. इससे तुरंत ही आपकी प्रवाहिका की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है. CLICK HERE TO KNOW पेट दर्द के कारण और उपचार ... 
Home Remedies for Dysentery
Home Remedies for Dysentery
·         निम्बू ( Lemon ) : निम्बू को पेट से सम्बंधित सभी समस्याओं के समाधान के लिए आदर्श माना जाता है. तो आप 3 से 4 निम्बुओं के रस को एक कटोरी में निकाल लें और उसमे 1 गिलास पानी डालकर उबाल लें. आप इस पानी को सुबह खली पेट पियें. इसे पेचिश का सबसे सरल उपचार माना जाता है.

·         अदरक ( Ginger ) : 10 ग्राम की मात्रा में अदरक का रस लें और उसमे थोडा गर्म पानी मिला लें. अब आप इसम 1 चम्मच अरंडी का तेल डालकर इसका सेवन करें. कुछ दें इस उपाय को अपनाएं, आपको पेचिश के रोग से तुरंत मुक्ति मिल जायेगी.

·         अनार ( Pomegranate ) : 1 ग्लास दूध में अनार के सुखें छिलके डालकर उबाल लें और जब आपको लगे कि दूध का 1/3 हिस्सा रह गया है तो आप इसे ठंडा कर लें और इसका सेवन करें. इस तरह आप इस उपचार को दिन में 3 बार अपनायें. आपको प्रवाहिका से छुटकारा मिल जायेगा.

·         दही / छाछ ( Curd / Butter Milk  ) : आप बिल्व के फल का गुदा निकाल लें और उसे अच्छी तरह मसलकर खट्टी दही / छाछ में मिला कर ग्रहण करें. इससे आपकी आंते साफ़ होती है और आपको पेचिश के रोग से मुक्ति मिलती है. इससे आपकी पुरानी पेचिश तक ठीक हो जाती है.

·         बेलगिरी और आम ( Belgiri and Mango ) : आप कुछ बेलगिरी के बीज लें और उसे आम की गुठली के साथ पीसकर उसका चूर्ण बना लें. इस पाउडर को आप 5 ग्राम की मात्रा में हल्के गर्म पानी के साथ ग्रहण करें. इससे भी आपको तुरंत लाभ मिलता है.
पेचिश नयी या पुरानी,
पेचिश नयी या पुरानी
पेचिश में परहेज ( Restrictions in Dysentery ) :
-    वसा युक्त पदार्थ जैसेकि घी, तेल, मक्खन और दूध इत्यादि

-    गर्म पेय जैसे चाय और कॉफ़ी

-    अधिक मात्रा में गुड का सेवन भी पेचिश में नुकसानदेह होता है.

-    दूषित जल पेचिश का मुख्य कारण होता है इसलिए आप हमेशा साफ़ और स्वच्छ पानी ही ग्रहण करें.

-    अधिक मिर्च मसाल वाला भोजन पाचन तंत्र और आँतों पर प्रभाव डालता है. इसलिए आप ऐसे आहार से भी बचें.

-    आप आहार में आलू, अरवी, कचालू, गोभी और उड़द की दाल को शामिल करना भी छोड़ दें. इन सब परहेजों को अपनाकर आप पेचिश की समस्या को खुद से दूर रख सकते हो.


पेचिश दूर करने के अन्य देशी आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.  
प्रवाहिका रोग और उपचार
प्रवाहिका रोग और उपचार
Pravahika ka Ghrelu Ilaaj, प्रवाहिका का घरेलू इलाज, Home Remedies for Dysentery, पेचिश नयी या पुरानी, Pechish Nayi ya Puraani, प्रवाहिका रोग और उपचार,  Pechish mein Parhej, Dysentery Dur Karne ke Tarike.


Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.


इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

No comments:

Post a Comment

ALL TIME HOT