मिलावट
की पहचान ( Identify Adulteration )
रोटी
कपड़ा और मकान, ये तीन मनुष्य की ऐसी जरूरतें है जिनके बिना मनुष्य अपना जीवनयापन नहीं कर
पाता. ये ऐसी चीजें है जिनकी हमें प्रतिदिन आवश्यकता होती है किन्तु हमारे बीच कुछ
ऐसे मनुष्य भी है जो मानव की इन जरूरतों का अपने लाभ और लालच को पूरा करने के लिए
फायदा उठाते है और उनके खाद्य पदार्थों में मिलावट करते है. आपने सूना ही होगा कि
लोग कमाता ही इसलिए है ताकि वो भरपेट खाना खा सके और इसीलिए वो आय का एक बड़ा
हिस्सा अपनी खाने पीने की जरूरत को पूरा करने में लगा देता है. इसलिए वो कभी नहीं
चाहेगा कि उसे मिलावट से युक्त खाद्य पदार्थ मिले, ये मिलावट
उस खाद्य पदार्थ के पौषक तत्वों को तो कम करते ही है साथ ही रोगों को भी बढ़ावा
देते है. CLICK HERE TO KNOW अपमिश्रित खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान ...
Khane Peene ki Cheejon mein Milavat ki Pahchan |
अपमिश्रित
खाद्य पदार्थ ( Adulteration of Foods ) :
अपमिश्रित
खाद्य पदार्थ से तात्पर्य ऐसे खाने से है जिसमें किसी तरह की मिलावट की गयी हो या
जिसे अनुचित तरीके से इक्कठा किया गया हो, ये खाद्य पदार्थ दूषित तत्वों
से भरे होते है और इनकी गुणवत्ता में भी बहुत कमी होती है. हो सकता है कि मिलावट
के बाद ये दिखने में आकर्षक दिखें किन्तु ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते है और
इनमें प्रोटीन, विटामिन, वसा, कार्बोहायड्रेट और खनिज लवण इत्यादि की कमी होती है. इन अपमिश्रित
पदार्थों के सेवन से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का ख़तरा बना रहता है और शरीर
में तरह तरह के विकार उत्पन्न हो जाते है. इस तरह उभोक्ता को आर्थिक और शारीरिक
दोनों तरह की हानि का सामना करना पड़ता है.
अपमिश्रित
खाद्य पदार्थ का स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव ( Effect of Adulterated Food
on Health ) :
हर
उपभोक्ता का ये फर्ज बनता है कि वो अपने द्वारा खरीदे गए खाद्य पदार्थ की जांच
करें, उसे जानकारी होनी चाहियें कि उसे खाद्य पदार्थ के रूप में क्या मिल रहा है.
अगर वे बिना जांच किये ही अपने आहार का चुनाव करते है और मिलावट वाले खाद्य
पदार्थों का प्रयोग करते है तो इससे उन्हें ट्यूमर, अंधापन,
लकवा और कैंसर जैसे रोग तक होने की संभावना बनी रहती है. आजकल तो हर
छोटी छोटी चीजों जैसेकि दूध, हल्दी, चने,
गुड, मसाले, छांछ,
चाय, तेल इत्यादि में भी निरन्तर मिलावट की
जाती है. जितनी अधिक मिलावट उतना अधिक बुरा प्रभाव. नीचे दी गयी सारणी में आप ये
जान सकते है कि किस चीज में किस तरह की मिलावट की जाती है. CLICK HERE TO KNOW विषाक्त फल और सब्जियाँ ...
खाने पीने की चीजों में मिलावट की पहचान |
खाद्य
पदार्थों में मिलावट ( Food Adulteration ) :
§ दालें, मसालें और
गुड ( Pulses, Spices and Jaggery ) : इनमें अधिकतर रेत, मिटटी,
कंकड़ और लड़की का बुरादा मिलाया जाता है. साथ ही ये दांत, आंत और शरीर के जरूरी तंत्रों को प्रभावित करते है.
§ सरसों का तेल ( Mustard Oil ) : सरसों के तेल में सत्यानाशी
का तेल, आर्जिमोन का तेल इत्यादि मिलाएं जाते है. मिलावट वाले सरसों के तेल से
आहात तंत्र प्रभावित होता है साथ ही इससे ऐसा ज्वर भी होता है जिसे नियंत्रण में
करना बहुत मुश्किल हो जाता है.
§ चना और अरहर दाल ( Gram and Arhar Pulse ) : इन दालों में खेसारी और
केसरी दाल की मिलावट की जाती है इसे खाने से स्वास्थ्य निरंतर खराब रहता है.
§ मेवा ( Nuts ) : मेवे खाने सबको पसंद होते है
किन्तु जब मेवों में अरारोट और चीनी मिला दी जाती है तो वे अपने पौषक तत्व खो देते
है और स्वास्थ्य से सम्बंधित अनेक रोग उत्पन्न कर देते है.
§ घी ( Ghee ) : क्योकि घी चिकना होता है
इसलिए इसमें मिलावट भी चर्बी की होती है क्योकि वो दिखने में भी घी जैसी होती है
और खाने में भी. किन्तु वो घी की तरह शरीर को स्वस्थ रखने के बजाय उसे रोगी बनाती
है.
Identify the Adulteration in Food Articles |
§ बेसन और हल्दी ( Gram Flour and Turmeric ) : क्योकि इन दोनों खाद्य
पदार्थों का रंग पीला होता है इसलिए इनमें पीले रंग को मिलाया जाता है जो प्रजनन
तंत्र, गुर्दों और यकृत के लिए ख़तरा पैदा करते है.
§ लाल मिर्च ( Red Chilly ) : लाल मिर्च तो पहले से ही
इतनी ज्यादा हानिकारक होती है, उसमें मिलावट करने से तो लोगों की हालत ही
खराब हो जाती है, वैसे बता दें धोखा धडी करने वाले लोग लाल
मिर्च में रोड़ामाइन – बी मिलाते है और इससे गुर्दों, यकृत, तिल्ली और पेट विकार उत्पन्न होते है.
§ काली मिर्च ( Black Pepper ) : काली मिर्च में पपीते के
बीजों को सुखाकर मिलाया जाता है क्योकि सूखने के बाद वे काली मिर्च का आकार ले
लेते है, इस तरह लोगों की आँखों में धुल झोकी जाती है. ये रक्त और मानसिक संतुलन के
लिए उचित नहीं है.
§ नमक ( Salt ) : नमक में लोग मिटटी और रेत
मिलाकर धोखेबाजी को बढ़ावा देते है, दूषित नमक के खाने से गले से
जुड़े रोग आरम्भ हो जाते है.
अपमिश्रित खाद्य पदार्थ |
§ चाय पत्ती ( Tea Leaves ) : वहीँ चाय पत्ती को दूषित करने के
लिए उसमें लौह का चूर्ण और उसका रंग मिला दिया जाता है जो सीधे रूप से आहार तंत्र
और पाचन तंत्र को प्रभावित करता है.
§ दूध ( Milk ) : दूध में पानी, यूरिया का
रंग या फिर वाशिंग पाउडर डालकर दूषित किया जाता है. जिससे लोगों की हड्डियाँ कमजोर
होती है, शरीर में कैल्शियम की कमी होती है और उन्हें निरंतर
कमजोरी का आभास होता रहता है.
§ चांदी का वर्क ( Silver Sheet ) : जब मिठाइयों पर चांदी का
वर्क चढ़ाया जाता है तो मिठाई की आभा ही बढ़ जाती है किन्तु अगर वो वर्क चांदी की
जगह एल्युमीनियम का हो तो. जी हाँ, आजकल आप मिठाइयों के साथ
एल्युमीनियम खा रहे है ये आपके पेट के लिए बहुत नुकसानदेह होता है.
अपमिश्रित
खाद्य पदार्थ या खाने पीने की चीजों में बढती मिलावट के बारे में अधिक जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Milavat ki Maaya Isse koi na Bach Paya |
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- मंगलवार करेगा सबका मंगल
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