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Psoriasis ke Karan or Lakshan | सोरायसिस के कारण और लक्षण | Causes and Symptoms of Psoriasis

सोरायसिस ( Psoriasis )
सोरायसिस एक तरह का चर्म रोग है, जिसमें व्यक्ति की उपरी सतह की कोशिकाओं की मात्रा बढ़ने लगती है और इसी कारण धीरे धीरे मोटी हो जाती है. देखने पर ऐसा लगता है कि त्वचा जम गयी है, उसपर सफ़ेद चमकीला खुरंड व पपड़ियाँ आने लगती है. रोगी की स्थिति बिगड़ जाने पर पुरे शरीर पर लाल रंग की मोटी पपडीदार परत जम जाती है. ये रोग खोपड़ी, पीठ, घुटनों, कोहनी और पेट पर अपना असर दिखाता है. इस रोग में एक राहत की बात ये है कि ये छुकर बढ़ने वाला रोग नहीं है अर्थात रोगी के साथ रहने वाले व्यक्ति को इस रोग से कोई ख़तरा नहीं होता है.  CLICK HERE TO KNOW सोरायसिस से बचने के घरेलू आयुर्वेदिक उपाय ...
Psoriasis ke Karan or Lakshan
Psoriasis ke Karan or Lakshan
सोरायसिस के प्रकार ( Type of Psoriasis ) :
सोरायसिस अनेक तरह के हो सकते है किन्तु इनके प्रभाव और होने वाले स्थानों को देखते हुए इन्हें निम्न प्रकारों में विभाजित किया गया है. 

1.Guttate Psoriasis : ये मुख्यतः गले के संक्रमण के बाद होता है. सोरायसिस के इस प्रकार में पुरे शरीर पर गोलाकार आकृति के निशान बन जाते है, जिनका आकर करीब 4 5 मिमी होता है.  

2.Erythrodermic Psoriasis : ये बहुत ही गंभीर प्रकार का सोरायसिस है क्योकि ये शरीर के करीब 80 % हिस्से को संक्रमित कर देता है और बड़ी तीव्रता से फैलता जाता है. कुछ मामलों में तो ये प्राणघातक भी सिद्ध हुआ है. 

3.Pustular Psoriasis : इसके नाम के अनुरूप ही ये पुरे शरीर पर छाले बना देता है जिसमें से निरंतर पस निकलती रहती है. इसीलिए इस सोरायसिस को भी रोगी के लिए अति गंभीर माना गया है.

4.Palmo Plantar Psoriasis : ये मात्र  रोगी की हटली या पैरों की तली को ही संक्रमित करता है. इसीलिए इसे पाल्मो प्लान्टर सोरायसिस कहते है. 

5.Scalp Psoriasis : ये भी अपने नाम के अनुरुप सिर्फ स्कैल्प अर्थात सिर को ही संक्रमित करता है.

सोरायसिस होने के कारण ( Causes of Psoriasis ) :
वैसे तो सोरायसिस होने का अभी तक कोई ठोस कारण नहीं मिला है, ना ही खून की जांच करने पर ही कोई नतीजे मिले है किन्तु ऐसी कुछ परिस्थितियाँ है जो सोरायसिस होने की वजह बनती है. CLICK HERE TO KNOW त्वचा का खिंचाव दूर करने के घरेलू उपाय ...
सोरायसिस के कारण और लक्षण
सोरायसिस के कारण और लक्षण
§ अनुवांशिकता ( Heritability ) : सर्वाधिक ये बीमारी वंशानुगत चलती जाती है इसीलिए इस बिमारी के होने का सबसे बड़ा कारण अनुवांशिकता मानी जाती है. 

§ प्रतिरोधक क्षमता का क्षीण होना ( Decreasing Immune Power ) : अगर आपकी रोगों से प्रतिकार करने की शक्ति कम हो गयी है तो भी आपको ये रोग हो सकता है. 

§ असंतुलित आहार ( Unhealthy Food ) : असंतुलित और अनियमित आहार के सेवन से भी आपको ये रोग अपना शिकार बना सकता है. इसलिए आपको अपने भोजन में हमेशा सभी पौषक तत्वों को शामिल करना चाहियें. 

§ वात और कफ़ ( Air and Cough Problem ) : आयुर्वेद का माना है कि अगर कोई व्यक्ति वात और कफ़ से पीड़ित है तो उसे शत प्रतिशत सोरायसिस होता है. 

§ चोट लगाना ( If Injury Happens ) : कई बार खेलते वक़्त या कोई कार्य करते वक़्त त्वचा पर चोट लग जाती है, जिसे हम अनदेखा कर देते है, किन्तु अगर यही संक्रमण में बदल जाएँ तो सोरायसिस का रूप ले लेती है. 

रिसर्च के दौरान भी इसके होने की मुख्य वजह इसका मल्टी फ्लेक्टोरियल होना ही पाया गया है, जिसमें जेनेटिक प्री डीस्पोजिशन और वातावरण भी जिम्मेदार होता है. रिसर्च के दौरान एक चीज ये भी सामने आई है कि सामान्य लोगों की त्वचा 1 माह में 1 बार बदलती है किन्तु सोरायसिस के रोगियों की त्वचा प्रति 4 -5 दिन में बदलती रहती है और यही वजह त्वचा की मोटाई को बढ़ाती है और उसे चमकीला व सफ़ेद भी बनाती है. 
Causes and Symptoms of Psoriasis
Causes and Symptoms of Psoriasis
सोरायसिस के प्रभाव के बढ़ने की वजह ( Causes that Increases Effect of Psoriasis ) :
एक तो सोरायसिस के हो जाने से ही रोगी इतना अधिक परेशान हो जाता है कि उसे समझ ही नहीं आता कि उसके साथ हो क्या रहा है और ऊपर से उसकी लापरवाही उसकी स्थिति को और भी अधिक भयंकर बना सकती है. अगर सोरायसिस के रोगी को निम्न चीजें हो जाती है तो ये रोग अपने प्रभाव को बढ़ा देता है. 

§ संक्रमण ( Infection ) : किसी भी तरह का संक्रमण सोरायसिस के रोगियों के लिए काफी घातक सिद्ध हो सकता है. खासतौर से गले का इन्फेक्शन.

§ तनाव ( Tension ) : तनाव तो हर बिमारी के लिए आग में घी जैसा कार्य करता है. इसीलिए हर चिकित्सक सोरायसिस के रोगियों को चिंता ना करने की सलाह देता है क्योकि ऐसा करने से ये रोग अति तीव्रता से फैलने लगता है. 

§ शराब व धुम्रपान ( Alcohol and Smoking ) : निरंतर शराब, धुम्रपान या किसी अन्य नशे का सेवन भी सोरायसिस के  प्रभाव को बढाने में सहायक होता है.
सोरायसिस के प्रकार
सोरायसिस के प्रकार
§ दवाएं ( Medicine ) : कुछ दवाएं ऐसी होती है जिन्हें हम बिना चिकित्सक की सलाह के ही दर्द को भागने के लिए ले लेते है, किन्तु अगर आप गलती से कोई ऐसी दवा खा रहे है जो अधिक गर्म है तो वो सोरायसिस के प्रभाव को तुरंत बढ़ाती है. इसलिए बिना चिकित्सक की सलाह के दवा न लें. 

सोरायसिस के लक्षण ( Symptoms of Psoriasis ) :
·     रुखी त्वचा ( Dry Skin ) : इसका मुख्य लक्षण तो यही है कि इसमें त्वचा सुख जाती है, उसमें प्राकृतिक चमक खत्म हो जाती है और वो मोटी हो जाती है, साथ ही त्वचा का रंग लाल सफ़ेद हो जाता है. 

·     खुजली होना ( Scab ) : जब सोरायसिस होता है तो आपको त्वचा में लगातार खुजली होने लगती है. 

·     रुसी होना ( Dandruff ) : आपके सिर में रुसी हो जाती है, आपके बाल झड़ने लगते है और कुछ मामलों में तो टूटने भी लगते है. 

·     खून आना ( Blood from Wounds ) : जब त्वचा मोटी हो जाती है तो उसपर घाव बनने लगते है और कुछ दिनों बाद घावों में से खून आना आरम्भ हो जाता है. 

·     नाखूनों में विकृति ( Nail Deformities ) : सोरायसिस नाखूनों को भी नहीं छोड़ता इसलिए इस अवस्था में नाखूनों का रंग और आकार दोनों बदल जाते है. इनकी जड़ इतनी कमजोर हो जाती है कि हाथ से ही इन्हें जड़ से निकाला जा सकता है. 
Psoriasis se Jude Aham Tathya
Psoriasis se Jude Aham Tathya
·     जोड़ों का दर्द ( Joint Pain ) : क्योकि ये अपना शिकार कमर, घुटनों और कुहनियों को भी बनाता है तो इससे पुराने जोड़ों के दर्द के दुबारा होने का भी खतरा बना रहता है. 

सोरायसिस से जुड़े अहम तथ्य ( Some Facts Related to Psoriasis ) :
§ इसका शिकार किसी भी उम्र का व्यक्ति हो सकता है, चाहे वो बच्चा हो या फिर वृद्ध.

§ इस बिमारी के लक्षण मुख्य रूप से 20 से 30 वर्ष की उम्र में ही दिखाई देने लगते है. 

§ अगर आप इससे एक बार निजात पा भी लेते है तो ये आपको दोबारा अपना शिकार बना सकती है.

§ ये सर्दियों के मौसम में लोगों को अपना शिकार बनाती है. 

सोरायसिस के अन्य प्रकार, कारण, लक्षण और देशी आयुर्वेदिक उपचारों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.   
सोरायसिस
सोरायसिस

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1 comment:

  1. M psoriasis patient from last 8 9 month..mereko gale mai 2 3 saal se cough rehta h..mai Dr jagdish hisar ka treatment le RHA ..pls tell me kya karna chaiye

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