रक्तचाप
कण्ट्रोल करें ( Control Your Blood Pressure )
आधुनिक
समय में बच्चे छोटी उम्र में ही चिंता और तनाव का शिकार होने लगे है और यही कारण
है कि आज बुजुर्गों से अधिक युवा उच्च रक्तचाप का शिकार है. उच्च रक्तचाप एक ऐसा
रोग है जिसमें पीड़ित को चक्कर आने लगते है, आँखों के सामने अँधेरा छा जाता
है और रोगी को निरंतर घबराहट होने लगती है, उसके हाथ पैर सुन्न और ठन्डे
पड जाते है.
सामान्यतः
ब्लड प्रेशर 120/80 होता है, अगर इससे थोडा सा ऊपर या नीचे हो जाएँ तो
उससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता किन्तु ज्यादा कम या अधिक मुसीबतें पैदा करनी आरम्भ
कर देता है. लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे प्राकृतिक तरीके बताने जा रहे है जिससे आप
अपने रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हो. CLICK HERE TO KNOW ब्लड प्रेशर के कारण और लक्षण ...
Prakratik Roop se Blood Pressure Kaise Kam Karen |
बचाव
के प्राकृतिक तरीके ( Natural Ways to Control BP ) :
· व्यायाम ( Do Exercise ) : जो व्यक्ति व्यायाम नहीं
करते उनके शरीर में मोटापा और आलस भर जाता है जिसका सीधा असर उसके रक्तचाप पर पड़ता
है. उनका मोटापा ही उनमें हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक की समस्याओं को भी बढ़ावा
देता है. इसलिए हर व्यक्ति को दिन में कम से कम ½ घंटा व्यायाम अवश्य करना चाहियें.
· रक्त को गाढा ना होने दें ( Never Let Your Blood Thick ) : वहीँ अगर रक्त गाढा हो जाता
है तो उसका प्रवाह धीमा हो जाता है, ये नसों और शिराओं पर दबाव
बढाता है और रोग उत्पन्न करता है. रक्त को पतला रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने
खाने में पौषक तत्वों और हरी सब्जियों को शामिल करें. इसके साथ प्रातःकाल नाश्ते
में संतरे और सेब का जूस पियें.
· लहसुन ( Garlic ) : लहुसन का इस्तेमाल ना सिर्फ
रक्त चाप बल्कि अनेक रोगों के उपचार में होता है. इसका नियमित रूप से सेवन करने से
खून में थक्का नहीं जमता, साथ ही ये रक्त में बढे हुए कोलेस्ट्रोल को भी भी नियंत्रित करता है और
इसिलए इसे रक्तचाप नियंत्रित करने के लिए एक बेहतर विकल्प माना जाता है.
· तुलसी ( Basil ) : 15 दिनों के लिए एक प्रयोग
करें, जिसके अनुसार आपको 2 नीम की और 5 तुलसी की पत्तियों को पीसकर चटनी बनानी
है और उसे प्रातःकाल खाली पेट 20 ग्राम पानी के साथ लेना है. CLICK HERE TO KNOW ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने पर ये बिलकुल ना करें ...
प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर कैसे कम करें |
· तरबूज के बीज की गिरी ( Seeds of Watermelon ) : समान मात्रा में खसखस और
तरबूज के बीज की गिरी लें और उसे पीसकर पाउडर बनायें. इस मिश्रण को रोजाना खाली
पेट 1 चम्मच की मात्रा में पानी के साथ लें.
· काली मिर्च ( Black Pepper ) : अगर रक्त चाप कुछ ज्यादा ही
बढ़ गया हो तो ½ ग्लास गुनगुना पानी लें और
उसमें 1 चम्मच काली मिर्च डालकर मिलाएं. इस मिश्रण को हर 2 घंटे बाद बनाकर पियें.
इस उपाय को ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल करने के लिए सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाता है.
· भूरे चावल ( Brown Rice ) : भूरे चावल अर्थात ब्राउन
राइस में फैट, कोलेस्ट्रॉल और नमक काफी कम मात्रा में होता है और इसीलिए इन्हें रक्तचाप
को नियंत्रित करने के लिए काफी उपयोगी माना जाता है. जिनका रक्तचाप अधिक रहता है
उनके लिए तो ये बहुत अच्छा विकल्प है क्योकि नमक का सेवन करने से रक्तचाप बढ़ता है
जबकि इन चावलों में तो नमक की मात्रा बहुत कम होती है.
· अदरक ( Ginger ) : जब धमनियों की दीवारों पर
कैल्शियम जम जाता है तो ये रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न करने लगता है जिससे
रक्तचाप कम रहने लगता है. लेकिन अदरक में ऐसे एंटी ओक्सिडेंट मौजूद रहते है जो इस
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते है और रक्तचाप को संतुलित करते है.
How to Naturally Reduce Blood Pressure |
· हरी घास ( Green Grass ) : लगभग हर व्यक्ति ने सूना
होगा कि नंगे पैर हरी घास पर चलने से आँखों की रौशनी बेहतर होती है किन्तु क्या आप
जानते है कि इससे रक्तचाप भी कण्ट्रोल में रहता है, नहीं ना, लेकिन ये सच है इसलिए रोजाना हरी घास पर 15 मिनट के लिए नंगे पैर चलने की
आदत डाल लें.
· जीरा सौंफ और शक्कर ( Cumin Sugar and Fennel ) : इन तीनों सामग्रियों को समान
मात्रा में लेकर पिसें और सुरक्षित किसी शीशें की बोतल में रखें. इस मिश्रण की 1
चम्मच रोजाना दिन में 2 बार सादे पानी के साथ लेने से रक्तचाप सामान्य रहता है.
· आंवला ( Amla ) : रोजाना 1 बड़ी चम्मच आंवले का
रस और समान मात्रा में शुद्ध शहद मिलाकर पिने से भी रक्त चाप को सामान्य रखने में
मदद मिलती है.
रक्तचाप
को नियंत्रित करने अन्य प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपायों के बारे में अधिक जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
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