मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड
( Magnetic Stripe
Card )
दोस्तों आजकल सभी ATM Credit या Shopping Malls के कार्ड्स इस्तेमाल करते है, दिखने में ये सभी प्लास्टिक के होते है और लगभग एक जैसे ही लगते है लेकिन
हर कार्ड के पीछे काले रंग की एक Magnetic Stripe जरुर होती है. लेकिन इन कार्ड पर इस स्ट्रिप की क्या जरूरत है? और ये कार्ड कैसे काम करते है? आज हम इन्ही सब के
बारे में बात करने वाले है तो चलिए शुरू करते है. CLICK HERE TO KNOW गूगल सर्च कैसे काम करता है ...
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मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड कैसे काम करते है |
Magnetic Stripe Card का इस्तेमाल :
Magnetic Stripe Card सिर्फ ATM या Credit कार्ड्स
ही नहीं होते बल्कि आपने देखा होगा कि होटल्स में भी आजकल कार्ड को ही चाबी ( Key ) की तरह इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे बहुत सारे
ऑफिस है जहाँ स्पेशल लोगों को ही एक गेट से दुसरे गेट में इंटर करने के लिए कार्ड
दिए जाते है. ठीक इसी तरह आजकल स्कूल और कॉलेज में भी होने लगा है. लेकिन सवाल फिर
वही कि आखिर ये ब्लैक मैग्नेटिक स्ट्राइप वाला कार्ड काम कैसे करता है? और इनमे जो इनफार्मेशन डाली जाती
है वो कैसे Write या Read की जाती है?
Magnetic Stripe Card कैसे काम करते है :
कार्ड के काम करने के लिए
जरूरी है कि आपके पास कुछ प्राइवेट पर्सनल डाटा हो, जिसे आप कार्ड में डाल सको और ये पता चल सके के जो
कार्ड आपके पास है वो आपका ही है. चाहे फिर वो आपका अकाउंट नंबर हो, आपका Employee नंबर हो या कुछ और पैटर्न या
पासवर्ड हो. ये नंबर या पैटर्न आपको उस मशीन में कार्ड के थ्रू दिखाना होता है
जिसमें कार्ड लगाया जाता है जैसेकि ATM Machine या Swiping Machine या डोर.
ये सारा डाटा जिसके थ्रू
आपका कार्ड काम करता है वो सारा डाटा कार्ड के पीछे की उस काली Magnetic Stripe में स्टोर किया जाता है. उसके बाद जब उस कार्ड को मशीन में डाला जाता है
और Same डाटा इंटर दिया जाता है तो
आपको एक्स्सेस मिल जाता है और डाटा में किसी तरह की भी गलती होने पर आपको एक्स्सेस
नहीं दिया जाएगा.
Magnet Stripe Card में डाटा स्टोर कैसे करें :
मैगनेट स्ट्राइप कार्ड का
कांसेप्ट कोई नया कांसेप्ट नहीं है बल्कि ऑडियो और विडियो कैसेट व टेप वाला कांसेप्ट
ही है. जहाँ एक मैग्नेटिक टेप में डाटा स्टोर किया जाता था और बाद में उसे हम
एन्जॉय करते थे, ठीक वही
कांसेप्ट इन कार्ड्स में भी अप्लाई किया गया है. लेकिन यहाँ टेप को अलग अलग
सेक्शनस में ब्रेक किया गया है और उसमें डाटा को स्टोर किया गया है.
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Magnetic Stripe Card Kaise Kaam Karte Hai |
कार्ड के पीछे लगी ये
स्ट्राइप एक ऐसी प्रॉपर्टी से बनी है जिसकी क्वालिटी और मैग्नेटिक प्रॉपर्टी को हम
आसानी से चेंज कर सकते है. ऐसा इसलिए क्योकि मैगनेट की तरह इसमें भी नार्थ और साउथ
पोल्स होते है, जिनकी
एलाइनमेंट चेंज की जा सकती है.
अब हमारे पास एक
मैग्नेटिक राइटर होता है जिसे कहते है Solenoid. ये राइटर स्ट्रोंग मैग्नेटिक फील्ड बनाता है.
इसके बाद करना ये होता है कि कार्ड की स्ट्राइप में सेक्शन बना दिए जाते है जैसेकि
नार्थ साउथ साउथ नार्थ नार्थ नार्थ वगरह वगरह और उनमे डाटा को 0 और 1 की फॉर्म में
सेव कर दिया जाता है क्योकि डाटा 0 और 1 की फॉर्म में ही होता है.
रीडर कार्ड के डाटा को
कैसे पढता है :
इसके बाद बात ये आती है
कि रीडर इस डाटा को कैसे पढता है. दरअसल जब आप कार्ड को स्वाइप करते हो तो कार्ड
का हर सेक्शन रीडर से गुजरता है और इलेक्ट्रिक पल्सेस को जेनरेट करता है और कार्ड
पर बने 0 और 1 के पैटर्न का पता चल जाता है.
होटल कार्ड और डेबिट
कार्ड में अंतर :
आपने देखा होगा कि कभी
कभी होटल के कार्ड काम करना बंद कर देते है जबकि ATM कार्ड सालों काम करते है.
लेकिन ऐसा क्यों होता है? ऐसे में जब होटल के कार्ड बंद हो
जाते है तो आप रिसेप्शन पर जाते हो, जहाँ कार्ड्स को मशीन
में डालकर रीकॉन्फिगर करके आपको वापस दे दिया जाता है और कार्ड फिर से काम करना
शुरु कर देता है.
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ATM Hotel Credit Card ke Kaam Karne ka Process |
इन दोनों कार्ड के बीच
फर्क का कारण भी यही ब्लैक मैग्नेटिक स्ट्राइप ही है. दरअसल जिस मटेरियल से ये
ब्लैक स्ट्राइप बनाई जाती है उसकी कई ग्रेड मार्किट में अवेलेबल है और उन्हें उनकी
जरूरत के हिसाब से ही इस्तेमाल किया जाता है. जैसेकि होटल्स में हर दुसरे दिन नया
गेस्ट आता है, इसलिए हर
किसी को अपनी प्राइवेसी चाहियें होती है, इसलिए होटल्स के
कार्ड में लो क्वालिटी की ब्लैक Magnetic Stripe Tape का इस्तेमाल होता है ताकि उसे 4-5 दिन में बदला
जा सके. वहीँ ATM तो सिर्फ आपका है और उसे
सिर्फ आप ही यूज करोगे इसलिए ATM में
जो स्ट्राइप लगाई जाती है उसकी क्वालिटी बहुत अच्छी होती है इसलिए कुछ कार्ड की
स्ट्राइप घिसने के बाद भी ATM कार्ड
अच्छी तरह काम करता है.
इसीलिए होटल्स के कार्ड
में डाटा को डालने वाला राइटर छोटा सा होता है, पोर्टेबल होता है और सस्ता होता है और होटल में जो
कार्ड यूज होते है वो लो बजट भी होते है लेकिन जहाँ बात ATM की आती है तो उनके लिए स्पेशल मशीन और टूल्स
होते है, इसे आप घर पर नहीं बना सकते.
Magnetic Stripe Card का नुकसान :
इन कार्ड्स की सबसे खराब
बात ये है कि इनके डाटा को कोई भी आसानी से कॉपी कर सकता है और फिर उसी डाटा को
यूज करते हुए नकली कार्ड बना सकता है. चाहे वो कार्ड लो क्वालिटी का ही क्यों ना
हो लेकिन उसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसी बात को देखते हुए बाद
में इन कार्ड्स में Chip भी लगाई जाने लगी, आप भी
अपने ATM कार्ड में चिप देख सकते हो.
ये चिप्स स्पेशलाइज्ड होती है, जिनकी वजह से कार्ड के डाटा
को कॉपी करना आसान नहीं होता. लेकिन होटल्स में अब भी चिप्स वाले कार्ड इस्तेमाल
नहीं होते और ये समझ भी आता है क्योकि उन्हें हर तीसरे चौथे दिन कार्ड्स बदलने
होते है तो अगर वे महंगी मैग्नेटिक स्ट्राइप वाला कार्ड या चिप वाला कार्ड
इस्तेमाल करते है तो वो उन्हें महंगा पड़ेगा इसलिए उनके लिए वैसे सिंपल कार्ड ही
सही है.
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Magnetic Stripe Card mein Data Read or Write Kaise Karte Hai |
तो दोस्तों उम्मीद है कि अब
आप भी ATM Card या Hotel Check In Check Out कार्ड के पीछे लगी Black Magnetic Stripe Tape, उसके काम करने के तरीके और इस्तेमाल
के बारे में अच्छी तरह समझ गए होगे. लें अगर आपको फिर भी कोई डाउट रहता है तो आप
तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
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