10 सबसे ऊँची मूर्तियाँ ( 10 Tallest Statues of Our Country )
हमारा देश दुनिया का
एकलौता ऐसा देश है जहाँ हर धर्म के और हर समुदाय के लोग एक साथ मिलकर रहते है, और जहाँ तक बात मंदिरों की करें
तो अपने देश में सबसे ज्यादा मंदिर है. जहाँ हम ईश्वर के प्रति अपने भक्ति भाव और
प्रेम को दिखाते है और ऐसा हम मूर्तियों के माध्यम से करते है, वो इसलिए क्योकि हमारा मूर्तियों के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा है.
इसीलिए अपने देश में हर
तरह की और हर साइज़ की मूर्तियाँ आराम से मिल जाती है. इतनी छोटी की आप उसे अपने
वॉलेट में शुभता के रूप में रख सकते हो और इतनी बड़ी भी की आप मीलों दूर से भी उसे
आराम से देख सको और आज हम आपको अपने देश की ऐसी ही 10 विशाल मूर्तियों से रूबरू
कराने वाले है, जिनमे
सबसे पहले है – CLICK HERE TO KNOW दुनिया के 11 सबसे खतरनाक खेल ...
|
अपने देश की 10 सबसे ऊँची मूर्तियाँ |
1. वीर अभ्या अंजनेया स्वामी, आंध्रप्रदेश : आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा के परिताला शहर में बना
ये मंदिर, भगवान
श्री राम के महान भक्त संकटमोचन महाबली हनुमान का है. यहाँ हनुमान जी की 135 फुट
ऊँची विशाल प्रतिमा है और ये पवनपुत्र हनुमान की भारत की सबसे ऊँची मूर्ति है.
इसकी स्थापना 22 जून 2003 में की गयी थी.
|
Apne Desh ki 10 Sabse Unchi Murtiyan |
2. संत तिरुवल्लुवर, कन्याकुमारी : पत्थर की बनी ये 133 फीट ऊँची विशाल प्रतिमा
प्रसिद्द संत और तमिल कवि तिरुवल्लुवर की है. असल में ये मूर्ति कन्याकुमारी का
प्रमुख साइन भी है. इस प्रतिमा की सिर्फ उंचाई ही नहीं बल्कि आधार भी बहुत बड़ा है
जोकि 33 फीट है. माना जाता है कि इस मूर्ति का आधार 33 फीट इसलिए रखा गया ताकि वो
तिरुवल्लुवर की लिखी थिरुकुलाल पुस्तक के 33 अध्यायों को दर्शा सके.
|
Duniya ki Sabse Lambi
Hanuman Ji ki Pratima |
3. पद्मसंभव प्रतिमा, हिमाचल प्रदेश मंडी : पद्मसंभव एक बौद्ध साधू थे जिन्होंने बौद्ध धर्म
को ना सिर्फ उत्तरी पूर्वी भारत बल्कि भूटान और तिब्बत में भी प्रसारित करने में
अहम् भूमिका निभायी. वैसे पद्मसंभव का अर्थ होता है “ वो जो
कमल से पैदा हुआ हो ”. तिब्बत और भूटान में इन्हें गुरु
रीन्पोछे और लोपों रीन्पोछे के नाम से ज्यादा जाना जा है. पद्मसंभव जी की मूर्ति
की ऊँचाई है 123 फीट और ये हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में रेवालसर झील के पास
स्थित है.
|
Bharat ki Vishal
Murtiyan |
4. मुरुदेश्वर भगवान, कर्नाटक : देवों के देव महादेव भगवान शिव को हजारों नामों
से जाना जाता है और उन्ही में से एक नाम है मुरुदेश्वर. उनके इसी नाम पर कर्नाटक
में एक शहर का नाम भी मुरुदेश्वर ही रखा गया है जहाँ पर भवान शिव की 122 फीट ऊँची
ये प्रतिमा स्थापित है. भगवान शिव का ये मंदिर बहुत फेमस है, जो लोग इस मंदिर में आते है
उन्हें 2 फायदे मिलते है. पहला तो वे भगवान शिव की इस खुबसूरत मूर्ति के दर्शन कर
पाते है दुसरा आपको मुरुदेश्वर सागर तट के पास की प्राकृतिक सुन्दरता देखने को
मिलती है जो किसी का भी मन मोह सकती है.
|
Ye Hai Desh ki Sabse
Badi Murtiyan |
5. हनुमान मूर्ति, शिमला, हिमाचल
प्रदेश :
हिमाचल प्रदेश के शिमला के पास जाखू की पहाड़ियों में बजरंगबली की एक और विशाल
मूर्ति स्थापित है जिसकी उंचाई है 108 फीट. यही वजह है कि शिमला सबसे प्रमुख
टूरिस्ट प्लेस में से एक है क्योकि ना सिर्फ यहाँ बर्फ से भरी हुई चोटियाँ देखने
को मिलती है बल्कि यहाँ अपने दर्शनीय स्थल और घाटियाँ है, ऊपर
से हनुमान जी की ये विशालकाय मूर्ति, जो शिमला की शान है.
|
Veer Abhya Anjneya Svami |
6. मिन्ड्रोलिंग मठ बुद्ध प्रतिमा, देहराद : अपने देश में भगवान गौतम बुद्ध के कई मठ है और उनमे से मिन्ड्रोलिंग एक
प्रमुख मठ है. इस मठ की उंचाई 107 फीट है और ये देहरादून के मिन्द्रोल्लिंग मठ में
स्थापित है.
|
Sant Tiruvalluvar Murti |
7. नांदुरा मारुति, महाराष्ट्र : इस लिस्ट में ये हनुमान जी की तीसरी मूर्ति है
और हो भी क्यों ना हनुमान जी सबके चहेते जो है. ये मूर्ति महाराष्ट्र राज्य के
बुलढाणा जिले के नांदुरा शहर में बनी हुई है, जोकि उस तालुका का एक मुख्यालय भी है. ख़ास बात ये है
कि इस मूर्ति की स्थापना ब्रिटिश राज में सन 1931 में हुई थी और इस मूर्ति की
उंचाई है 105 फीट.
|
Chinmya Ganadheesh Svami
Murti |
8. शिव मूर्ति, हर की पौड़ी, हरिद्वार : हर की पौड़ी सिर्फ उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि
पुरे देश का एक सबसे धार्मिक स्थल मना जाता है और इसका अर्थ है “ हर यानि
नारायण और पौड़ी मतलब चरण, तो इस
जगह का अर्थ हुआ नारायण के चरण ”. यहाँ
शिवजी की एक 100 फीट ऊँची एक विशाल प्रतिमा स्थापित है. हर व्यक्ति हरिद्वार आना
चाहता है और यहाँ स्नान कर अपने पापों से मुक्त होना चाहता है, कहते है कि जो लोग हरिद्वार में स्नान करने आते है उन्हें मोक्ष की
प्राप्ति होती है.
|
10 सबसे ऊँची मूर्तियाँ |
9. चिन्मय गणाधीश, महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के कोल्हापुर में
विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की 85 फीट ऊँची मूर्ति स्थापित है, जो
चिन्मय गणाधीश के नाम से प्रसिद्द है. इस मूर्ति की स्थापना 19 नवंबर सन 2001 में
की गयी थी.
10. आदिनाथ बवांगाजा, मध्य्रदेश : इस लिस्ट की लास्ट और दसवे नंबर की मूर्ति की
उंचाई है 84 फीट और भगवान आदिनाथ बवांगाजा की ये मूर्ति मध्यप्रदेश के बडवानी जीले
में स्थित है. ये देश का एक प्रसिद्द जैन तीर्थ स्थल है. इस मूर्ति को पत्थर को
ताराश्कर बनाया गया है इसीलिए इसका रंग भूरा है. लेकिन ख़ास बात ये है कि इसका
निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था.
तो दोस्तों ये है हमारे
देश की 10 सबसे बड़ी मूर्तियाँ जो ना सिर्फ हमारी आस्था और ईश्वर के प्रति प्रेम का
प्रतिक है बल्कि ये हमारे देश के Architecture और Engineering का
भी बेजोड़ नमूना है. अगर कभी आपको भी इनमे से किसी मूर्ति को देखने का मौक़ा मिले तो
उस मौके को बिलकुल भी मिस ना करें और अपनी लाइफ में कुछ ख़ास पलों को जोड़ें.
|
10 Tallest Statues of
Our Country |
अपने देश की अन्य ऊँची
इमारतों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर
सकते हो.
Duniya ki Sabse Lambi
Hanuman Ji ki Pratima, Bharat ki Vishal Murtiyan, Ye Hai Desh ki Sabse Badi
Murtiyan, Veer Abhya Anjneya Svami, Sant Tiruvalluvar Murti, Chinmya Ganadheesh
Svami Murti
Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.
इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !
प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम
No comments:
Post a Comment