इस वेबसाइट पर किसी भी तरह के विज्ञापन देने के लिए जरूर CONTACT करें. EMAIL - info@jagrantoday.com

Note: इस वेबसाइट ब्लॉग पर जो भी कंटेंट है वो मात्र सुचना और शिक्षा के लिए दी गयी है. किसी भी कंटेंट को प्रयोग अगर किया जाता है तो उसके लिए खुद प्रयोग करने वाला ही हर तरह से जिम्मेदार होगा. हमने यहाँ अपने विचार प्रकट किये है. इसीलिए इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं - धन्यवाद

कुछ ख़ास आपके लिए :-

Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana - बेस्ट फुल बॉडी मसाज मालिश पार्लर इन रोहतक हरयाणा

  Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana सबसे पहला प्रश्न तो यही है की हमे बॉडी मसाज या शरीर पर मालिश ( Full Body Massa...

Sansadhan ke Prakar or Udahaaran | संसाधन के प्रकार और उदहारण | Resources Types And Example

संसाधन के प्रकार तथा इनके उदहारण
हमारे आस – पास उपलब्ध सभी वस्तुएं संसाधन हैं. संसाधनों को तीन भागों में बाटां जा सकता हैं.

प्राकृतिक संसाधन -  जो वस्तुएं हमें प्रकृति से प्राप्त होती हैं तथा जिनमे हम किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं कर सकते अर्थात प्रकृति के द्वारा यह जैसी उत्पन्न होती हैं उनका हम उसी रूप में प्रयोग करते हैं. कुछ प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग हम निशुल्क (free), कोई भी मूल्य दिए बिना कर सकते हैं. ये वस्तुएं “ प्राकृतिक संसाधन ” कहलाती हैं.

उदहारण

1.       हवा या वायु जिस पर हमारा जीवन निर्भर करता हैं. एक मुफ्त प्राकृतिक ससाधन हैं. जिसका प्रयोग हम सांस लेने के लिए करते हैं.

2.       पेड़ – पौधे भी प्राकृतिक संसाधन हैं. पेड़ और पौधों से हमें फूल, फल, सब्जी प्राप्त होती हैं. पेड़ और पौधों का प्रयोग हम औषधि और दवाइयों को बनाने के लिए करते हैं. पेड़ों को काटकर इसकी लकड़ी का प्रयोग हम फर्नीचर जैसे – मेज, कुर्सी, पलंग, आदि बनाने के लिए करते हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT संसाधन ...
Sansadhan ke Prakar or Udahaaran
Sansadhan ke Prakar or Udahaaran 

3.       मृदा या मिट्टी एक निशुल्क प्राकृतिक संसाधन हैं. जिसका प्रयोग हम घर बनाने के लिए या मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए करते हैं.

4.       झील, नदी या तालाब का पानी भी एक निशुल्क संसाधन हैं. जिसका प्रयोग हम बिना परिवर्तन या संसोधन किये कर सकते हैं.  

मानव निर्मित संसाधन – जब वस्तुओं का वास्तविक (original) रूप बदल दिया जाता हैं तथा उनका प्रयोग अन्य वस्तुओं को बनाने के लिए किया जाता हैं. तो नई निर्मित ये वस्तुएं “ मानव निर्मित संसाधन ” कहलाती हैं. मानव निर्मित संसाधन में नई वस्तुओं को बनाने के लिए तकनीक का तथा प्रौद्यौगिकी (technology) का  प्रयोग किया जाता हैं.

उदहारण –

1.       लौह अयस्क – कुछ वर्षों पहले लौह अयस्क एक ऐसा पदार्थ था. जिसका प्रयोग लोहे के रूप में कैसे करना हैं या इसका प्रयोग किस – किस चीज का निर्माण करने के लिए किया जा सकता हैं. इसके बारे में मनुष्यों को पता नहीं. लेकिन जैसे ही मनुष्य को लोहे का प्रयोग करना आ गया. तो उसने लोहे से कुछ नई वस्तुओं का निर्माण किया. जैसे – बाल्टी, वाहन, मशीन आदि वस्तुएं. ये सभी वस्तुएं मानव निर्मित संसाधन हैं तथा इनका निर्माण करने के लिए मनुष्य ने नई – नई तकनीकों का प्रयोग किया हैं. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT प्राकृतिक संसाधन के प्रकार ...

संसाधन के प्रकार और उदहारण
संसाधन के प्रकार और उदहारण
2.       इसके अलावा प्रौद्यौगिकी भी एक मानव निर्मित संसाधन हैं. जिसकी सहायता से मनुष्य ने कई उपकरणों तथा मशीनों का निर्माण किया हैं. जिनकी सहायता से अनेक कार्यों को किया जाता हैं. उपकरणों में कंप्यूटर एक ऐसा ही बिजली से चलने वाला यंत्र हैं. जो बहुत तेजी से कार्य करता हैं.

मानव संसाधन या मानव विकास संसाधन
मनुष्य खुद भी एक संसाधन हैं. मनुष्य को मानव संसाधन लोगों की संख्या तथा उनकी शारीरिक और मानसिक शक्ति बनाती हैं. मनुष्य में शारीरिक तथा मानसिक शक्ति का विकास शिक्षा, तकनीक, स्वास्थ्य तथा कौशल की सहायता से होता हैं. इनकी मदद से ही मनुष्य नई वस्तुओं का निर्माण करने के लायक बनता हैं.   
Resources Types And Example

Resources Types And Example
    
संसाधन के प्रकार के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.

Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.


इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

27 comments:

  1. what is hr? that i want to know and how it works in comman man's life.

    ReplyDelete
  2. Replies
    1. Mr. Satyavir Singh

      You can know about Resources from the link given below or if you want to know anything else then comment us again.

      Thank You for Comment
      Jagran Today Team

      Delete
    2. Link for Resources

      http://www.jagrantoday.com/2015/12/sansadhan-or-unke-udahaaran-resources.html

      Delete
    3. समाप्य संसाधन और असमाप्य संसाधन के और नाम क्या है।

      Delete
  3. भौतक ससाधन क्‍या क्‍या होते है उन्‍हे केसे पढा जा सकता है कोई दा उदाहरण सहित समछाऔ

    ReplyDelete
  4. भाषा मराठी माणूस मराठी माध्यम मराठी गोष्ट मराठी महाराष्ट्र मराठी मग हे का हिंदी

    ReplyDelete
  5. Natural resources

    # nenewable and non renewable resources

    # natural resources and associate

    1 forest resources
    2 water resources
    3 mineral resources
    4 food resources
    5 energy resources
    6 land resources

    Mujhe Hindi m pdf chahiye jo nhi mile rhai hai

    ReplyDelete
  6. साधनो की गतिशीलता से क्या अभिप्राय है ? साधनो की गतिशीलता को प्रभावित करने वाले तत्व को बताए।।।।

    ReplyDelete
  7. संसाधन से आप क्या समझते है। उदाहरण सहित स्पष्ट करे

    ReplyDelete
  8. Sir please rastriya sansadhan aur uske types k bare me bataiye

    ReplyDelete
  9. Ye antaraashtriyaaa sansaadhan kya hote hai
    Can you define it pls

    ReplyDelete
  10. Ye antaraashtriyaaa sansaadhan kya hote hai
    Can you define it pls

    ReplyDelete
  11. Ye antaraashtriyaaa sansaadhan kya hote hai
    Can you define it pls

    ReplyDelete
  12. Ye antaraashtriyaaa sansaadhan kya hote hai
    Can you define it pls

    ReplyDelete
  13. Kya female sansadhan ho sakti hai

    ReplyDelete
  14. भूमि संसाधन

    ReplyDelete
  15. No problem at all .... Gud work😊

    ReplyDelete
  16. Resource mobilization in case work

    ReplyDelete
  17. संसाधन की परिभाषा

    ReplyDelete
  18. Vishwa Ke Pramukh prakritik Sansadhan ok Naam

    ReplyDelete
  19. Sansadhan kitne types ke vote hai his aadhar pe

    ReplyDelete
  20. Give five example of man-made resources

    ReplyDelete
  21. धन का अर्थ एवं व्याख्या को समझाइए

    ReplyDelete
  22. Bhivin adharon pe sadhno ka bhivajan

    ReplyDelete

ALL TIME HOT