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Vyavsay Tijori ki Dishaa Niyam or Savdhani | व्यवसाय तिजोरी की दिशा नियम और सावधानी

व्यवसाय स्थल पर तिजोरी की स्थापना वास्तुशास्त्र के अनुसार कैसे करें 
मनुष्य जीवन में चार पुरुषार्थ माने गये हैं. अर्थ, काम, मोक्ष तथा धर्म. ये चारों पुरुषार्थ मानव जीवन के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक माने जाते हैं. “कमशर्ल” अर्थात व्यापार या व्यवसाय से सम्बन्धित वास्तु शास्त्र की एक नई विधा हैं. जिससे अधिक व्यक्ति परिचित नहीं हैं. इस विधा में वास्तु शास्त्र के द्वारा दुकान, फैक्ट्री, कार्यालय आदि स्थानों में धन सम्बन्धी परेशानियों या बाधाओं का निवारण किया जाता हैं.

वैसे धन के भी अनेक प्रकार होते हैं. जैसे – स्त्री धन, विद्या धन, रूप धन, संतान धन आदि. एक प्रकार से हम यह कह सकते हैं कि संसार में जिस भी वस्तु से हमें ख़ुशी हो प्रसन्नता हो वह धन हैं. हर व्यक्ति की इच्छा और कोशिश यही रहती हैं कि वह अधिक से अधिक धन अर्जित कर लें. धन की कामना करना और इसे प्राप्त करने के लिए वास्तु शास्त्र का प्रयोग करना गलत नहीं हैं. लेकिन हमें उतना ही धन प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए. जितना की हमारे भाग्य में लिखा हो. तो चलिए जानते हैं कि व्यवसायिक स्थल पर तिजोरी कैसे स्थापित करनी चाहिए.

तिजोरी या गल्ला रखने की सही दिशा - व्यवसाय करने वाले लोगों की सबसे पहली समस्या अपने गल्ले को रखने की रहती हैं कि वो अपना गल्ला या तिजोरी किस दिशा में रखें. शास्त्रों के अनुसार उत्तर दिशा में कुबेर जी का वास होता हैं. इसलिए उत्तर दिशा में ही तिजोरी या गल्ला रखने की व्यवसाय या व्यापार करने वाले व्यक्तियों को आमतौर पर सलाह दी जाती हैं. लेकिन कमशर्ल वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार व्यवसायी स्थानों की उत्तर दिशा का स्थान हमेशा खुला रहना चाहिए. इसलिए यहाँ पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से तिजोरी नहीं रखनी चाहिए. वास्तु शास्त्र में व्यवसाय के लिए तिजोरी रखने का सबसे उत्तम स्थान दक्षिण तथा पश्चिम दिशा हैं.    CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR LINK ...
Vyavsay Tijori ki Dishaa Niyam or Savdhani
Vyavsay Tijori ki Dishaa Niyam or Savdhani

वास्तु शास्त्र में तिजोरी स्थापित करने के कुछ आधारभूत नियम भी जिनका पालन अवश्य करना चाहिए.

वास्तु शास्त्र के आधारभूत नियम - 

1.       तिजोरी को दक्षिण – पश्चिम दिशा में रखना जरुर चाहिए. लेकिन  यह दिशाएँ व्यवसाय स्थल के मुख्य द्वार से कुछ दुरी पर होनी चाहिए.

2.       तिजोरी चार पायों पर बनी होनी चाहिए. जिससे की वह स्थिर रहें.

3.       तिजोरी स्थापित करने के बाद इसमें पांच कमलगट्टे तथा 5 साबुत हल्दी की गांठें भी रखनी चाहिए.

4.       तिजोरी पर स्वास्तिक का चिन्ह भी अंकित होना चाहिए. क्योंकि स्वास्तिक के चिन्ह से लक्ष्मी माता अधिक प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा तिजोरी पर हमेशा बनी रहती हैं.

5.       दुकान एवं व्यवसायिक कार्य स्थलों पर तिजोरी के साथ एक श्री यंत्र की स्थापना भी अवश्य करनी चाहिए.

6.        श्री यंत्र को स्थापित करने के बाद किसी विद्वान् पंडित से या स्वयं श्रीसूक्त और कनकधारा स्त्रोत का पाठ करवाना चाहिए.

अलग – अलग दिशाओं में तिजोरी रखने के परिणाम
1.       यदि तिजोरी उत्तर – पूर्व कोण में स्थापित की जाती हैं तो इससे तिजोरी का धन कम होता हैं तथा हानि अधिक होती हैं.

2.       दक्षिण पूर्व कोण में तिजोरी स्थापित करने से व्यवसाय में अनावश्यक खर्च अधिक होता हैं.

3.       कार्यालय में दक्षिण – पश्चिम दिशा में तिजोरी स्थापित करने से धन में वृद्धि होती हैं.

4.       उत्तर – पश्चिम कोण में तिजोरी रखने से फालतू खर्च अधिक होता हैं.

तिजोरी रखने के बाद इन बातों का विशेषतौर पर ख्याल रखना चाहिए

सावधानियाँ
1.       तिजोरी जहाँ रखी हैं वहाँ की दीवार का या टायलों का रंग सुनहरा या गहुआ करवाएं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR LINK ...
व्यवसाय तिजोरी की दिशा नियम और सावधानी
व्यवसाय तिजोरी की दिशा नियम और सावधानी


2.       तिजोरी को कभी – भी शहतीर के नीचे न रखें.

3.       तिजोरी के आस – पास साफ – सफाई रखें तथा तिजोरी के आस – पास यदि जालें लगें हो तो उसे हटा दें. क्योंकि मकड़ी के जाले जिस स्थान पर लगे होते हैं उस स्थान पर दरिद्रता आती हैं.

4.       तिजोरी के पिछले हिस्से को हमेशा दक्षिण – पश्चिम कोण से सटाकर रखें.

5.       तिजोरी जिस स्थान या कमरे में स्थापित की गई हैं उस स्थान का आकर या तो वर्गाकार होना चाहिए या आयताकार.

6.       तिजोरी वाले कमरे की अन्य कमरों से ऊंचाई अधिक होनी चाहिए.

तिजोरी की स्थापना किस दिशा में करें इस विषय से सम्बन्धित अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
Vyavsay Tijori ki Dishaa
Vyavsay Tijori ki Dishaa




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2 comments:

  1. MerA dukan south facing h,south west m na to me baith skta hu na tijori rakh skta hu...Tijori kha Rakhi r kha baithi...R cashbook kha hona chahiye?South ki taraf cash counter NH bna skta

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  2. काउंटर में प्रवेश द्वार किस साइड से किया जाना शुभ होता है

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