शनिदेव का स्त्री
रूप धारण ( When
Shanidev Changed Himself in a Woman )
शनिदेव यानि वो देवता जिन्हें शनिवार को पूजा
जाता है. लोग शनिवार के दिन इनकी साधना के लिए काले वस्त्र, काले तिल व सरसों के तेल
का दान करते हैं. कुछ लोग ये भी कहते हैं कि शनि देव सजा देने वाले देवता हैं. यदि
आप कोई पाप कर्म करते हैं तो शनि की साढे साती में फंस जाते हैं जिसके असर से आपकी
ज़िन्दगी में साढे सात से गुना होकर ऐसा
वक्त आता है जिसमे आपके सिर पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है. CLICK HERE TO KNOW कष्ट निवारक बजरंग बाण ...
Shanidev Ji ki Stri Roop Dharan Katha |
शनि देव का एक नया
रूप (New Avatar
Of Shani Dev) :
खैर जितने लोग उतनी
बातें, मैं तो ये मानता हूँ कि शनि देव बस एक पथ प्रदर्शक देवता हैं जो आपको कदम कदम
पर आपको कुछ गलत करने से सचेत करते है. अगर आप सही रास्ते पर चलते हैं तो क्यूँ
कोई देवता आप पर साढ़े - साती लगाएगा? शनि देव से जुडी एक और कहानी प्रचलित है
जिसका जिक्र आप तब सुनते हैं जब आप गुजरात राज्य में भावनगर के सारंगपुर में
हनुमान जी के प्राचीन मंदिर में जाते हैं. यहाँ हनुमान जी की प्रतिमा के पैरों में
शनिदेव स्त्री रूप धारण किये बैठे हैं.
हनुमान जी के चरणों
में स्त्री कैसे (Why
This Women Stood In Hanuman Ji’s Feet) :
सब जानते हैं कि
हनुमान जी ने आजीवन किसी स्त्री से कोई सम्बन्ध नहीं रखा था व उनकी महज एक संतान
थी जो किसी समुद्री जीव के गर्भ में उनके पसीने की एक बूँद गिर जाने से हुयी थी.
फिर ये स्त्री उनके चरणों में क्या कर रही है? और ऐसा क्या हुआ कि शनिदेव को उनके
चरणों में स्त्री का रूप धारण करके आना पड़ा, इसका जवाब भी हमें इसी मंदिर में
मिलता है. दरअसल इससे एक पौराणिक कथा जुडी है. आइये जानते हैं वो पौराणिक कथा. CLICK HERE TO KNOW शनि दोष और उसके ज्योतिषी उपाय ...
शनिदेव जी की स्त्री रूप धारण कथा |
हनुमान जी व शनि देव
से जुडी पौराणिक कथा (An Old Story Related With Shani Dev And Hanuman Ji) :
दरअसल हनुमान जी व
शनि देव जी के बीच काफी नोंक-झोंक हो जाया करती थी. एक समय शनिदेव का प्रकोप काफी
बढ़ गया था. शनि के नाम भर से आम जनता कांपने लगती थी. शनि के इस कोप से जनता में
त्राहिमाम त्राहिमाम हो गया और लोगों ने हनुमान जी से हाथ जोड़कर शनि देव का कोप
शांत करने के लिए प्रार्थना की. चूँकि हनुमान जी सदैव अपने भक्तों की सहायता के
लिए तत्पर रहते हैं, उन्होंने अपने भक्तों के संकट हरने का फैसला किया.
शनिदेव को भी इस बात
का पता चला और ये जानकार कि हनुमान जी उनसे युद्ध कर सकते हैं, शनिदेव ने स्त्री
रूप धारण कर लिया. चूँकि हनुमान जी एक ब्रह्मचारी थे, वो एक स्त्री पर हाथ नहीं
उठा सकते थे. स्त्री रूप धारण करने के बाद शनि देव हनुमान जी के सामने झुक गए और
हनुमान जी का क्रोध शांत हो गया. भक्तों पर से शनि देव का प्रकोप भी कम हो गया और
उस स्थान पर भक्तों ने हनुमान जी का ये मंदिर बना दिया.
Why Lord Shani Transformed Himself in a Woman |
इस मंदिर से जुडी मान्यतायें (Traditions Related With This Temple) :
कहते हैं गुजरात के
इस मंदिर के दर्शन करने मात्र से किसी भी इन्सान से शनि का प्रकोप हट जाता है.
मंदिर सुन्दर है व किसी किले के समान विशाल व भव्य है.
शनिदेव और हनुमान जी
की मित्रता की कहानी या किसी अन्य देवी देवताओं से जुडी रोचक कथाओं को जानने के
लिए आप तुरंत नीचे कमेंट कर जानकारी हासिल कर सकते हो.
जब शनिदेव ने स्त्री रूप धारण किया |
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