कान के रोगों के लिए मुली का प्रयोग ( Use of Radish for Ear Problems )
मुली एक ऐसी सब्जी है जिसे हर घर में बड़े चाव से इस्तेमाल किया जाता है. साथ
ही ये बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाती है. क्योकि मुली में पानी की प्रचुर मात्रा
होती है इसलिए ये मुख्य रूप से ये पेट के विकारों को दूर करने में सहायक होती है.
किन्तु कान संबंधी रोगों को दूर करने में भी इसे एक रामबाण इलाज के रूप में देखा
जाता है. तो आओ जानते है कि किस तरह मुली स्वास्थ्य के लिए लाभदायी होती है.
मुली के स्वास्थ्य लाभ ( Health Benefits of Radish ) :
· कान दर्द मिटाये ( For Ear Problems ) : अगर आपके कान में
दर्द है या कान से साँय साँय की आवाज आती है
तो आप 200 ग्राम मुली के पत्ते और लगभग 50 ग्राम की मात्रा में सरसों का तेल लें.
आप दोनों को एक पतीले में डालें और हल्की आंच पर पकाएं. कुछ देर में तेल गाढा हो
जायेगा. उस वक़्त आप तेल को छानकर एक शीशी में निकाल लें. ठंडा होने पर आप तेल की
कुछ बूंदों को अपने कानों में डालें. कुछ दिन इसके लगातार इस्तेमाल से आपको जल्द
ही कान के रोगों से छुटकारा मिल जाता है. CLICK HERE TO KNOW मुली के कुछ महत्वपूर्ण प्राकृतिक गुण ...
कान की साँय साँय भगाएं मुली |
· श्वास रोग ( For Respiratory Disease ) : मुली श्वास रोगों
में भी फायदेमंद होती है किन्तु उसके लिए आपको मुली क्षार तैयार करना पड़ता है, जिसके लिए आप मुली को कुछ टुकड़ों में काट लें और इन्हें छाया में ही सुखाएं.
जब ये सुख जाएँ तब आप इन्हें जलाएं और राख निर्मित करें. आप राख में राख से 8 गुना
अधिक पानी मिला लें और इसे 6 घंटों तक ऐसे ही रहने दें. आप इस मिश्रण को बीच बीच
में हिलाना बिलकुल ना भूलें. समय पूरा होने के बाद आप ऊपर के पानी को अलग निकाल
लें और जो नीचे अवशेष बच जाएँ उसे बहा दें. ये अवशेष ही मुली क्षार कहलाती है. इसके
बाद आपको इस मुली क्षार को भी सुखाना है. इसका इस्तेमाल करने के लिए आप इस पाउडर
को शहद के साथ चाटें.
· पथरी ( For Stone ) : अगर कोई व्यक्ति
पथरी की समस्या से पीड़ित है तो वे मुली क्षार को प्रतिदिन सुबह के समय लें. साथ ही
आप खाली पेट 1 कप मुली का रस भी अवश्य लें. इससे पत्थरी टूट जाती है और मूत्र
मार्ग से बाहर निकल जाती है. CLICK HERE TO KNOW मुली से सांस खांसी और गंभीर रोगों का अनोखा उपचार ...
Kaan ki Saany Saany Bhagayen Muli |
· पीलिया ( For Jaundice ) : मुली को पीलिया के
रोगियों के लिए अमृत के सामान माना जाता है. ये रोगी मुली को किसी भी तरह इस्तेमाल
करें उन्हें लाभ अवश्य मिलेगा और जल्द ही वे सामान्य हो जायेंगे.
· आँखों में जाला ( For Web in Eyes ) : अक्सर अनेक लोगों
की आँखों में जाला बनना शुरू हो जाता है, जो अनेक रोगों को
उत्पन्न करता है. इस स्थिति में आप मुली का रस निकालें और उस स्वच्छ रस में पानी
मिलाकर आप अपनी आँखों को पानी में डालकर साफ़ करें.
· पेट विकार ( For Stomach Disorder ) : जैसाकि हमने पहले
भी बताया कि मुली मुख्य रूप से पेट के विकारों को दूर करने के लिए इस्तेमाल की
जाती है. पेट में अफारा होने पर आप मुली के 4 टुकड़ों को लेकर 3 – 4 ग्राम नौशादर छिडकें. उसके बाद आप मुली को किसी बर्तन में डालकर रातभर के
लिए छोड़ दें. अगले दिन सुबह आप मुली के इन टुकड़ों को चबा चबाकर खाएं. आपको अफारा
में शत प्रतिशत फायदा मिलेगा. एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए भी मुली के
पत्तों का सेवन किया जा सकता है.
मुली के अहम तथ्य ( Some Important Features of Radish ) :
- अगर मुली को सुबह के
समय खाया जाएँ तो उसे सोने के सामान दर्जा दिया जाता है वहीँ रात के समय मुली को
मल माना जाता है.
Eat Radish for Ear
Problem
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- इसके साथ ही ये भी
कहा जाता है कि मुली खाने को तुरंत पचा देती है तो मुली के सेवन के बाद ही जंगल
जाना चाहियें और अदरक का सेवन करने के बाद सभा में क्योकि अदरक खाने के बाद डकारे
बिलकुल भी नही आती.
- अगर आप मुली को भोजन
के ठीक पहले खाते है तो ये अपच का कारण भी बन सकती है. इसलिए आप खाना खाने के करीब
30 मिनट पहले ही मुली का सेवन कर लें. आप खाना खाने के बाद भी मुली को खा सकते हो.
- साथ ही आप इस बात को
भी ध्यान रखें कि मुली खाने के बाद आप दूध या फिर दही का सेवन बिलकुल भी ना करें.
तो आप भी अपने आहार में मुली को शामिल करें और रोगों से मुक्त रहे, साथ ही मुली के ऐसे ही अन्य फायदों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके
जानकारी हासिल कर सकते हो.
कान दर्द का रामबाण इलाज |
Kaan ki Saany
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