कैसे हो घर में सकारात्मकता का वास ( How to Abode Positivity in the House )
जब भी घर में पैसे की कमी हो जाती है या बरकत नहीं होती तो सभी को सिर्फ एक ही
शिकायत होती है कि आखिर उनका पैसा कहा जाता है. ये शिकायत धीरे धीरे परेशानी बन
जाती है, जिससे व्यक्ति का दिमाग
खराब रहने लगता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह शुरू हो जाता है. ये एक
ऐसी समस्या है जो आजकल हर घर में विराजमान है इसीलिए इसका हल निकलना भी बहुत
आवश्यक है और वास्तुशास्त्र में इस परेशानी से निकलने का उपाय मिलता भी है. CLICK HERE TO KNOW खुशियों से भरे जीवन के लिए वास्तु टिप्स ...
Makan ki Nakaratmakta Dur Karen |
वास्तुशास्त्र एक सीधा से उदाहरण देता है कि जब भी व्यक्ति अपना नया घर बनाता
है तो उसमें पूजा पाठ, हवन, यज्ञ, शंखनाद इत्यादि कराने के
बाद में घर में रहना आरम्भ करता है क्योकि इन सबसे घर में सकारात्मकता बनी रहती
है. वैसे ही जब घर में लड़ाई झगडे, इर्ष्या, विश्वास का कम होना, गाली गलोच इत्यादि
आरंभ हो जाते है तो घर की सकारात्मकता खत्म हो जाती है. ऐसी स्तिथि उत्पन्न होने
के बाद जरूरी है कि दुबारा से घर का शुद्धिकरण किया जाएँ किन्तु अब आप दुबारा तो
घर को नहीं बना सकते इसलिए उसके लिए आप नीचे बताएं गएँ उपायों को अपनाएँ और अपने
घर को नकारात्मकता से बचाएं रखें.
· पानी ( Water ) : पानी शरीर के पांच
तत्वों में से एक है, साथ ही इसको इतना
पवित्र और शुद्ध तत्व माना जाता है कि लोग जल की कसमें भी लेते है. तो आप भी अपने
घर को शुद्ध करने के लिए जल तत्व का इस्तेमाल कर सकते है. इस उपाय को अपनाने के
लिए आपको घर के ताजा पानी से एक कटोरे में पानी लेना है और उसको करीब 4 से 5 घंटों
के लिए धुप में रखना है. इस तरह जल घर के शुद्धिकरण के लिए तैयार हो जाता है. अब
आप कुछ आम या फिर अशोक के पेड़ की पत्तियां लें और उससे इस जल को पुरे घर में
छिड़कते जाएँ. ध्यान रहें कि जब आप जल छिड़क रहें हो तो आप मन में ईश्वर से अपने घर
की सुख शान्ति के लिए प्रार्थना करते रहें. CLICK HERE TO KNOW शान्ति समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए वास्तु टिप्स ...
मकान की नकारात्मकता दूर करें |
· अग्नि ( Fire ) : जल की ही तरह अग्नि
भी पंचतत्वों का हिस्सा है, साथ ही इसे
शुद्धिकरण के लिए सबसे ताकतवर तत्व भी माना जाता है. अग्नि से घर को शुद्ध करने के
अनेक तरीके है जैसेकि आप कुछ धुप, अगरबती या लोबान जला
उसके धुएं को घर के हर कोने में पहुंचायें. इसके अलावा आप उपलों में गूगल डालकर भी
घर में धुमनी दे सकते हो. आप इस धुएं को घर के पूजाघर और धर्म ग्रंथों के आसपास
अवश्य घुमाएं. साथ ही अगर आपको शुद्धिकरण के कुछ मन्त्रों का जाप करें तो आपको
अधिक लाभ मिलेगा. इस उपाय को करने से आपके घर में दुबारा से प्रसन्नता का वास होता
है.
· नमक ( Salt ) : आपने अपने घर के बड़े
बुजुर्गों को ये कहते हुए अवश्य सुना होगा कि सप्ताह में एक बार पानी में नमक
मिलाकर पौछा अवश्य लगाना चाहियें. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योकि नमक से भी घर में
सकारात्मकता का वास होता है. नमक में सोखने की शक्ति होती है तो आप चाहे तो रात के
समय घर के हर कोने में थोडा नमक डाल दें. सुबह तक वो घर की सारी नकारात्मकता को
सोख लेता है. अगले दिन सुबह आप झाड़ू से इस नमक को घर से बाहर निकाल दें.
Remove Negativity form Home House |
· ध्वनी ( Sound ) : आवाज भी घर में
सकारात्मकता का वास कराने में सहायक होती है इसके लिए आप अपने घर में मन्त्रों का
उच्चारण करवा सकते हो, सुबह शाम आरती गा
सकते हो, कुछ लोग तो जोर जोर से
तालियाँ बजाकर घर को गुंजायमान करते है, वहीँ कुछ लोग शंख की
मधुर आवाज का प्रयोग कर घर को शुद्ध रखते है, आप पूजाघर में
घंटियाँ लगा सकते हो और सबसे अच्छा है कि घर में हर वक़्त हंसी मजाक और खुशियों की
किलकारियां हो. तो इस तरह आप ध्वनी का प्रयोग कर भी घर को समृद्ध रख सकते हो.
· घी का दीपक ( Ghee Lamp ) : घर में घी का
नियमति रूप से दीपक जलाएं रखें से भी लाभ मिलता है क्योकि दीपक एक आशा की किरण का
प्रतिक होता है जो अंधकार के समय में अपनी छोटी सी ज्योत से राह दिखाता है. साथ ही
ये एक प्रेरणा का भी काम करता है और हर संकट में मानसिक संतुलन को बनायें रखने की
सिख देता है.
घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास करायें |
· पेंट करायें ( Paint all Walls of House Again ) : अगर आप बने बनायें
पुराने घर में प्रवेश कर रहें है और उसको शुद्ध करना चाहते है तो आप पहले ऊपर से
नीचे की तरफ सफाई करें और उसके बाद घर में नया पेंट कराएं. इससे घर में पहले रहने
वाले लोगों द्वारा छोड़ी गयी नकारात्मक उर्जा घर से बाहर निकल जाती है. ऐसा करने के
बाद ही आप घर में सामान रखें और रहना शुरू करें. कुछ दिनों तक आप घर की खिडकियों
को भी काफी समय तक खोल कर ही रखें और अधिक से अधिक सूर्य की रौशनी को घर में आने
दें.
· तुलसी का पौधा ( The Basil Plant ) : तुलसी को माँ का
दर्जा दिया जाता है और इससे औषधीय और आध्यात्मिक अनेक तरह के तथ्य भी जुड़े है.
माना जाता है कि जिस घर में तुलसी वास करती है वहां कोई भी बुरी शक्ति, नजर, उर्जा इत्यादि प्रवेश नहीं
कर सकती. इसलिए हर घर के आँगन में तुलसी के पौधे का होना बहुत जरूरी है.
· मंदिर ( Temple ) : मंदिर ना सिर्फ
आस्था का केंद्र होता है बल्कि एक ऐसी जगह होती है जहाँ से व्यक्ति ईश्वर से
संपर्क करने की कोशिश करता है और उनके प्रति अपनी श्रद्धा को व्यक्त करता है.
किन्तु मंदिर में कभी भी भगवानों की मूर्तियों का शो पीस नहीं लगाना चाहियें और ना
ही एक तस्वीर के ठीक सामने दूसरी तस्वीर को रखना चाहियें. इससे स्थितियां ठीक होने
की जगह और अधिक बिगड़ने लगती है. आप देवी देवताओं की तस्वीर को फुल और हार अवश्य
चढ़ाएं, साथ ही हर दुसरे दिन उन्हें
बदल भी दें.
Ghar ko Bnayen Vaastusammat |
· अतिरिक्त सामान ( Remove Extra Useless Goods ) : घर में अनावश्यक
सामान भी घर में नकारात्मकता को बुलावा देता है. इसलिए अगर आपके घर में कोई ऐसा
सामान है जिसे आप इस्तेमाल नहीं करते उसे बाहर निकाल दें या फिर किसी जरूरतमंद को
दें दें. ये सामान कुछ भी हो सकता है जैसेकि आपका सोफे, कोई बिजली का उपकरण, आपकी अतिरिक्त
किताबें इत्यादि.
तो इन सब उपायों को अपनाकर
आप भी अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रख सकते हो. इसके अलावा घर में खुशियों, सुख समृद्धि और सकारात्मकता को बनायें रखें के
अन्य उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Kaise Laayen Ghar mein Positivity |
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