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Nirantar Badhte Rogon ka Mukhya Karan | निरंतर बढ़ते रोगों का मुख्य कारण | Main Reason of Continuously Growing Diseases


बढती बिमारियों की मुख्य वजह ( The Main Cause of Increasing Diseases )
आपने भी कभी ना कभी ये जरुर सोचा होगा कि पहले के लोगों की तुलना में आज के लोगों की उम्र और स्वास्थ्य कितना कमजोर हो चूका है. इसके अलावा पहले के लोगों की सोच, व्यवहार और आचरण की तुलना आज के लोगों से करें तो आपको वहाँ भी काफी अंतर को महसूस कर सकते हो. किन्तु ऐसा हुआ क्यों? इसका सीधा सा जवाब है जीवनशैली. हमारे पूर्वज बचपन से ही अच्छा और संतुलित आहार लेते थे, वे हर रोज सुबह सैर पर जाते थे, योग - व्यायाम करते थे. जिससे शरीर को शुद्ध हवा मिलती थी जो स्वास्थ्य और सोच दोनों पर अपना प्रभाव छोडती थी. CLICK HERE TO KNOW स्वस्थ शरीर पाने के लिए ध्यान दें ...
Nirantar Badhte Rogon ka Mukhya Karan
Nirantar Badhte Rogon ka Mukhya Karan
किन्तु आज की तुलना में बच्चे पैदा बाद में होते है पहले उन्हें पैकेट का खाना खिलाना शुरू कर दिया जाता है, थोडा बड़ा होते ही वे बाजार से ऐसे खाद्य पदार्थ खाने आरम्भ कर देते है जो उनके शरीर को हानि पहुंचाते है और जहाँ तक सैर की बात है तो जब तक वे उठते है तब तक तो सूरज के छिपने का समय हो जाता है. तो यही है जीवनशैली में परिवर्तन. अगर आप अच्छी और सही जीवनशैली को अपनाते है तो आपके मन को भी शांति और शुकून मिलेगा और अगर आप खुद का ध्यान ही नहीं रखते तो आप खुश भी नहीं रह सकते. 

*                      पुराने समय में महिलायें 5 बजे से भी पहले उठ जाती थी और नहा धोकर उगते सूर्य को नमस्कार के लिए तैयार रहती थी. जिसके बाद वे खुद घर का सारा कार्य करती थी, फिर चाहे वो कपडे खोना हो, बर्तन मांजना हो या फिर किसी अथिति की मेहमाननवाजी. सब कुछ घर की महिलायें खुद ही करती थी. वे अथिति को ईश्वर का रूप मानती थी और उनकी आत्मा को तृप्त कर उनसे आशीर्वाद लेती थी. CLICK HERE TO KNOW सर्दियों में स्वस्थ रहने के लिए भोजन ...
निरंतर बढ़ते रोगों का मुख्य कारण
निरंतर बढ़ते रोगों का मुख्य कारण
जबकि आज की महिलाओं का उठने का समय 9 बजे के बाद का होता है और उस वक़्त भी उन्हें बिस्तर पर कोई चाय देने आता है. फिर मैडम नीचे आती है और बिना नहायें ही नाश्ता करती है. उनके नाश्ते में मैगी, पास्ता और मैकरोनी जैसी चीजें शामिल होती है नाकि कोई पौष्टिक खाद्य पदार्थ. यही नहीं काम करने के लिए उन्हें एक नौकरानी की जरूरत होती है. इस तरह वे अपने रिश्तों और कर्तव्यों के साथ बेईमानी करती है. पति भी ऐसी ही पत्नियाँ चाहते है जो घर के कार्यों में अपनी सेवा भाव दिखाएँ और कर्तव्यों को समझें लेकिन पत्नियों के स्थान पर ये कार्य तो उनकी नौकरानियाँ कर रही होती है इसीलिए पति भी आजकल अपनी नौकरानियों पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहते है. 

*                      इसके अलावा महिलाओं की मानसिकता में भी बहुत बदलाव आया है. जिसका कारण उनका सारा दिन सास बहु और नन्द के बीच झगडे वाले नाटक देखना होता है. इसका परिणाम ये होता है कि जो वे देखती है वैसे ही उनका बर्ताव हो जाता है. साथ ही वे झूठ भी बोलना शुरू कर देती है. अगर उनका पति कहे कि आज कपडे धुले क्यों नहीं है तो बोलती है कि आज उनकी तबियत ठीक नहीं थी जबकि असल में उन्हें सोने और टीवी देखने से ही फुर्सत नही मिलती. 

*                      इसके अलावा वे इतना बदल जाती है कि सभी को शक की नजरों से देखने लगती है. अब यहाँ देखा जाएँ तो मशीन व नौकरानी लाकर पति देव जी ने उनके कार्य को तो कम कर दिया. किन्तु जिस तरह वे सारा दिन पड़ी रहती है उसकी वजह से उन्हें अनेक रोग अपना शिकार बनाते है. क्योकि वे व्यायाम नहीं करती तो सबसे पहले उन्हें मोटापा घेरता है, फिर पड़े पड़े खाने की वजह से शुगर और सारा दिन टीवी देखने की वजह से माइग्रेन उन्हें अपना शिकार बनाता है. इसके बाद बाकी रोगों को आने का रास्ता मिल जाता है. 
Main Reason of Continuously Growing Diseases
Main Reason of Continuously Growing Diseases
*                      अगर आप चाहते है कि आपको कोई रोग अपना शिकार ना बना सके तो सब सुख होने के बाद भी आपको कुछ देर एक्सरसाइज जरुर करनी चाहियें. संतुलित और पौषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहियें. जितना अधिक हो सके जंक फ़ूड और मसालेदार खाने से बचना चाहियें. कभी भी बड़े बुजुर्गों से लडाई व कलह नहीं करना चाहियें. इसके स्थान पर आप उनसे अच्छे संस्कार लें, वो सीखे जो आपको नहीं आता. उनकी सीख ही आपके लिए मार्गदर्शन का कार्य करती है. अगर  आप घर के बड़ों का सम्मान करती है तो इससे लाखों की चीज भी आपको कौड़ियों के भाव में मिल जाती है. 

*                      वहीँ अगर आप उनको अपमानित करते है तो समझ लें कि आपने ईश्वर को अपमानित किया है, जिसके फलस्वरूप आपको अनेक विपत्तियों का सामना करना पड़ता है. अगर आपके पास सारे सुख है तो उनको भोगें किन्तु अपने जीवन को कृत्रिम ना बनायें. शरीर का ध्यान रखें और जीवन को सुखी बनायें. 

शरीर को स्वस्थ रखने और स्वास्थ्य के महत्व के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेट करके जानकारी हासिल कर सकते हो. 
पहले से अब बीमारियाँ क्यों बढ़ गयी
पहले से अब बीमारियाँ क्यों बढ़ गयी

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