शिशुओं
की रोगों से रक्षा ( Protect Your Child from Diseases )
बच्चे
जिन्हें ईश्वर का रूप माना जाता है बड़े ही नटखट होते है और सारा दिन इधर उधर खेलते
रहते है. बच्चों को खेलते ठिठोली करते देखकर सबको अच्छा लगता है किन्तु इस तरह
सारा दिन मिटटी में खेलने से बच्चे ना जाते कितने सारे कीटाणुओं के संपर्क में आते
है, कीटाणुओं से
भरे उनके हाथों को जब वे अपने मुहँ में डालते है तो वे कीटाणु मुहँ के रास्ते उनके
पेट में चले जाते है और बच्चों को बीमार करते है. CLICK HERE TO KNOW कैसे करें बच्चों का पालन पोषण ...
Bacchon ka Sahi Paalan Paushan |
इसके
अलावा कभी कभी माता की असावधानी की वजह से भी बच्चे बीमार हो जाते है, कहने का
तात्पर्य है कि अगर माता अनुचित आहार खाती है या आहार में सम्पूर्ण पौषक तत्व नहीं
लेती तो उससे उनके स्तनों का दूध दूषित हो जाता है. इस दूषित दूध को पीने से
बच्चों का पाचन तंत्र खराब हो जाता है, उन्हें वायु विकार
होने की संभावना रहती है, जिस कारण उनका मल सूखने लगता है और
मल त्याग में परेशानी होती है. कुछ बच्चों को उल्टी हो जाती है तो कुछ रो रोकर
बेहाल हो जाते है. बच्चों की ऐसा हालत कोई भी माँ बाप नहीं देख सकता इसलिए उनकी
हालत में सुधार लाने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों को अपना सकते हो. ऐसे ही कुछ
घरेलू उपाय नीचे लिखे हुए है जो आपकी मदद के लिए सहायक होते है.
· नीम ( Neem Tree ) : अगर बच्चे को कब्ज हो गयी है
या मल त्याग में समस्या आ रही है तो आप नीम के तेल में रुई का फोहा डालें और उस
फोहे को बच्चे के गुदा मार्ग पर लगाएं, जल्द ही उसको मल त्याग का मन
होता है और खुलकर मल आता है, जिससे उसका पेट भी साफ़ हो जाता
है और आपकी समस्या भी दूर हो जाती है. CLICK HERE TO KNOW बनायें अपने बच्चों को बुद्धिमान ...
बच्चों का सही पालन पोषण |
· छुहारा ( Raisins ) : सबसे पहले तो छुहारों का बीज
निकाल दें और उन्हें रातभर पानी में भीगने के लिए छोड़ दें. अगले दिन सुबह उठकर
उन्हें पानी में मसलें और निचोड़ लें. अब छुहारे को फेंक दें और इक्कठा किये हुए
पानी को बच्चे को पिलायें. इस पानी को आप बच्चे को बीच बीच में पिला सकते हो. ये
पेट साफ़ करता है और पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है.
· हरड ( Harad ) : कुछ मात्रा में बड़ी हरड को
पानी के साथ मिलाकर घिसें और उसमें हल्का सा काला नमक डालें. अब इस मिश्रण को
हल्का गुनगुना गर्म करें और बच्चे को दिन में 3 से 4 बार पिने के लिए दें. ये सभी
मल अवरोधों को दूर करता है.
बच्चों
का सही पालन पोषण ( Right Upbringing of Childs ) :
- माता इस बात का ध्यान रखें
कि उनका दूध बच्चे के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए वे सही और पौषक आहार लेकर अपने दूध
को दूषित होने से बचाकर रखें.
Right Upbringing of Children |
- अगर बच्चे को सुबह उठते ही 4
बूंदें शहद की चटा दी जाएँ तो उसकी अनेक रोगों से सुरक्षा होती है, उसका वजन
बढना आरम्भ हो जाता है और बच्चे के दांतों को भी मजबूती मिलती है.
- इसके अलावा रात को 1 – 2 गिरी
बादाम की पानी में भीगने के लिए छोड़ दें, सुबह उसे पीसकर
बच्चे को चटायें, इस तरह उसका मानसिक विकास होता है और उसका
दिल मजबूत होता है. ये उपाय बच्चे को खुशमिजाज भी बनता है.
- जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता
जाएँ उसे फलों का रस और सब्जियों का सूप पिलाना आरम्भ करें. आप उन्हें मुंह की दाल
का पानी भी पिला सकती है इससे बच्चे के शरीर में पौषक तत्वों की कमी नहीं होती और
उसे रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है.
- अगर आप अपने बच्चों का सीना
चौड़ा करना चाहती है तो आप उन्हें दिन में कुछ देर उल्टा जरुर लिटायें. जैसे जैसे
वो बड़ा होता जाएँ आप उसे उल्टा लिटाने की अवधि को बढ़ा दें. इससे 3 लाभ होंगे पहला
तो उसकी छाती चौड़ी होगी, दूसरा उसके पाचन तंत्र को ताकत मिलेगी और तीसरा वो पेट के सभी विकारों से
मुक्त रहेगा.
- बच्चों को सप्ताह में 2 से 3
बार सरसों या जैतून के तेल से मालिश करने के बाद ही नहलाना चाहियें. इस तरह वे
सेहतमंद और तंदुरुस्त होते है.
बच्चों
के उत्तम स्वास्थ्य और उनके सही पालन पोषण के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत
नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
शिशु को दस्त ना होने पर |
Bacchon
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Bacchon ko Den Sahi Aahar, Maa ki Asavdhaani Karti hai Shishu ko Bimar, Bacchon
ke Bimar Hone par Apnayen ye Upay, Shishu ki Rogon se Raksha, Maa ka Dudh Hai
Bacchon ka Amrit
- एक मौत धीमे धीमे
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