इस वेबसाइट पर किसी भी तरह के विज्ञापन देने के लिए जरूर CONTACT करें. EMAIL - info@jagrantoday.com

Note: इस वेबसाइट ब्लॉग पर जो भी कंटेंट है वो मात्र सुचना और शिक्षा के लिए दी गयी है. किसी भी कंटेंट को प्रयोग अगर किया जाता है तो उसके लिए खुद प्रयोग करने वाला ही हर तरह से जिम्मेदार होगा. हमने यहाँ अपने विचार प्रकट किये है. इसीलिए इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं - धन्यवाद

कुछ ख़ास आपके लिए :-

Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana - बेस्ट फुल बॉडी मसाज मालिश पार्लर इन रोहतक हरयाणा

  Best Full Body Massage Maalish Parlour in Rohtak Haryana सबसे पहला प्रश्न तो यही है की हमे बॉडी मसाज या शरीर पर मालिश ( Full Body Massa...

Maasik Dhrm ka Ruknaa | मासिक धर्म का रुकना | Intermission Cessation of Menstruation

मासिक धर्म ( Menstruation )
मासिक धर्म या माहवारी हर स्त्री के जीवन में होने वाली एक स्वाभाविक प्रक्रिया होती है किन्तु इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी स्त्री के शरीर में विकारों और रोगों को उत्पन्न कर सकती है. यहाँ तक कि उन्हें जीवनभर मातृ सुख से भी वंचित रहना पड सकता है. इसीलिए हर महिला माहवारी को लेकर काफी सजग रहती है.

कारण ( Cause of Intermission of Menstruation ) :
मासिक धर्म के समय पर न आने या उसके रुक जाने के कुछ कारण होते है जैसेकि CLICK HERE TO KNOW माहवारी और छुआछुत का आधार ... 
Maasik Dhrm ka Ruknaa
Maasik Dhrm ka Ruknaa
-   माहवारी के समय ठन्डे खाद्य पदार्थों का सेवन

-   मैथुन दोष

-   खून की कमी

-   आलस

-   दुःख

-   क्रोध

-   मानसिक तनाव

-   माहवारी में अधिक भ्रमण

-   पानी में भीगे रहना इत्यादि

पहचान ( Identify Cessation of Menstruation ) :
जब भी किसी स्त्री के मासिक धर्म में अनियमितता होती है तो उसकी पहचान निम्नलिखित लक्षणों को पहचानकर की जा सकती है.

-   गर्भाशय में दर्द

-   स्तन में दर्द

-   हाथों पैरों में दर्द

-   पेट में दर्द

-   दिल का तेज धड़कना

-   सांस लेने में तकलीफ

-   शरीर के कई हिस्सों में सुजन

-   स्वरभंग

-   थकावट

-   दस्त लगना

-   नींद ना आना अर्थात अनिद्रा

-   स्तन में दूध कम निकलना

-   वमन

-   भूख मरना और

-   व्यर्थ में तरह तरह की आवाजें सुनना 
मासिक धर्म का रुकना
मासिक धर्म का रुकना
मासिक धर्म के रुकने पर घरेलू उपाय ( Home Aayurvedic Remedies for Blockage of Menstruation ) :
·     दूब घास ( Coach Grass ) : दूब घास को अनेक रोगों में इस्तेमाल किया जाता है, इसका 1 चम्मच रस नियमित रूप से रोजाना पीने से रुका हुआ मासिक धर्म खुलता है.

·     कच्चा पपीता ( Papaya ) : मासिक धर्म को सुचारू रूप से चलाने के लिए आप कुछ दिन कच्चे पपीते की सब्जी खाएं.

·     बथुआ ( Bathua ) : आप 1 गिलास पानी लें और उसमें 2 चम्मच बथुये के बीज डालकर उबालें. जब पानी ½ ग्लास रह जाए तब आप उसे आंच से उतारे और छान लें. ठंडा होने पर आप इसका सेवन करें. कुछ दिनों में ही माहवारी की सारी अडचनें दूर हो जाती है और खुलकर साफ़ मासिक धर्म आता है.

·     काली मिर्च ( Black Pepper ) : माहवारी में दिक्कत आने पर कुछ दिनों के लिए 3 ग्राम कालीमिर्च के पाउडर को 1 चम्मच शहद के साथ लें. जल्द ही माहवारी साफ़ हो जायेगी.

·     एलोवीरा ( Aloe Vera ) : इस स्थिति में पीड़ित महिला को प्रातःकाल खाली पेट 2 चम्मच एलोवीरा का रस पीना चाहियें. सप्ताह भर में ही उनकी समस्या दूर हो जाती है.

·     तिल ( Sesame ) : मासिक धर्म में अड़चन पैदा होने पर आपको 10 ग्राम तिल, 2 नग छोटी पीपल, 2 ग्राम काली मिर्च और थोड़ी सी शक्कर लेनी है और उनसे एक काढा तैयार करना है. इस काढ़े का आपको कुछ दिन सेवन करना है, जल्द ही आपकी माहवारी पहले की तरह समय पर और खुल कर आती है. 

·     प्याज ( Onion ) : प्याज से 1 कप सूप बनाकर उसमें थोडा गुड मिलाएं और इसे दिन में 3 से 4 बार 2 2 ग्राम की मात्रा में ग्राम पानी के साथ लें. जल्द ही माहवारी खुल जाती है और आपकी समस्या दूर हो जाती है.
Intermission Cessation of Menstruation
Intermission Cessation of Menstruation
·     सौंठ ( Dry Ginger ) : 2 कप पानी लें और उसमें 50 ग्राम सौंठ, 30 ग्राम गुड, 5 ग्राम जौ और 5 ग्राम बायबिंडग डालकर औटायें. कुछ देर बाद पानी ½ कप रह जाएगा और एक काढा तैयार हो जाएगा. इस काढ़े का कुछ दिन नियमित रूप से सेवन करें. मासिक धर्म समय पर आने लगेगी.

·     कलौंजी ( Nigella Seeds ) : 3 3 ग्राम कलौंजी, बरगद की जटा और मेथी लेंकर उन्हें कूट लें और उन्हें 500 ग्राम पानी में मिलाकर काढा तैयार करें, जब पानी 250 ग्राम रह जाय तो उसे छान लें और शक्कर मिलाकर उसको ग्रहण करें.

एक अन्य उपाय के अनुसार अगर मासिक धर्म 2 3 महीनों तक भी ना आये तो 1 कप गर्म पानी में ½ चम्मच कलौंजी का तेल डालें, साथ ही आप इस मिश्रण में 2 चम्मच शहद मिलाकर खाने के बाद लें, 30 दिनों के प्रयोग से मासिक धर्म से जुडी हर समस्या दूर हो जाती है.

·     चौलाई ( Amaranth ) : आप थोड़ी चौलाई की जड़ ले आयें और उसे सुखाकर चूर्ण बनायें. इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह काली पेट लें. ध्यान रहें इस उपाय को माहवारी के समय से 7 8 दिन पहले आरम्भ करना है. जैसे ही मासिक धर्म आ जाए इस उपाय को बंद कर दें, ये उपाय भी माहवारी के सभी विकारों को दूर करता है.

माहवारी के रुकने पर अपनाएँ जाने वाले अन्य घरेलू आयुर्वेदिक उपायों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
माहवारी का ना आना
माहवारी का ना आना

Dear Visitors, आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.


इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

3 comments:

  1. Sir/medam karib 45 din ho gaye hai masik dharm nahi aaya hai koi upay bataye pls

    ReplyDelete
  2. Sir/medam karib 45 din ho gaye hai masik dharm nahi aaya hai koi upay bataye pls

    ReplyDelete

ALL TIME HOT