चिंता तनाव ( Tension Stress or Anxiety )
चिंता या तनाव आज के युग
में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द और महसूस की जाने वाली समस्या है
क्योकि हर व्यक्ति अपने लक्ष्य से किसी ना किसी रूप में भटक जाता है, जिसके अनेक कारण हो जाते है जैसे
चुनौती, हारने का भय, इर्ष्या, कमजोरी, रोग या पैसे की तंगी इत्यादि. लेकिन चिंता
किसी चीज का हल तो नहीं बल्कि इसे तो चिता के समान माना जाता है क्योकि ये धीरे
धीरे पीड़ित को मृत्यु की तरफ ले जाती है. तो इसका शिकार होना ही क्यों है जब हमारे
पास इसका सरल सा उपाय है जो इसी को घाव दे देता है, जिससे ये
वापस आपकी तरफ मुड़कर तक नहीं देखती. तो आओ जानते है कि वो उपाय आखिर है क्या. CLICK HERE TO KNOW तनाव कैसे दूर करें ...
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Tanaav ko De Ghaav Taki vo Dobara Na Aaye |
त्राटक के चमत्कार ( Feature and Characteristic of Tratak Yoga ) :
जो उपाय आज हम आपको बताने
वाले है वो दरअसल के पद्धति है जिसे 5000 साल पहले महर्षि पतंजलि ने विकसित किया
था. इसे त्राटक के नाम
से भी जाना जाता है. इसका अभ्यास न सिर्फ शारीरिक और मानसिक पीडाओं को दूर करने के
लिए होता है बल्कि साधू संत योगी अपनी परा मनोवैज्ञानिक शक्ति को विकसित करने उसे
जाग्रत करने के लिए भी इसका अभ्यास करते है. माना जाता है कि अगर कोई जातक इसे साध
लें तो उसके मुख पर एक ऐसा तेज आता है जो उसे सबसे भिन्न कर देता है साथ ही जातक
में इतनी शक्ति आ जाती है कि वो चेहरा देखकर ही बता देता है कि सामने वाले के
भविष्य में क्या होने वाला है, यहीं नहीं जातक असीम दुरी तक भी साफ़ साफ़ देखने में समर्थ हो जाता है. यही
खासियत है इस चमत्कारी योग क्रिया की.
इसके लाभ यहीं खत्म नहीं
होती बल्कि ये आत्मविश्वास पैदा करता है, मस्तिष्क की शक्ति बढाकर जातक को योग्य बनाता है.
स्मरणशक्ति को इतना विकसित करता है कि वो कभी कुछ नहीं भूल पाता, इसे पहले हमारे योगी ऋषि ही इस्तेमाल करते थे और लाभदायी मानते थे किन्तु
आधुनिक वैज्ञानिक भी अब इस बात को मानते है कि त्राटक अदभुत है और इसका कोई सामना
नहीं. CLICK HERE TO KNOW योग निद्रा से मिलेगी सुखपूर्वक नींद ...
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तनाव को दे घाव ताकि वो दोबारा ना आये |
त्राटक का अभ्यास कैसे
करें ( How
to Practice Tratak ) :
· व्यवस्था ( Arrangement ) : सबसे
पहले तो आपको कुछ व्यवस्था करनी होगी जैसेकि आप एक सादा काला कागज़ लें और उसपर एक
छोटा सा पीले रंग का बिंदु बना लें. अब इस कागज़ को दीवार पर चिपका दें. ध्यान रहें
कि बिंदु आपके बैठने के बाद आपकी आँखों की बिलकुल सीध में हो. इसके बाद आपको अपना
आसन उसकी बिंदु के अनुसार उसके सामने एक निश्चित दुरी पर लगाना है. आपका आसन या तो
ऊनि या कुश का ही होना चाहियें ताकि जिन शक्तियों को आप पायें ये धरती में ना
जाएँ.
· समय ( Time ) : सूर्योदय को हर शुभ काम के लिए उचित माना जाता है
इसीलिए त्राटक को करने का भी सर्वोत्तम समय सूर्योदय ही है. अगर आपको प्रातः समय
नहीं है तो आप रात्री के समय भी इसका प्रयोग कर सकते है ताकि आपको शान्ति का अनुभव
हो. एक अन्य बात का भी ध्यान रखें कि जिस स्थान पर आप इसका अभ्यास करें वहां
शान्ति हो ताकि आपको कोई परेशान ना कर सकें.
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Remove Stress by Pumping Your Concentration |
· अभ्यास का प्रथम चरण ( First Phase of Practice ) : स्नान
कर पवित्र धुले कपडे पहने और आसन ग्रहण करें, पहले चरण के अनुसार आपको अपने मन को शांत करके उस
पीले बिंदु को बिना पलक झपकाये देखना है जो आपने काले कागज़ के मध्य बनाकर दीवार पर
चिपकाया था. इस बिंदु पर अपना ध्यान लगतार केन्द्रित करें.
· अभ्यास का दुसरा चरण ( Second Phase of Practice ) : इस
बिंदु को देखते वक़्त आपको एक बात सोचनी है कि आपके विचार उस बिंदु के पीछे जा रहें
है. इस अभ्यास की शुरुआत में आपकी आँखों में पानी आना स्वभाविक होता है, लेकिन जब भी ऐसा हो आप अभ्यास बंद
कर दें और आँखों को आराम दें. अगर आप अपने अभ्यास को जारी रखने का विचार बना रहें
है तो दूसरी बार आँखों को आराम से खोलें और दुबारा कुछ मिनटों तक इसका अभ्यास
करें.
· अभ्यास की समाप्ति ( How to End Practice ) : जब आप
अपने अभ्यास को समाप्त कर रहें हो तो अपनी आँखों पर ठन्डे पानी से छींटे मारें और
आँखों की सफाई करें.
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त्राटक के चमत्कारिक लाभ |
· इन बातों को स्मरण रखें ( Remember These Things ) :
- वे
व्यक्ति जिनको चश्मा चढ़ा हुआ है उन्हें इसका अभ्यास चश्मा हटाकर करना है. अगर आपकी
दूर की नजरें खराब है और आपको पिला बिंदु साफ़ दिखाई नहीं दे रहा तो आपको अपनी
भौहों के बीच में ध्यान को केन्द्रित करें. इस प्रक्रिया को अन्तः त्राटक कहते है.
- एक अन्य
बात का और ध्यान रखें कि जब आप त्राटक का अभ्यास कर रहें हो तो ना तो आपने अधिक
खाना खाया हो और ना ही कम.
- ये उपाय
कम से कम 3 से 4 सप्ताहों तक जरुर अपनाएँ, आपकी सारी चिंताएं दूर हो जायेंगी और आपको शान्ति का
अनुभव होता है. वैसे आप इसे जीवन भर भी अपना सकते है ताकि आपको इसकी चमत्कारिक
शक्तियाँ प्राप्त हो सके.
चिंता दूर करने और अन्य योग
प्राणायाम करने की विधि व उनके लाभों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे
कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
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Tratak Bhagayen Har Chinta or Dukh |
त्राटक के चमत्कारिक लाभ, Tratak
Bhagayen Har Chinta or Dukh, Adbhut Shakti ka Daata Hai Tratak, Tratak Karne ki
Vidhi or Niyam, Safalta Prapti ke Liye Badhayen Ekagrata, Tanaav Hai to
Ekagrata Badhayen
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