पौष्टिक तत्वों का भण्डार
लीची ( Full of Nutrients Litchi )
आम को फलों का राजा कहते
हैं तो रानी के रूप में लीची का नाम लिया जाता है. लीची को हमेशा से ही शरीर को तरोताज़ा रखने
वाला फल माना जाता है. लीची ऊँचे
पेड़ों पर हरी पत्तियों के बीच में गुच्छों में लाल लाल रंग में लगी हुई होती है. लीची की सबसे पहली खेती प्रथम शताब्दी में दक्षिण चीन से प्रारंभ हुई थी. समय गुजरने के साथ साथ लीची
की खेती फैलती गयी. आज लीची की खेती थाइलैंड, बांग्लादेश, उत्तर भारत,
दक्षिण अफ्रीका, हवाई और फ्लोरिडा में बड़े स्तर पर होती है. इन क्षेत्रों में लीची की
पैदावार अधिक होने का कारण ये है कि यहाँ की जलवायु लीची के अनुकूल होती है. लीची की खेती पहली बार भारत में 1890 में
देहरादून से शुरू हुई थी. अब भारत में लीची की खेती का
स्तर 3100 हेक्टेयर से ज्यादा का हो चुका है. CLICK HERE TO KNOW रसभरी खाएं चिंतामुक्त हो जाएँ ...
Garmiyon ka Shaahi Fal Litchi |
लीची भी अन्य फलों की
भांति ही अत्यधिक पौष्टिक होती है. इसका एक कारण ये भी है कि लीची मे अत्यधिक पानी
होता है. लीची में कई तरह के तत्व पाए जाते है जैसेकि विटामिन सी, पोटैशियम और नैसर्गिक शक्कर. लीची की पैदावार गर्मी के मौसम में होती है. इसलिए गर्मी
में लीची से शरीर में पानी का संतुलन बना रहता है. लीची
में विटामिन सी होता है जो हड्डियों के लिए लाभकारी होता है. आइये जानते है लीची के उपयोग और फायदे.
- लीची का शरबत ( Syrup of Litchi ) :
लीची के अंदर पोटैशियम व नैसर्गिक शक्कर और पानी पाया जाता है. इसलिए दिन में एक बार लीची के गुददों का शरबत बना कर पीना चाहिए, इससे शरीर में पानी
की कमी नही होती और शरीर ठंडा रहता है.
- ऑथ्राईटिस और दमा ( Arthritis
and Asthma )
:
जिन लोगों को ऑथ्राईटिस और दमा है उन्हें लीची दिन में एक बार तो खाना ही चाहिए. इससे
शरीर में रक्तसंचार सुचारू बना रहता है जोकि ऑथ्राईटिस और दमा के
लिए लाभकारी है.
- त्वचा की रक्षा ( Protects
Skin Problem )
:
लीची में एंटी - ऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत होती है. लीची में पाए जाने वाले तत्व
सूरज से आने वाली हानिकारक किरणों से बचाते हैं. जिससे
त्वचा का हानिकारक रोगों से बचाव होता है. CLICK HERE TO KNOW जामुन के खट्टे मीठे औषधीय गुण ...
गर्मियों का शाही फल लीची |
- हृदयरोग और हार्टअटैक ( Prevent Heart Diseases and Heart Attack ) :
लीची में पोटैशियम होता है जिससे ब्लड प्रेशर, ह्दय गति और खून नियंत्रित व सुचारू रहते है जिससे हृदयरोग और हार्टअटैक होने खतरा भी कम जो जाता है.
- लाल रक्त कण ( Makes
Red Blood Cells )
:
लीची में कॉपर पाया जाता है जोकि शरीर में लाल
रक्त के कणों की कमी को दूर कर इनके निर्माण में मदद करता है.
- मेटाबोइलिज्म ( Control
Metabolism )
:
लीची में बीटा कैरोटिन और बी - काम्प्लेक्स की भी भरपूर मात्रा होती है जो चेहरे पर आई हुई झुर्रियों से त्वचा की रक्षा करती है. ये तत्व शरीर के
मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित करती है.
- पेट की जलन ( Cures
Stomach Burn )
:
लीची में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है. ये शरीर के पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है. इससे सीने और पेट में अगर जलन हो तो ठीक हो जाती है.
- कफ में लाभदायक ( Removes
Cough ) :
यदि कफ की शिकायत है तो गर्मी के दिनों में नियमित
रूप से लीची का सेवन करते रहें. गले वात रोग और मलगम के लिए लीची बहुत लाभदायक
होती है.
Royal Fruit of Summer Litchi |
- वजन कम करे ( Reduces
Weight )
:
लीची में घुलानशील फाइबर पाया जाता है जोकि मोटापा
कम करने में सहायक होता है. फाइबर पेट की आंत समस्याओं की ठीक करने और भोजन को
पचाने में सहायक होता है. लीची में मौजूद फाइबर वायरस
और संक्रामक रोगों से शरीर को बचाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को
बढ़ाता है.
- लीची ऊर्जा का स्त्रोत ( Source of Energy ) :
यदि शरीर में थकान और कमजोरी महसूस हो तो ऐसे में
लीची खाएं. लीची में नियासिन पाया जाता है जिससे शरीर
में स्टेरॉयड हार्मोन और हीमोग्लोबिन का निर्माण होता है.
सौ ग्राम लीची से 66 ग्राम कैलोरी प्राप्त होती है. लीची में सैच्युरेटेड फैट ना के बराबर होता
है. अगर बात हर 100 ग्राम
लीची की की जाए तो उसमें करीब 71.5 मिलिग्राम विटामिन - सी की मात्रा होती है.
पौष्टिक तत्वों से भरपूर
लीची, के रोगों
में अन्य इस्तेमाल के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके
जानकारी हासिल कर सकते हो.
पौषक तत्वों का भंडार लीची |
पौषक तत्वों का भंडार लीची, Falon ki Maharani Litchi, Litchi, लीची, Sehat ke Liye Super
Fal Litchi, Litchi ke Anokhe Gun Laabh Fayde
YOU MAY ALSO LIKE
No comments:
Post a Comment