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Typhoid Miyaadi Bukhar ka Jad se Safaya | टाइफाइड मियादी बुखार का जड़ से सफाया | Get Rid of Typhoid from Root within 3 Days

टाइफाइड मियादी बुखार का जड़ से सफाया
दोस्तों आज हम अपनी विडियो में आपको 3 ऐसे लाजवाब घरेलू नुस्खों से परिचित करायेंगे जो टाइफाइड मोतीझारा जैसे जानलेवा रोग की 3 दिन में छुट्टी कर देते है.

पहले नुस्खे में हम तुलसी, काली मिर्च, अदरक और शहद से एक मिश्रण तैयार करेंगें और जानेंगे कि किस तरह ये मिश्रण टाइफाइड का सफाया करता है.

जबकि दुसरे उपाय में हम मोतीझारा को जड़ से खत्म करने के लिए लहुसन की कलियों से एक ड्रिंक तैयार करेंगे.

वही तीसरे नुस्खे में हमे पुदीने के पत्तों, तुलसी के पत्तों और अदरक से एक स्पेशल चाय तैयार करनी है जो मोतिझारे की छुट्टी कर आपको निरोगी बनाती है.

टाइफाइड के सफल घरेलू उपचार :
#1
पहला उपाय :
टाइफाइड या मोतीझारा में तुरंत राहत पाने के लिए आप 2 पत्ते तुलसी, छोटा सा अदरक का टुकडा और 2 नग काली मिर्च के दाने लें. अब इन तीनों को अच्छी तरह से पीस लें. इस मिश्रण में आपको 1 चम्मच शहद मिलाना है और फिर इसका सेवन करना है. इस औषधि को लेने के बाद पीड़ित चादर या कम्बल ओढ़कर सो जाए. इस उपाय को आप दिन में 2 बार लें. 3 दिन के अंदर टाइफाइड का सफाया हो जाएगा. CLICK HERE TO KNOW मोतीझारा के निदान हेतु आजमाये ये उपाय ... 
Typhoid Miyaadi Bukhar ka Jad se Safaya
Typhoid Miyaadi Bukhar ka Jad se Safaya

#2
दुसरा उपाय :
मोतीझारा में पसीना निखालना बहुत आवश्यक होता है और लहसुन की गर्म तासीर शरीर में पसीना लाने और शरीर का तापमान कम करने में बहुत मदद करती है साथ ही इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते है और शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति देते है. तो इनका प्रयोग करने के लिए आप लहसुन की 1 कलि को छीलकर पीस लें और उसे 1 गिलास उबले हुए पानी में अच्छी तरह से मिलाएं. अब इस पानी को 10 मिनट के लिए ढककर रख दें और फिर घूंट घूंट करके इसका सेवन करें. इस ड्रिंक को पीने के बाद भी आपको कम्बल ओढ़कर लेट जाना है ताकि पसीना आये. दिन में 2 बार इस ड्रिंक को पियें, ये उपाय भी 3 दिन के अंदर मोतिझारे की छुट्टी कर देता है.

#3
तीसरा उपाय :
आप पुदीने की 20 पत्तियों और तुलसी की 2 पत्तियों को पीसकर 1 पेस्ट तैयार करें, साथ ही आप 1 चम्मच कुटी हुई अदरक भी ले लें. इसके बाद आप इन दोनों सामग्रियों को 1 कप पानी में अच्छी तरह से उबाल लें. पानी के उबलने के बाद उसे गुनगुना होने दें और फिर उसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर पी जाएँ. इस चाय को आप दिन में 2 से 3 बार पी सकते हो.

अन्य उपाय :
-    आप 2 चम्मच जैतून के तेल में 2 लहसुन की कलियों को भुन लें और जब तेल हल्का गर्म रह जाए तो उससे पीड़ित के पैरों के तलवों की मालिश करें.

-    सेब के सिरके में ऐसे गुण होते है जो शरीर की गर्माहट को बाहर निकालते है और बुखार को दूर करते है. तो आप 1 भाग सिरका और 2 भाग पानी मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें और उसमें 1 सूती कपड़ा डालें, फिर कपडे को निचोड़कर मरीज के माथे और पैर पर रखें. जब कपड़ा गर्म हो जाए तो पट्टी को दोबारा मिश्रण में दुबोयें और इस प्रक्रिया को दोहरायें. जल्द ही मोतिझारे के बुखार में आराम मिलता है.

मोतीझारा के कारण :
-    टाइफाइड का मुख्य कारण अधिक दूषित पानी या खाद्य पदर्थों का सेवन है.

-    मोतीझारा का बैक्टीरिया मल पर अधिक घूमता है तो इसका एक कारण खुले में मल त्याग भी है, साथ ही आप अपने घर के आसपास भी सफाई बनाये रखें अन्यथा ये बैक्टीरिया हवा में उड़कर भी आपको अपना शिकार बना सकते है.

-    टाइफाइड से परेशान व्यक्ति का झूठा खाने या पीने से भी टाइफाइड फैलता है.

टाइफाइड के लक्षण :
-    लगातार बुखार का बने रहना
-    पेट और सिर में दर्द
-    शरीर में सुस्ती, कमजोरी व तनाव
-    अधिक पसीना आना
-    पेचिश व कब्ज का होना
-    उल्टी होना और
टाइफाइड मियादी बुखार का जड़ से सफाया
टाइफाइड मियादी बुखार का जड़ से सफाया

टाइफाइड में परहेज :
-    आपको खाने से परहेज करना है
-    तला भुना कोई भी खाद्य पदार्थ ना लें
-    ठन्डे पानी से भी दूर रहें
-    घर से बाहर ना निकलें

टाइफाइड में क्या खाएं :
-    आप गाय का दूध पियें अगर देशी गाय का दूध हो तो सबसे बेहतर है.
-    चीकू, सेब, गाजर, पपीता, मुंग की दाल के पानी का सेवन करें.
-    पानी को उबाल लें और उसके गुनगुना रह जाने पर ही उसे पियें.
-    कुछ भी खाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छे से साफ़ भी जरुर कर लें.

दोस्तों मोतीझारा मतलब टाइफाइड बहुत ही खतरनाक बुखार है जो साल्मोनेला टाइफी ( Salmonella Typhi ) नाम के बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है. ये बैक्टीरिया छोटी आंत या पित्ताशय में बैठ जाता है और अपनी संख्या बढ़ाकर विष को फैलाता है, इसके बाद ये रक्त में मिल जाता है और अन्य रोगों का कारण बनता है. टाइफाइड के लक्षणों का शुरुआत में पता नहीं लगता किन्तु 1 सप्ताह बाद इसके लक्षण दिखने लगते है. इस रोग में कई दिनों तक लगातार बुखार बना रहता है, ये बुखार कभी कम होता है तो कभी ज्यादा होकर 106 डिग्री तक पहुँच जाता है लेकिन कभी सामान्य नहीं रहता. अगर इसका समय पर उपचार ना किया जाए तो टाइफाइड जानलेवा तक हो सकता है इसलिए तुरंत बताये उपायों को अपनाकर इसका उपचार करें.

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इस तरह के व्यवहार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !


प्रार्थनीय
जागरण टुडे टीम

2 comments:

  1. सर नमस्कार।
    मुझे 6 महीने से टाईफाइड है, खूब इलाज कराने के बावजूद ठीक नहीं हो रहा है, कोई कारगर ईलाज बताये, हर दमनाक में कफ बना रहता है।

    ReplyDelete
  2. Mujhe 15 saal se typhoid hai dwai lene se thik ho jata hai or 3 mahine baad phir ho jata hai mene ayurvedic or elopathic mai sabhi dwaiyan ka upchar kiya lekin koi fark nahi huwa please koi upchar batai ravinder kumar

    ReplyDelete

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