तम्बाखू
तम्बाखू हर तरह
के नाशो में सबसे अधिक खतरनाक नशा माना जाता है. इसके सेवन से जीवन शक्ति का नाश
होता है और एक बार इसकी लत पड़ने के बाद व्यक्ति लाख कोशिश करने पर भी इसका सेवन
करना नही छोड़ पाता. सबसे विचित्र बात ये है कि सबको पता है कि तम्बाखू का सेवन
हानिकारक होता है फिर भी इसका सेवन करने वालो की संख्या करोडो में है.
इसे मीठा जहर कहा
जाता है जो निकोतियाना नामक पेड़ की प्रजाति की पत्तियों को सुखा कर बनाया
जाता है. तम्बाखू नामक जहर धीरे धीरे शरीर के सभी अंगो को नुकसान पहुंचाता है और
एक दिन व्यक्ति की मृत्यु के साथ ही खत्म होता है. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
Tambakhu ke Dushprabhav ya Bure Prabhav |
तम्बाखू के प्रकार :
तम्बाखू के प्रयोग को ध्यान में रखते हुए इसे 2 श्रेणियों में बांटा गया है.
- धुआंरहित तम्बाखू
:
गुटका
गुल
सनस
मैनपुरी तम्बाखू
तम्बाखू और चुना
तम्बाखू, सुपारी और चुने का मिश्रण
तम्बाखू वाला पान इत्यादि
- धुम्रपान युक्त
तम्बाखू :
हुक्का
चिलम
सिगरेट
बीडी
सिगार
हुकली
चुट्टा इत्यादि
तम्बाखू के दुष्प्रभाव :
तम्बाखू निकोटिन, कार्बन मोनोऑक्साइड, परफैरोल और फोस्फोरल प्रोटिक एसिड आदि
जैसे अनेक भयानक तत्व है, जो शरीर में अनेक तरह की बीमारियाँ पैदा करते है और
व्यक्ति को शारीरिक को मानसिक रूप से क्षति पहुंचाते है. इससे होने वाली बिमारियों
की तालिका भी बहुत लम्बी है.
·
फेफड़ों को नुकसान :
तम्बाखू खाने वाला व्यक्ति सबसे पहले
अपने फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है. जब व्यक्ति तम्बाखू को चबाता है तो ये थूक के
साथ व्यक्ति की श्वास नाली से होते हुए फेफड़ों तक जाता है और सिलिया परत पर जाकर
जम जाता है. सिलिया हमारे फेफड़ों के अंदर की एक परत है, जिसमे छोटे छोटे बाल होते
है. तम्बाखू इन बालो में जमकर स्वाश नाली को और फेफड़ों को रोक देता है जिससे
व्यक्ति को श्वास लेने में दिक्कत होती है और उसे श्वास सम्बन्धी रोग हो जाते है
जैसेकि अस्थमा. इसके साथ ही इन्हें खासी और थकान होने लगती है. कई बार तो व्यक्ति
नीला भी पड जाता है, जिसका कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होता है. CLICK HERE TO READ MORE POST ...
तम्बाखू के दुष्प्रभाव या बुरे प्रभाव |
·
हृदय के रोग :
तम्बाखू का सेवन करने से व्यक्ति की
नलिकाओं में चर्बी भी जमा हो जाती है, जिसकी वजह से खून के संचार में कठिनाइयाँ
उत्पन्न हो जाती है और खून का दौरा ठीक न होने की वजह से ही व्यक्ति को हार्टअटैक,
लकवा और खून की धमनियों के फटने की संभावना बढ़ जाती है. अगर कोई व्यक्ति अपनी कम
उम्र में ही तम्बाखू के सेवन की लत का शिकार हो जाता है तो उसको इन बिमारियों के
होने की संभावना दोगुनी हो जाती है, खासतौर पर हार्टअटैक की.
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प्रजनन तंत्र और शुक्राणु में
समस्या :
अगर पुरुष धुंआ युक्त तम्बाखू या धुआंरहित तम्बाखू का सेवन करता है तो उसके शुक्राणु
असामान्य होकर कम हो जाते है और उसे नपुंसकता तक होने की संभावना होती है.
वहीँ महिलाओं के तम्बाखू सेवन से उनके प्रजनन तंत्र और प्रजनन क्षमता
में कमी आ जाती है. इनके बांझपन होने की संभावना बढ़ जाती है. अगर कोई महिला
गर्भावस्था में तम्बाखू का सेवन करती है तो उसके भूर्ण में स्थित शिशु की मृत्यु
भी हो सकती है या उसे अचानक गर्भपात भी कराना पड़ सकता है.
·
आँखों में परेशानी :
हमारी आँखों की पुतलियों के पीछे एक पर्दा होता है, जिसे रेटिना कहा जाता
है. जब लाइट किसी वास्तु पर पड़कर हमारी आँखों पर आती है तो ये इसी परदे पर जाती है
और हम उस वास्तु को देख पाते है. अर्थात रेटिना की वजह से ही हम देख पाते है.
किन्तु तम्बाखू के खाने से ये पर्दा धीरे धीरे खराब होने लगता है इसपर एक धुंधली
परत जम जाती है जिसकी वजह से व्यक्ति देख नही पाता और उसे मोतियाबिंद से लेकर
अंधापन तक होने की संभावना बनी रहती है.
·
कैंसर :
तम्बाखू सेवन से कैंसर जैसे रोग के होने का खतरा बना रहता है. इसके सेवन से
आप एक जगह नही बल्कि अनेक तरह के कैंसर होने की संभावना होती है जैसेकि मुहं का
कैंसर, गले का कैंसर, वौइस् बॉक्स का कैंसर, भोजन नली का कैंसर, गुर्दे का कैंसर, पैंक्रियास
का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, क्रोनिक ब्रांकाइटिस और एंफाइजिमा.
Bad Effect of Tobacco |
·
अन्य लक्षण :
तम्बाखू के सेवन से व्यक्ति के
शरीर, बालों, कपड़ों और हाथों से गन्दी दुर्गंध आने लगती है. उसके दांत पीले और
उँगलियों पर पीले धब्बे पड जाते है. इनके चेहरे, आँखों और मुहं पर झुर्रियां आदि
पड जाती है.
तम्बाखू में पायें जाने वाले विष और उनसे होने वाले रोग :
- विष : रोग
:
निकोटिन कैंसर,
ब्लड प्रेशर
परफैरोल पीले, मैले और कमजोर दांत
पपरीडीन आँखों में खुजली और अजीर्ण
अमोनिया पाचन शक्ति में कमी और पिताश्य विकृत
मार्श गैस नपुंसकता और शक्तिहीनता
कोलोडान स्नायु दुर्बलता और सिरदर्द
कार्बन मोनोऑक्साइड दिल की बीमारी, दमा, अंधापन
कार्बोलिक एसिड चिडचिडापन, विस्मरण और निद्रा
में परेशानी
फोस्फोरल प्रोटिक एसिड उदासी, टी. बी., थकान और खांसी
ऐजलिन सायनोजोन रक्त विकार और समस्यायें
तम्बाखू के अन्य
दुष्प्रभावो को और इसके तत्वों से होने वाले रोगों से जुडी अन्य किसी भी सहायता को
जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
तम्बाखू से होने वाले रोग |
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