ईश्वरीय शक्तियों से खोलें
अपनी बंद किस्मत का ताला
कहा जाता हैं कि भक्ति में
अधिक शक्ति होती हैं. इसलिए तो हम कठिन से कठिन व्रत पूरा कर लेते हैं. हमारे जीवन
में पूजा – पाठ तथा व्रत आदि का विशेष महत्व होता हैं तथा ये हमारे रीति - रिवाज और परम्परा
के प्रतीक होते हैं. पूजा – पाठ करने से पहले अपने सिर पर कपडा रखना, हाथों में
पूजा की सामग्री लेना तथा पूजा करने के बाद अपना सिर भगवान के आगे झुकाना यह सब
परम्परा हमने अपने पूर्वजों से सीखी हैं
या यह कहें कि उन्होंने ये सभी परम्पराएँ और रीति – रिवाज हमें विरासत के रूप में
दी हैं. जिनका हम सभी पालन करते हैं. अधिकतर सभी घरों में पूजा – पाठ करने की
जिम्मेदारी घर की महिलाएँ सम्भालती हैं. - CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
Ishvariy Shakti Ko Jagayen or Kismat Ke Taale Kolen |
अक्सर यह देखा जाता हैं कि
अगर किसी घर में रोजाना क्लेश हो रहा हो, घर में आर्थिक तंगी चल रही हो या घर का
कोई सदस्य बीमार हो गया हो तो इन सभी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए लोग तंत्र -
मन्त्र का सहारा लेते हैं. जिसका कभी – कभी लोगों पर उल्टा प्रभाव भी पड़ जाता हैं.
इसलिए हमें जादू – टोने के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. इन समस्याओं से निदान पाने
के लिए हमें भगवान की पूजा करनी चाहिए. भगवान की पूजा करने से सभी समस्याएं मनुष्य
के जीवन से दूर हो जाती हैं. जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि भक्ति में बहुत ही
शक्ति होती हैं. बस हमें भगवान पर भरोसा रखना चाहिए. क्योंकि यही विश्वास हैं जो
हमें विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों के होते हुए भी भगवान की पूजा करने के लिए
विवश करता हैं. जब हम अपने बलबूते पर अपनी समस्याओं का हल नहीं निकाल पाते. तब हमारे पास केवल भगवान
की शरण में जाने का मार्ग बचता हैं. जो केवल एक कहने की बात नहीं हैं. यह सच्चाई
हैं.
पुराणों के अनुसार घर में
मंदिर की स्थापना वास्तु शास्त्र के अनुसार करनी चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार
अगर हम अपने घर में मंदिर स्थापित करते हैं तो इससे हमें शुभ फल की प्राप्ति होती
हैं तथा हमारी किस्मत का ताला खुल जाता हैं. हमें अपने घर का मंदिर पूर्व या
उत्तरी ईशान कोण में स्थापित करना चाहिए. क्योंकि पूर्वी और उत्तरी ईशान कोण से ही
हमारे घर में ईश्वरीय शक्तियाँ प्रवेश करती हैं तथा घर की पश्चिम और दक्षिण दिशा
से ये शक्तियाँ बाहर निकल जाती हैं. ईश्वरीय शक्ति हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं
जो हमारे शरीर में बायोशक्ति के रूप में परिवर्तित हो जाती हैं. यह शक्ति हमारे
जीवन के लिए लाभदायक सिद्ध होती हैं.
ईश्वरीय शक्ति को जगाएं और किस्मत के ताले खोलें |
वास्तु शास्त्र हमेशा यह
बताता हैं कि हम प्रकृति से शुभ फल कैसे प्राप्त कर सकते हैं. यह हमें भाग्य को
परिवर्तित करने की व्यवस्था का ज्ञान नहीं देता.
अपनी किस्मत के बंद ताले को
खोलने के लिए तथा घर में ईश्वरीय शक्ति का प्रभाव हमेशा बना रहें इसके लिए हमें
कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जिनके बारे में जानकारी निम्नलिखित दी गई
हैं –
1.
घर में पूजा करते समय हमें
अपना मुख पश्चिम दिशा की ओंर रखना चाहिए. पश्चिम दिशा में मुख करके पूजा – पाठ
करने से हमें शुभ फल की प्राप्ति होती हैं.
2.
हमें अपने घर के देवालय का
द्वार पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए.
3.
हमें यह ध्यान रखना चाहिए
कि हमारे घर का मंदिर और शौचालय एक साथ न हो.
मंदिर में रोजाना पूजा –
पाठ करते रहने से हमारे अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता हैं. जब भी
आपका मन अशांत हो तो आपको अपने घर के मंदिर में जाकर बैठ जाना चाहिए. इससे आपके मन
में शांति आती हैं.
ईश्वरीय शक्ति से अपनी किस्मत के ताले खोलने के अन्य उपायों
को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
Invoke God Power and Bright Future |
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