सूतक पातक ( Sutak Patak )
अक्सर आप भी घर में सुनते
होगे कि सूतक लग गया या पातक लग गया है, इन दोनों में मंदिर बिलकुल नहीं जाना तो इन दिनों
में पितृ की रोटी निकलेंगी इत्यादि, किन्तु ये सूतक पातक
होता क्या है? आज हमारा विषय यही है और इसी के बारे में हम
विस्तार से जानेंगे लेकिन शुरुआत से पहले आपको बता दें कि सूतक पातक दोनों ही
संस्कारों के अहम हिस्से है जिनका एक निर्धारित समय या काल होता है. CLICK HERE TO KNOW सुवर्णप्रशन संस्कार कब और किसको ...
Aakhir Kya Hai Sutak Patak |
सूतक ( Sutak ) :
सूतक का सीधा सम्बन्ध
जन्म क्रिया से है. जब भी कोई शिशु जन्म लेता है तो सर्वप्रथम उसकी नाल को काट
दिया जाता है ताकि उसके शरीर को उसकी माता के शरीर से अलग किया जा सके. ये कार्य
हिंसा मानी जाती है, इसके
अलावा भी कुछ हिंसाएँ है जो प्रसव के दौरान होनी आवश्यक होती है. इस तरह की हिंसा
से कुछ दोष और पाप लग जाते है. सूतक से अभिप्राय उन्ही पापों के प्रायश्चित से
होता है.
पैदा होने के बाद नव जन्मे
शिशु की पीढ़ियों को होने वाली अशुचिता ( Ashuchitayen on the Generation of New Born Baby ) :
- 3 पीढ़ियों तक : 10 दिन
- अगर किसी घर के सभी सदस्य एक रसोई से खाना ग्रहण
करते है तो उनकी पीढ़ी की पीढी नहीं होती – ऐसे लोगों में सिर्फ 10 दिनों तक ही सूतक मानने की
परम्परा है.
- शिशु को जन्म देने वाली माता : इनके लिए पुरे 45
दिनों तक सूतक होता है, साथ ही
जिस स्थान पर जन्म दिया है वो स्थान 1 माह के लिए अशुद्ध माना जाता है इसलिए आपने
देखा होगा कि जब भी कोई नवजात बच्चे और उसकी माँ से मिलने आता है तो वो वापस घर
जाते ही स्नान करते है. CLICK HERE TO KNOW शुभ रीती रिवाज ...
आखिर क्या है सूतक पातक |
सूतक में क्या करें क्या
नहीं ( What to Do or What
not in Sutak ) :
§ सूतक अर्थात बच्चे के जन्म के बाद के समय में 10
दिनों तक परिवार वालों पर हर तरह की पूजा पाठ, धार्मिक कार्यों और मंदिर जाना इत्यादि पर प्रतिबन्ध
होता है.
§ यहाँ तक कि जन्म देने वाली माता रसोई में नहीं जा
सकती और ना ही वो घर के किसी कार्य में हाथ बटा सकता है.
§ 10 दिनों के बाद घर में हवन होता है उसके बाद ही
शिशु की माता को कोई कार्य करने की अनुमति है.
§ बच्चे को 30 दिनों तक घर से बाहर भी ना लेकर जाएँ
क्योकि इन दिनों में उसकी रोग प्रतिरोधक शक्ति बनती है, बाहर ले जाने से वो किसी संक्रमण
के घेरे में आ सकता है. हो सके तो इन दिनों में बच्चे को बाहरी लोगों से भी दूर ही
रखें.
पातक ( Patak ) :
जहाँ सूतक का संबंध जन्म
से है तो वहीँ पातक का संबंध मरण और उससे होने वाली अशुद्धियों से है. अर्थात मरण
कार्यों में जो हिंसा होती है उनसे उपजे दोषों और पाऊँ के प्रायश्चित के लिए पातक
पर ध्यान दिया जाता है.
What is Sutak Patak |
मरने के बाद मरने वाले की
पीढ़ियों में होने वाली अशुचिता ( Ashuchitayen on the Generation of Dead Person ) :
- 3 पीढ़ी तक : 12 दिन
- 4 पीढ़ी तक : 10 दिन
- 6 पीढ़ी तक : 6 दिन
- कुछ लोग व्यक्ति के मरने वाले दिन से पातक लगना
आरम्भ कर देते है जोकि गलत है क्योकि जिस दिन मृत व्यक्ति का दाह संस्कार होता है
उसी दिन से पातक के दिनों को गिनना आरंभ किया जाता है.
- चाहे व्यक्ति एक्सीडेंट से गुजरा हो, बिमारी से मरा हो या सामान्य रूप
से उसने शरीर त्यागा हो, इससे संक्रमण फैलने के आसार बहुत हद
तक बढ़ जाते है. तो जब भी दाह संस्कार के बाद घर आओ तो स्नान अवश्य करें.
पालतू पशुओं का सूतक व
पातक ( Sutak Patak for
Pet Animals ) :
पालतू पशु भी घर का ही
हिस्सा होते है अगर उनमे से किसी का भी जन्म घर में होता है तो आप 1 दिन का सूतक
अवश्य रखें.
वहीँ उनकी मृत्यु होने पर
आप गाय के लिए 15 दिन, भैंस के
लिए 10 दिन और बकरी के लिए 8 दिन का पातक रखें.
सूतक पातक की जानकारी |
सूतक पातक में अन्य निषेध
( Other Prohibition
in Sutak Patak ) :
- देवों, शास्त्रों और गुरुओं का पूजन ना करें
- धार्मिक कार्यों से दूर रहें
- मंदिर की चीजों को छुएं तक नहीं
- गुल्लक में पैसे ना डालें
कुछ लोग कहते है कि इन
दिनों में मंदिर नहीं जाना चाहियें किन्तु ऐसा कहीं नही लिखा गया, सभी लेखों को पढ़कर सिर्फ एक
निष्कर्ष निकलता है कि मंदिर की चीजों और मूर्तियों को छूना निषेध है. आप ईश्वर का
ध्यान लगा सकते है और मंदिर भी जा सकते है.
सूतक पातक के सम्बन्ध में
किसी भी तरह की अन्य जानकारी के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर
सकते हो.
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Sutak ya patak us vyakti per bhi lagta he jo sambandhit janm ya m ratyu wale ghar se door rah raha ho. Aur use bhi ghar aur mandiro me puja karna nished he???
ReplyDeleteAnshuman Singh Ji,
DeleteAgar aap usi ghar ka hissa hai to aapko niyamon ko apnana chahiyen, agar fir bhi aapko koi sandeh rahe to aap dobara comment avashya karen.
Sampark ke Liye Dhanyavaad
Jagran Today Team
Pattak lagne per koi new kaam jaise koi wahan nahi niklwa sakte
DeleteMeta khandaan bahut bada he jaise ki mere Dada ji 5 bhai the in sabhi bhaiyo ke 8-8 bete he jinme Se ek mere pitaji bhi he. Yani mere pitaji cha-cha tau milake 40 bhai he jinse ki meri Jan pehchaan bhi nahi he. Me apse surf he puchna chahta hu kya mere in khandaan ke logo me hone wali janm mrityu me mujhe sutak/ patak manane chahiye. Me apne in sabhi khandaanio ki thik see pehchaanta bhi nahi hop.PLEASE HELP ME FOR A GOOD FUTURE.
ReplyDeleteKoi parivar Alag Alag jagah rah rha he to dono jagah kuch din ke do mote hoti he to dono ka shudikarn havan puja kaise hogi uchit utar de
ReplyDeleteAgar ghar me patak lag Jaye to Jo bhi niyam hote hai wo kitne din ke hote hai or Jon kon we hote hai
ReplyDeleteAgar ghar me patak lag Jaye to jis viyakti ne mukhya again Di ho uske liye kya parhej hai or kab tak(sambhog se sambhandit bhi).
ReplyDeleteAgar gharme ek suhaganki mrutyu hui ho aur uske dush kriya hone ke baad rishteme ek buzurge ki mrutyu hui hai chauthi pidhi to ham us suhagan ki gyarahvi aur suhaganoka khana kary kar sakate hai kya
ReplyDeletePitah ki mrityu ke bad shadi kab kare,bz shadi me already bhot der hogyi h,iska ko nivaran h kya,bz 1sal bhot lamba samay hojayega shadi kliy,reply must,studyupasna@gmail.com
ReplyDeleteVyakti k mrityu k baad kya kya kiya jata hai.
ReplyDeleteKaise nehlaen. Arthi mein kaunse samano ki vyavastha honi chahiye. Shamshan tak le jane ki vidhi. Agni kaise deni chahiye. Chulha kab jalana chahiye kya khana chahiye. Kya nahin khana chahiye etc
Kripya vistar se bataein.
Aur jaise apne kaha mandir jana chahiye to ye to galat hai. Kuch bhi apne mat ya bhavana k anusar na likhen. Jo bhi likhen yatha shastra hi likhen.
Aaj rakhshabandha ke din 2 baje se sutak lag gaya tha to fir ye kon sa sutak hai.
ReplyDeleteदादा जी के भाई का बेटा (ताऊजी) का मैरे ऊपर सूतक लगेगा और लगेगा तो कितने दिन चलेगा
ReplyDeleteदादा जी के भाई के बेटे का (ताऊजी) का मैरे ऊपर सूतक लगेगा और लगेगा तो कितने दिन चलेगा
ReplyDeleteSutak Me Diwali ka Tyohar Kaise Manaye ? Puja-Path kare ya Nahi ?
ReplyDeleteMere ChaCha ji ka dehvasan kal Patna me ho Gaya to kya mujhe patak lagega or lagega to diwali par kya kar Sakta hun meri beti Dipak puja kar Sakti ha me Jaipur Rajasthan me rajya hun
ReplyDeleteAgar galti se patak ke samay kuch pyaj lasoon aur namak Kha liye to Kya Hoga? Please comment fast
ReplyDeleteAgar galti se patak ke samay kuch pyaj lasoon aur namak Kha liye to Kya Hoga? Reply fast
ReplyDeleteGher me sutak hone per mandir me sunder kanth ramchatit manas ka pat per sakte h
ReplyDeleteGhar me mritu hone par sambhog kab tak na kare
ReplyDeleteमृत्यु के पाँच वे दिन यदि घर पर बच्चे का जन्म हो जाये तो सुद्धि कब होगी
ReplyDeleteKya grbhvti mahila 5 the month k baad jain mndir me paryushan parv me ashtk de skti hai
ReplyDeleteAgar sutak lagne k 10 din baad ghar k log agar baby or mother ko touch kare toh wo mandir ja sakte hai wo pratikraman kar sakte hai ?
ReplyDeleteK
ReplyDeleteAgar sutak lagne k 10 din baad baby or mother ko touch kiya toh pooja or pratikraman kar sakte hai? Reply
ReplyDeletecow ka bacha marne par ghar me sumo mam ho shakta h kay
ReplyDeletePatk ke kitne din ke baad Sex karna chahiye
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