बाथरूम का दरवाजा बंद
रखें ( Keep Bathroom Door
Always Closed )
अक्सर जब भी हम बाथरूम
में जाते है तो उसका दरवाजा ये सोचकर खुला छोड़ देते है कि उसकी बदबू बाहर निकल
जायेगी. किन्तु कभी आपने ये सोचा है कि वो बदबू सबसे पहले कहाँ जाती है? शायद नहीं तो ध्यान दें कि सबसे
पहले वो बदबू आपके घर में ही घुसती है और नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है. यही
वजह है कि बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ना अशुभ माना जाता है. CLICK HERE TO KNOW घर की सुख समृद्धि के लिए फेंगसुई वास्तु और उपाय ...
Hamari Kaun si Galtiyan Banti Hai Ghar mein Nakaratmakta ki Vajah |
आजकल कुछ लोगों के बेडरूम
में ही बाथरूम बने होते है तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहियें क्योकि आप अपना
अधिकतर समय अपने बेडरूम में ही बिताते है और इस तरह आप ही उस नकारात्मक ऊर्जा के
संपर्क में अधिक आओगे, जो आपके
लिए बिलकुल अच्छा नहीं है. तो अगली बार जब भी बाथरूम जाएँ तो उसका दरवाजा अवश्य
बंद कर लें.
अगरबत्ती के दोष ( Defects in Pastille ) :
जब भी हम सब पूजा करते है
तो धुप या अगरबत्ती जलाते है. किन्तु शास्त्रों में तो कहीं भी अगरबत्ती जलाने के
बारे में नहीं लिखा क्योकि वो बांस से निर्मित होती है और ये तो आप जानते ही हो कि
बांस को जलना अशुभ माता जाता है. इसीलिए ना तो आप किसी को घर की झाड़ू जलाते देखोगे
और ना ही बांस के डंडे.
· पितृ दोष की है वजह ( Causes of Pitra Dosha ) : वहीँ
अगर आप ऐसा करते हो और अगरबत्ती जलाते हो तो पितृदोष होने की संभावना बढ़ जाती है.
इसलिए आप अगरबत्ती के स्थान पर मात्र धुप का ही इस्तेमाल करें. एक अन्य बात
अगरबत्ती के ऊपर जो मसाला लगा होता है उसका निर्माण कुछ केमिकल की मदद से होता है
तो अब आप खुद इस बात पर विचार करें कि क्या कोई ऐसा देव है जिसे केमिकल से खुश
किया जा सकता है. CLICK HERE TO KNOW कैसा और कहाँ हो भवन का बाथरूम ...
हमारी कौन सी गलतियाँ बनती है घर में नकारात्मकता की वजह |
कछुए की सही दिशा ( Correct Direction of Tortoise ) :
अधिकतर लोग अपने घरों में
कछुए को स्थापित करते है किन्तु क्या आपको पता है कि उसे किस दिशा में स्थापित
करना उत्तम होता है. अगर नहीं तो आओ जानते है.
- उत्तर दिशा को कछुए की स्थापना के लिए सबसे उत्तम
दिशा माना जाता है क्योकि इस दिशा को धन दौलत और ऐश्वर्य की दिशा मानते है और कछुए
को घर में स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य धन ही होता है.
- अगर आपको घर में कछुए को उत्तर दिशा में स्थापित
करने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो आप उसे पूर्व दिशा में रखें. किन्तु इस बात
को हमेशा सुनिश्चित कर लें कि उसका मुख हमेशा घर के अंदर की तरफ ही हो.
- अगर आपने कछुए का मुहं बाहर की तरफ कर दिया तो धन
आएगा तो सही लेकिन उसी तेजी से बाहर भी चला जाएगा.
- कभी भी कछुए को सूखे स्थान पर ना रखें, उसे स्थापित करने के लिए आप एक
बर्तन में पानी भरें और उसमें कछुए को रखें. माना जाता है कि ये कछुए की सेहत के
लिए उत्तम होता है.
- अगर घर में कोई लगातार बीमार पड़ा है और कोई समाधान
नहीं निकल रहा तो ये कोई वास्तु दोष हो सकता है जिसे दूर करने के लिए आप कछुए का
स्थान बदलकर दक्षिण पूर्व कर दें. इससे जल्द ही उनका स्वस्थ्य ठीक हो जाएगा.
सूर्योदय से ऋतू ज्ञान ( Acknowledge the Season via Sunrise ) :
समय की कीमत हम सभी जानते
है और उसी के अनुसार काम करने की सोचते है. आपको बता दें कि सूरज की किरणों में
क्या काम कब करना चाहियें इसका भी अपना ही एक समय है.
Which of Our Mistake Causes Negativity in Home |
- सूर्योदय से लेकर उसके 4 घंटे बाद तक का समय : ये वसंत ऋतू कहलाती है और इस समय में वशीकरण साधना अधिक होती है.
- सूर्योदय होने के 4 घंटे बाद का समय : इस समय में आप विद्वेषण की साधना करना उचित होता है और इस समय को
ग्रीष्म ऋतू कहते है.
- सूर्योदय होने के 8 घंटे बाद का समय : ये वर्षा ऋतू कहलाती है और इस
काल में आप उच्चाटन की साधना करें.
- सूर्योदय होने के 12 घंटे बाद का समय : मारण क्रिया की साधना के लिए
ये समय ठीक होता है.
- सूर्योदय होने के 16 घंटे बाद का समय : अगर आप शान्ति कर्म के लिए
साधना कर रहे है तो इस समय अक चुनाव करें.
- सूर्योदय होने के 20 घंटे बाद का समय : वहीँ स्तम्भन क्रिया की साधना
के लिए आपको इस समय को चुनना चाहियें.
घर में होने वाली गलतियों
और उनसे होने वाले वास्तु दोषों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे
कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Which of Our Mistake Causes Negativity in Home |
खुला न
रखें बाथरूम का दरवाजा, Agarbatti mein Dosh, Ghar mein Kachhue ki Sahi Disha,
Suryodya se Ritu Gyan, Pitra Dosh ka Karan Kachhua
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