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सच में:-

क्या सच में Made In India फ़ोन भारत में बनाते है | Kya Sach mein Made In India Phone Bharat mein Bante Hai

मेड इन इंडिया (  Made in India  ) अक्सर जब भी हम कोई प्रोडक्ट खरीदते है तो ये जरुर देखते है कि वो प्रोडक्ट किस कंट्री में बना है , आपने भ...

Rog Anusar Hee Prayog Karen Falon ka Juice | रोग अनुसार ही प्रयोग करें फलों का जूस | Use of Fruit Juice According to Diseases

बीमारी के अनुसार फलों का जूस ( Fruit Juice According to Diseases )
हमारे जीवन में फलों का रस बहुत ही मुख्य भूमिका अदा करते हैं. देखा जाये तो फलों का रस बच्चे, जवान और वृद्ध सभी के लिए आवश्यक है. इनमें किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता है. आपमें से बहुत कम ही जानते होंगे कि बीमारी के अनुसार फलों का रस पीने से बीमारी ज्यादा देर तक नहीं रहती. अगर सभी को ये मालूम हो कि किस बीमारी में किन फलों का रस इस्तेमाल कारण चाहिए तो रोगों के पता चलते ही उनका तुरंत उपचार किया जा सकता है. आज हम यहीं जानेंगे कि कौन से रोग में कौन सा रसाहार करें, ताकि शरीर स्वस्थ बना रहें. CLICK HERE TO KNOW जानें रसाहर के जीवन में फायदे ... 
Rog Anusar Hee Prayog Karen Falon ka Juice
Rog Anusar Hee Prayog Karen Falon ka Juice
  • पीलिया ( Jaundice ) : पीलिया रोगी के लिए अंगूर, सेब, रसभरी, मौसमी, संतरे के जूस का सेवन करना चाहिए. अगर अंगूर का जूस ना ले पाएं तो लाल मुनक्के और किशमिश ले सकते हैं. इसके साथ साथ गन्ने का रस पिए.

  • पिम्पल दाग हटाये ( Removes Pimple and Acne ) : यदि चेहरे पर पिम्पल हो गए हों और दाग नही जा रहे है, इसे ठीक करने के लिए गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी और पालक का जूस पियें.

  • एसिडिटी ( Acidity ) : एसिडिटी से परेशान लोगों को गाजर, पालक, ककड़ी, तुलसी का रस अधिक अधिक मात्रा में लेना चाहिए. साथ में अंगूर, मौसमी, संतरों का जूस तथा दूध भी लाभदायक है. CLICK HERE TO KNOW शौक़ीन लोग जूस इस तरह लें ... 
रोग अनुसार ही प्रयोग करें फलों का जूस
रोग अनुसार ही प्रयोग करें फलों का जूस
  • कैंसर ( Cancer ) : कैंसर के मरीजों के लिए गेहूँ, ज्वार, गाजर और अंगूर का जूस पीना लाभदायक रहता है.

  • सुन्दर बनने के लिए ( Makes you Beautiful ) : रोजाना सुबह दोपहर टमाटर का रस अपने भोजन के बाद लें, नारियल के पानी को भी रोजाना पीने से चेहरा साफ होता है.

  • आँखों की रोशनी ( Improve Eyesight ) : आँखों की रौशनी को बढ़ने के लिए गाजर का रस तथा हरे धनिये का रस सबसे उत्तम माना जाता है.

  • अनिद्रा ( Cures Insomnia ) : यदि किसी को नींद कम आती है तो अंगूर, गाजर, पालक और सेब का रस पियें, अच्छी नींद आने लगेगी.

  • वजन बढ़ाने के लिए ( Increases Weight ) : अगर आप दुबले पतले है और आप खाना भी ज्यादा खाते हैं पर फिर भी आपका वजन नही बढ़ता तो पालक, गाजर, चुकंदर, खोपरे और गोभी के रस का मिश्रण लेना चाहिए. दही, सुखा मेवा, अंगूर और सेवों का रस भी ले सकते है, सभी फायदेमंद हैं.

  • वजन घटाने के लिए ( Reduces Weight ) : जिस तरह से वजन बढाने के लिए फलों का रस बताया गया है, उसी प्रकार वजन घटाने के लिए भी कई फल के रस हैं जिनसे वजन घटता है. लेकिन इसके लिए आपको पाइनेपल, गोभी, तरबूज और नींबू के रस का सेवन करना है.
Use of Fruit Juice According to Diseases
Use of Fruit Juice According to Diseases
  • डायबिटीज ( Diabetes ) : डायबिटीज के रोगियों के लिए गोभी, गाजर, खोपरा, करेला और पालक का रस सुबह शाम लेना फायदेमंद रहता है.

  • पायरिया ( Pyorrhea ) : पायरिया हो जाने पर गेहूँ के ज्वारे, गाजर, खोपरा, ककड़ी और सोया की भाजी का रस अधिक लेना चाहिए. आप इन्हें कच्चा भी खा सकते हैं, ये दोनों तरह से लाभ पहुंचते हैं.

  • बवासीर ( Piles ) : बवासीर के रोगियों के लिए मूली बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ है. मूली के रस को सुबह शाम पीने से जल्द ही राहत मिलती है.

  • दांत निकलते वक़्त ( Growing Teeth  In Child ) : जब बच्चों के दांत निकलते हैं तो उनकी तबियत ठीक नहीं रहती है, ऐसे में बच्चों को पाइनेपल के रस में थोड़ा सा नीम्बू डालकर रोजाना 100 ग्राम की मात्रा में पिलाना चाहिए, जल्द आराम मिलेगा.

  • रक्त - वृद्धि के लिए ( Increases Blood ) : यदि किसी के शरीर में खून की कमी है तो मौसमी, अंगूर, संतरा, पालक, टमाटर, चुकंदर, सेब और रसभरी का रस, इनका रात को सेवन करना चाहिए. रात को खजूर भिगो दें सुबह इस पानी को पी लें.

  • स्त्रियों का मासिक धर्म कष्ट ( Removes Menstruation ) : यदि स्त्रियों को मासिक धर्म के समय ज्यादा ही तकलीफ होती है तो अंगूर, पाइनेपल तथा रसभरी के रस का सेवन करना चाहिए.
किस बीमारी में पियें कौन सा फ्रूट जूस
किस बीमारी में पियें कौन सा फ्रूट जूस
  • चर्मरोग ( Skin Diseases ) : चर्मरोग की समस्या के लिए गाजर और पालक के रस को मिला कर पीने से लाभ मिलता है. आप पपीते या आलू का भी प्रयोग कर सकते हो उसके लिए पहले पपीते और आलू के रस का लेप बना लें और चेहरे पर लगाएं इससे चर्मरोग से छुटकारा मिलेगा.

  • टायफायड ( Typhoid ) : टायफाइड हो जाने पर प्रात:काल एक गिलास गर्म पानी में एक नीबू निचोड़ लें और पी लीं. एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच प्याज और एक चम्मच लहसुन का रस डालकर पियें.

  • मूत्राशय रोग ( Urinary Problems ) : मूत्राशय रोग के लिए ककड़ी, गाजर, तरबूज और चुकंदर, इनका सेवन करना चाहिए तथा हरे नारियल का पानी पीना चाहिए. इससे मूत्राशय रोग में राहत मिलती है.

  • सर्दी कफ ( Cold and Cough ) : सर्दी - कफ अगर ठीक नहीं हो पा रही है तो मूली, लहसुन, गाजर और मूंग के रस का सेवन करें, तुरंत आराम मिलेगा.

रोगों के उपचार में फलों के रस की भूमिका और प्रयोग के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो. 
Falon ke Ras ki Jivan mein Bhumika
Falon ke Ras ki Jivan mein Bhumika

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