ये चूर्ण बनायें कब्ज मिटायें ( Powders to Remove Constipation )
आज के समय में लोग घर का खाना कम और बाहर का अधिक खाते है, साथ ही घर पर जिस आटे का इस्तेमाल किया जाता है वो भी मशीनों के द्वारा पिसा
होता है नाकि पहले की तरह हाथ का पिसा हुआ. इसके अलावा आज लोग नाश्ते में भी ऐसी
चीजों का सेवन करते है जो पेट के लिए हानिकारक होती है. दिलचस्प बात तो ये है कि
लोगों को पता होता है कि इन चीजों के सेवन से उनके लिए समस्या पैदा हो सकती है फिर
भी उनका सेवन करते है. दरअसल खाने में ब्रेड, मैदा, मशीनी आटा, तला हुआ आहार इत्यादि जैसे
पदार्थ पेट के मल को कुपित करते है जिससे मलत्याग में दिक्कतें आती है. इसी को
कब्ज कहा जाता है. CLICK HERE TO KNOW कब्ज लक्षण और कारण ...
Kabj ke Upchar ke Liye Laabhkari Churn |
जिस व्यक्ति को कब्ज है उसे सिर्फ एक परेशानी का ही सामना नहीं करना पड़ता
क्योकि कब्ज से अनेक रोग जन्म लेते है और रोगी की हालत को पूरी तरह ख़राब कर देते
है. तो अगर आप भी रोगों से दूर रहना चाहते है तो सबसे पहले आपको कब्ज को दूर भगाना
होगा. वैसे भी आपने सूना ही होगा कि आधे से अधिक रोग तो पेट में विकार के कारण ही
उत्पन्न होते है. आज हम आपकी इसी समस्या का हल लेकर आयें और आपको कुछ ऐसे चूर्ण के
बारे में बता रहे है जिनका इस्तेमाल आपकी पाचन शक्ति को बढाता है, जिससे पेट साफ़ रहता है और आप स्वस्थ रहते है.
पंच सकार चूर्ण ( Panch Sakaar Churn ) :
ये चूर्ण रोगी को हल्के दस्त लगा देता है, इससे सारा रुका हुआ
मल बाहर आ जाता है और रोगी को राहत मिलती है. इसका उपयोग करने के लिए रोगी को
रोजाना रात को सोते वक़्त 1 ग्लास गुनगुने पानी में ¾ चम्मच चूर्ण मिलाकर ग्रहण करना है. इससे जब
रोगी सुबह उठकर शौच के लिए जाता है तो उसको मरोड़ होते है और दस्त के साथ आंव भी
आता है. ये सामान्य है. अगर आपको अधिक कब्ज है तो आपको थोड़ी पीड़ा को भी सहना पड़
सकता है. वैसे ये आपके पेट के लिए बहुत लाभदायी होता है और कब्ज के साथ साथ अफारा, गैस, पेट दर्द, अजीर्ण, सिर दर्द इत्यादि जैसी
समस्याओं से भी राहत दिलाता है. CLICK HERE TO KNOW कब्ज को दूर करने के उपचार ...
कब्ज के उपचार के लिए लाभकारी चूर्ण |
विरेचन चूर्ण ( Virechan Churn
) :
ये चूर्ण भी दस्त लगाता है, किन्तु ये सही भी
सूखे मल को निकालने के लिए उसे तोड़ना पड़ता है. जब आप इस चूर्ण का सेवन करते है तो
आपको बहुत प्यास भी लगने लगती है. इसका सेवन आपको सोते समय ¾ चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी
के साथ करना है. साथ ही इसका इस्तेंल सभी कर सकते है. ये चूर्ण ना सिर्फ पेट के विकारों
को ही दूर करता है बाकि त्वचा संबंधी रोगों को दूर करके उसमे निखार भी लाता है, जिससे सुंदरता बढती है. बवासीर के रोगियों के लिए भी ये चूर्ण बहुत लाभदायी
होता है.
अग्निमुख चूर्ण ( Agnimukh Powder ) :
वे व्यक्ति जिनको कब्ज गलत आहार जैसे तला भोजन, खटाई वाले पदार्थ, मांस इत्यादि खाने से हुई है. उन्हें कब्ज के साथ साथ खट्टी डकारे आती है.
अरुचि पैदा होती है, उनका जी मचलता रहता
है, अपच हो जाती है. ऐसी अवस्था
से बाहर आने के लिए अग्निमुख चूर्ण उनके लिए बहुत सहायक होता है. इसका सेवन करने
के लिए आपको इसकी ½ चम्मच की मात्रा को
अपनी जीभ पर रखना है. इस तरह आपको थोड़ी अधिक गैस बनने लगेगी और पेट भी फूलने लगेगा
किन्तु कुछ देर के पश्चात ही आपको मल त्याग की इच्छा होगी और आपकी कब्ज दूर हो
जायेगी.
Prepare Powder for the Treatment of Constipation |
पंचसम चूर्ण ( Panchsam Churn
) :
पेट के सभी विकारों से निजात दिलाने के लिए इस चूर्ण को रामबाण इलाज की तरह
देखा जाता है. इस चूर्ण को रोजाना दिन में दो बार 5 ग्राम की मात्रा में गुनगुने
पानी के साथ ग्रहण करना चाहियें. ये तुरंत असर दिखाता है और वायु को बाहर निकाल
उदार को शांत करता है, अगर पेट में आंव है, ज्वर है, पेचिश है, गैस है या कोई अन्य समस्या है तो ये चूर्ण उसे तुरंत ही दूर भगा देता है और
राहत दिलाता है.
त्रिफला का चूर्ण ( Triflaa Powder ) :
इसके अलावा भी कुछ ऐसे प्रयोग है जिनका इस्तेमाल आप कब्ज को दूर करने के लिए
कर सकते हो. जैसेकि आप 20 ग्राम हर्र, 40 ग्राम बड़ी बहेडा
और 80 ग्राम की मात्रा में आंवला लें और उन्हें सुखा लें. उसके बाद आप उन्हें
पीसकर उसका चूर्ण बना लें. इस चूर्ण को त्रिफला का चूर्ण भी कहते है. आप इस चूर्ण
की 1 चम्मच को रोजाना रात के समय गर्म पानी के साथ सेवन करें. इसका सेवन आपको पेट
के सभी विकारों से दूर रखता है.
कब्ज मुक्ति के प्रयोग |
मुनक्का, सौंफ और सनाय का
चूर्ण ( Powder of
Raisin, Fennel and Sanaay ) :
आप तीनों सामग्रियों को 20 - 20 ग्राम की मात्रा में लें और उसमें 30 ग्राम
बाबुल का गोंद भी मिला दें. अब आप इस मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर एक चूर्ण तैयार
करें. इस चूर्ण का सेवन भी आपको रात के समय ही दूध के साथ कारन करना है. ये पुरानी
से पुरानी पेट की समस्या को भी दूर करके राहत दिलाता है.
इसब घोल ( Isab Ghol ) :
आप इसब घोल की 1 – 2
चम्मच को रोजाना दिन में खाली पेट ठन्डे पानी के साथ लें. इसके बाद आपको खुल कर
शौच आता है जिससे आपकी कब्ज खुल जाती है और आपको राहत मिलती है. पेट हल्का हो जाता
है. इसका सेवन आप दूध के साथ भी कर सकते हो.
तो इन सब उपायों को अपनाकर आप पेट संबंधी सभी विकारों को दूर कर सकते हो. साथ
ही कब्ज से राहत पाने के अन्य चूर्ण या देशी घरेलू आयुर्वेदिक उपचारों के बारे में
अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
Kabj ka Deshi Ilaaj |
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Sakar Churn, कब्ज मुक्ति के प्रयोग
- औरतों के लिए चूड़ियों का महत्व
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क्या फीड कराने वाली मा भी इसका सेवन कर सकती है
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