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Moli Kalava Rakshasutar Ka Dharmik or Vaigyanik Mhatav | कलावा मोली रक्षासूत्र का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व | Importance Of Klava

कलावा, मोली या रक्षासूत्र का महत्त्व
सामान्य तौर पर हम सभी घर में या किसी धार्मिक स्थल पर पूजा –पाठ करते समय अपने हाथ की कलाई पर मोली या कलावा रक्षासूत्र के रूप में बांधते हैं. क्या कभी आपने यह जानने की कोशिश की हैं कि हम अपनी कलाई पर मोली क्यों बांधते हैं या इसे बांधने से क्या होता हैं. हम अक्सर पूजा – पाठ का ही एक भाग मानकर अपने हाथ की कलाई पर रक्षासूत्र बांध लेते हैं और जो कि एक आधी – अधूरी बात हैं. मोली या कलावा बांधना हमारी धार्मिक पूजा – पाठ का एक विशेष भाग तो हैं ही इसके साथ ही साथ इसके पीछे कुछ ऐसे वैज्ञानिक कारण होते हैं जिनके बारे में जानकारी निम्नलिखित दी गई हैं –

धार्मिक कारण
1.       शास्त्रों के अनुसार पूजा – पाठ करने के बाद कलावा बांधने की परम्परा की शुरुआत यु ही नहीं हुई. कलावा या मोली बांधने की शुरुआत माता लक्ष्मी जी ने तथा राजा बलि ने की थी. मोली को रक्षासूत्र इसलिए कहा जाता हैं क्योंकि इसे कलाई पर बांधने से जीवन पर आने वाले कष्ट दूर हो जाते हैं तथा यह मनुष्य की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण होता हैं.CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
Moli Kalava Rakshasutar Ka Dharmik or Vaigyanik Mhatav
Moli Kalava Rakshasutar Ka Dharmik or Vaigyanik Mhatav

2.       मोली या कलावा हाथ की कलाई पर बांधने से हमारे ऊपर सदैव ब्रह्मा, विष्णु, महेश तथा त्रिदेव अर्थात शिव जी कृपा बनी रहती हैं.

3.       हाथ की कलाई पर कलावा बांधने से हमें सरस्वती, पार्वती और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता हैं तथा इनकी अनुकूलता का लाभ हमेशा हमें प्राप्त होता हैं.

वैज्ञानिक कारण
1.       मोली या कलावा हाथ की कलाई पर बाँधने से हमारे शरीर में कभी किसी प्रकार का गंभीर रोग नहीं होता.

2.       शरीर विज्ञान के अनुसार कलाई पर कलावा बांधने से नसों की क्रिया नियंत्रित होती हैं. क्योंकि हमारे शरीर के मुख्य अंगों तक पहुंचने वाली सभी नसें कलाई से होकर ही गुजरती हैं.

3.       हाथ पर मोली बांधने से अनेक प्रकार के रोग हमारे शरीर से दूर रहते हैं. जैसे – त्रिदोष अर्थात वात, पित्त और कफ. कलाई पर कलावा बांधने से इन तीनो का शरीर में सामंजस्य बना रहता हैं.

4.       शरीर विज्ञानं के अनुसार कलावा बांधने से हमारे शरीर का रक्तचाप सामान्य रहता हैं तथा इसे बाँधने से हमारा शरीर हृदय रोग, मधुमेह तथा लकवा आदि गम्भीर रोगों से बचा रहता हैं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
कलावा मोली रक्षासूत्र का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
कलावा मोली रक्षासूत्र का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व


कलावा धारण कैसे करें
1.       शास्त्रों के अनुसार पुरुषों को तथा लडकियों को दायें हाथ में कलावा धारण करना चाहिए.

2.       विवाहित स्त्रियों को अपने बायें हाथ में कलावा बांधना चाहिए.

3.       शास्त्रों के अनुसार जब भी आप अपनी कलाई में मोली या कलावा बांधे तो अपनी मुट्ठी बंद कर लें तथा दूसरा हाथ अपने सिर पर रख लें.

4.       त्योहारों के आलावा भी आप अपने हाथ की कलाई पर मोली बांध सकते हैं. शनिवार तथा मंगलवार के दिन को मोली बांधने के लिए शुभ माना जाता हैं.


कलावा, मोली या रक्षासूत्र से सम्बन्धित अन्य बातों को जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते है.
Importance Of Klava
Importance Of Klava


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5 comments:

  1. Kalawa kitne taar ka subh hota hai kyuki aajkal market me Milne wale kalwa ke taar difrent hai kisi me 2 ya 4 ya 5 toh kya koi sahi ginti hoti ya sabhi subh hote

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    Replies
    1. Aap 3 ya 5 taar ke Kalaave ka Istemal kare kyoki 3 taar vaale ko Treedevon or 5 Taar Vale kalaave ko panchdevon or panchtatvon ka pratik maanaa jaata hai. Agar fir bhi aapko koi Doubt rahe to aap dobara comment avashya karen.

      Sampark ke Liye Dhanyavaad
      Jagran Today Team

      Delete
  2. मोली को हाथ पर कितनी बार लपेट कर बंधना चाहिए।

    ReplyDelete
  3. Widows female ko kaunse hath me bandhna chahiye

    ReplyDelete

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